Post Office की गारंटीड स्कीम: ₹10 लाख निवेश पर मिलेगा ₹4.49 लाख ब्याज, जानें NSC का पूरा गणित


नई दिल्ली
।अगर आप ऐसा निवेश विकल्प ढूंढ रहे हैं जिसमें जोखिम बिल्कुल न हो, सरकार की पूरी गारंटी मिले और फिक्स रिटर्न भी सुनिश्चित हो, तो पोस्ट ऑफिस की नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट NSC स्कीम आपके लिए बेहतरीन विकल्प साबित हो सकती है। यह स्कीम खासतौर पर उन निवेशकों के लिए बनाई गई है जो शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव से दूर रहकर सुरक्षित भविष्य की योजना बनाना चाहते हैं।इस स्कीम में यदि कोई निवेशक एकमुश्त ₹10,00,000 जमा करता है, तो 5 साल की मैच्योरिटी पर उसे करीब ₹4,49,034 का ब्याज मिलता है। यानी कुल रकम लगभग ₹14.49 लाख हो जाती है।

क्या है नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट NSC?

नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट भारत सरकार द्वारा समर्थित एक फिक्स्ड इनकम सेविंग स्कीम है, जिसे पोस्ट ऑफिस के जरिए चलाया जाता है। इसमें निवेश पूरी तरह सुरक्षित होता है क्योंकि यह सरकारी योजना है। इस स्कीम में बाजार के उतार-चढ़ाव का कोई असर नहीं पड़ता और निवेशक को तय समय के बाद तय रिटर्न मिलता है। NSC की लॉक-इन अवधि 5 साल होती है। इसमें कम से कम ₹1,000 से निवेश शुरू किया जा सकता है, जबकि अधिकतम निवेश की कोई सीमा तय नहीं है। यानी आप अपनी जरूरत और क्षमता के अनुसार जितनी भी रकम चाहें, निवेश कर सकते हैं।

ब्याज दर और रिटर्न का पूरा कैलकुलेशन

फिलहाल पोस्ट ऑफिस की NSC स्कीम पर 7.7% सालाना ब्याज दिया जा रहा है। यह ब्याज चक्रवृद्धि Compounding आधार पर मिलता है, लेकिन इसका भुगतान मैच्योरिटी पर किया जाता है।यदि कोई निवेशक:निवेश राशि: ₹10,00,000,अवधि: 5 साल, ब्याज दर: 7.7% प्रति वर्ष  तो 5 साल बाद:  कुल ब्याज: ₹4,49,034 लगभगl, कुल मैच्योरिटी अमाउंट: ₹14,49,034 यह स्कीम उन लोगों के लिए बेहद उपयोगी है जो बच्चों की पढ़ाई, शादी, रिटायरमेंट या किसी बड़े फाइनेंशियल लक्ष्य के लिए सुरक्षित फंड बनाना चाहते हैं।

टैक्स बेनिफिट का बड़ा फायदा

NSC स्कीम का एक बड़ा आकर्षण इसका टैक्स लाभ है।NSC में किया गया निवेश इनकम टैक्स एक्ट की धारा 80C के तहत ₹1.5 लाख तक टैक्स फ्री होता है।हर साल मिलने वाला ब्याज भी दोबारा निवेश माना जाता है, जिससे टैक्स सेविंग बढ़ जाती है।हालांकि, मैच्योरिटी पर मिलने वाला अंतिम ब्याज टैक्सेबल होता है।

कौन खोल सकता है NSC अकाउंट? 

पोस्ट ऑफिस के नियमों के अनुसार: केवल भारत का निवासी नागरिक NSC में निवेश कर सकता है
NRI, HUF, ट्रस्ट और कंपनियां इसके लिए पात्र नहीं हैं अकाउंट के प्रकार: सिंगल अकाउंट: वयस्क अपने नाम से या नाबालिग की ओर से जॉइंट अकाउंट: दो या तीन वयस्क मिलकर जॉइंट A – सभी खाताधारकों को राशि  जॉइंट B – किसी एक खाताधारक को  नाबालिग के लिए: अभिभावक खाता खोल सकता है 10 वर्ष या उससे अधिक उम्र का बच्चा अपने नाम से खाता खोल सकता है मानसिक रूप से अस्वस्थ व्यक्ति के लिए गार्जियन खाता खोल सकता है

क्यों चुनें NSC स्कीम?

100% सुरक्षित निवेश भारत सरकार की गारंटी  तय और स्थिर रिटर्न टैक्स बचत का फायदा
बी अवधि की फाइनेंशियल प्लानिंग के लिए आदर्श