IndiGo Flight Cancellation: 6 दिसंबर को उड़ानें बहाल लेकिन पूर्ण सामान्यता में वक्त लगेगा


नई दिल्ली । 6 दिसंबर को देशभर में हवाई यात्रियों के लिए राहत की खबर आई जब IndiGo ने अपनी उड़ान सेवाएं कुछ हद तक बहाल कर दीं। हालांकि, विमानन कंपनी के ऑपरेशन अभी पूरी तरह से सामान्य नहीं हुए हैं। तकनीकी संकट के कारण कई घंटों तक उथल-पुथल रही और कई उड़ानें रद्द हो गईं। इंडिगो के अनुसार उनके ऑपरेशन को पूरी तरह से सामान्य होने में कुछ और दिन लग सकते हैं और अनुमान है कि 10 से 15 दिसंबर तक शेड्यूल स्थिर हो सकेगा।

यात्रियों को अभी भी मुश्किलों का सामना

उड़ानें शुरू होने के बाद भी यात्रियों की समस्याएं खत्म नहीं हुईं। कई यात्री अभी भी रिफंड की प्रतीक्षा कर रहे हैं, जबकि रीबुकिंग में दिक्कतें आ रही हैं। ऐप और वेबसाइट धीमे चलने के कारण लोग अपनी टिकट अपडेट नहीं कर पा रहे हैं और उड़ानों के समय में भी लगातार बदलाव हो रहे हैं। इस वजह से यात्रियों में भ्रम की स्थिति बनी हुई है और एयरपोर्ट्स और स्टेशनों पर भारी भीड़ देखी जा रही है।

दूसरी एयरलाइनों का सहयोग

IndiGo की परेशानियों को देखते हुए अन्य एयरलाइनों ने यात्रियों को राहत देने के लिए कदम उठाए। स्पाइसजेट ने कुछ नए रूट्स पर अतिरिक्त उड़ानें शुरू कीं जबकि एयर इंडिया ने भी भीड़ भाड़ वाले मार्गों पर अपनी फ्लाइट्स की संख्या बढ़ा दी। इसके चलते कई फंसे हुए यात्रियों को वैकल्पिक उड़ान मिल सकी जिससे उनकी परेशानी कुछ हद तक कम हुई।

रेलवे की राहत और सरकार का नियंत्रण

हवाई सेवाओं में गड़बड़ी का सीधा असर रेलवे पर पड़ा क्योंकि लोग ट्रेन से यात्रा करने की ओर रुख कर रहे थे। इस स्थिति को संभालने के लिए भारतीय रेलवे ने कई रूट्स पर अतिरिक्त कोच और विशेष ट्रेनें चलाईं जिससे लंबी दूरी के यात्रियों को राहत मिली। यह कदम काफी प्रभावी साबित हुआ और बड़ी संख्या में यात्री अपनी यात्रा को सुगमता से पूरा कर पाए।

सरकार ने भी हालात की गंभीरता को समझते हुए 24 घंटे काम करने वाला कंट्रोल रूम सक्रिय कर दिया है। नागर विमानन मंत्रालय और DGCA नागरिक उड्डयन महानिदेशालय लगातार एयरलाइनों से अपडेट ले रहे हैं और यात्रियों के हित में सख्त निगरानी रखी जा रही है। मंत्रालय का मुख्य उद्देश्य किरायों में बढ़ोतरी को रोकना और उड़ानों की नियमितता को जल्दी से बहाल करना है ताकि यात्रियों को कोई नुकसान न हो।

इंडिगो की फ्लाइट्स पर असर

इंडिगो की उड़ानों पर गड़बड़ी के कारण तिरुवनंतपुरम चेन्नई और चंडीगढ़ जैसे प्रमुख एयरपोर्ट्स पर भी प्रभाव पड़ा। तिरुवनंतपुरम एयरपोर्ट पर 22 घरेलू और 4 अंतरराष्ट्रीय उड़ानें तय थीं, जिनमें से छह घरेलू उड़ानें रद्द कर दी गईं। चेन्नई एयरपोर्ट पर 48 इंडिगो उड़ानें रद्द हुईं जिसमें 28 प्रस्थान और 20 आगमन शामिल थे। चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर भी 10 उड़ानें रद्द हो गईं जिससे स्थानीय यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।

आगे क्या होगा

यात्रियों के लिए अगले कुछ दिन अहम होंगे, क्योंकि उड़ानों के समय में बदलाव संभव है और कई उड़ानें सीमित संख्या में चलाई जाएँगी। रिफंड और रीबुकिंग की प्रक्रिया में भी कुछ और समय लग सकता है, क्योंकि सिस्टम धीरे-धीरे सामान्य हो रहा है। हालांकि एयरलाइन और सरकारी अधिकारियों का कहना है कि आने वाले दिनों में स्थिति में सुधार होगा और यात्रियों को राहत मिलेगी।

6 दिसंबर को इंडिगो के ऑपरेशन में आंशिक सुधार हुआ लेकिन अभी पूरी स्थिति सामान्य होने में समय लगेगा। सरकार और अन्य एयरलाइनों द्वारा उठाए गए कदमों से यात्रियों को कुछ राहत मिली है लेकिन पूरी प्रक्रिया के सामान्य होने में कुछ दिन और लग सकते हैं। ऐसे में यात्रियों को समय रहते उड़ान का शेड्यूल चेक करते रहना चाहिए और किसी भी बदलाव के लिए तैयार रहना चाहिए।