Author: bharati

  • ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी 2’ में बड़ा ट्विस्ट: 6 साल का लीप, नए चेहरे की एंट्री और रोमांचक मोड़

    ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी 2’ में बड़ा ट्विस्ट: 6 साल का लीप, नए चेहरे की एंट्री और रोमांचक मोड़


    नई दिल्ली। स्टार प्लस का पॉपुलर शो ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी 2’ अब नए मोड़ और ट्विस्ट के साथ दर्शकों के सामने आने वाला है। शो में 6 साल का लीप लिया गया है और इसके साथ ही एक नए किरदार की एंट्री होने वाली है, जिससे सीरियल में कई दिलचस्प बदलाव देखने को मिल सकते हैं।

    संदीप बसवान की शो में वापसी
    रिपोर्ट्स के मुताबिक, शो में संदीप बसवान की एंट्री की संभावना है। संदीप पहले सीजन का हिस्सा रह चुके थे और उनके सीजन 2 में लौटने से दर्शक बेहद उत्साहित हैं। वे शो में साहिल वीरानी के किरदार में दिखाई दे सकते हैं, जिससे शो में नए ट्विस्ट और ड्रामा का समावेश होगा। हालांकि, इस बारे में मेकर्स या संदीप की तरफ से कोई आधिकारिक कंफर्मेशन अभी तक नहीं आया है।

    लीप के बाद अंगद और वृंदा के पेरेंटहुड की कहानी
    6 साल के लीप के बाद, शो में अंगद और वृंदा का पेरेंटहुड दिखाया जाएगा। इसके तहत उनके दो बच्चे होने की खबरें सामने आई हैं। इस नए दौर में शो की कहानी और भी दिलचस्प हो जाएगी। वहीं, मिहिर और तुलसी के बीच दूरी भी बढ़ सकती है। नए प्रोमो में दिखाया गया है कि तुलसी अब अंगद और वृंदा के साथ चॉल में रह रही हैं, जो फैंस के लिए एक नया और रोमांचक ट्विस्ट लेकर आ सकता है।

    तुलसी के सामने आया मिहिर और नोयोना का सच
    फिलहाल के ट्रैक के अनुसार, तुलसी के सामने मिहिर और नोयोना का सच आ चुका है। यह सच जानने के बाद तुलसी बुरी तरह टूट जाती है और घर से कहीं चली जाती है। मिहिर उसे ढूंढने की कोशिश करता है, जबकि नोयोना खुश होती है कि अब तुलसी को समझ में आ गया है कि मिहिर और उसके बीच क्या हुआ था।

    ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी 2’ में नए किरदारों की एंट्री और 6 साल के लीप के बाद कहानी में कई दिलचस्प मोड़ देखने को मिलेंगे। दर्शकों को अब शो में रोमांच, ड्रामा और पारिवारिक भावनाओं का एक नया अनुभव मिलेगा। शो के फैंस के लिए यह एक नई शुरुआत साबित हो सकती है।

  • मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने स्व. गोपीनाथ मुंडे की जयंती पर किया नमन

    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने स्व. गोपीनाथ मुंडे की जयंती पर किया नमन


    मध्य प्रदेश / मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने महाराष्ट्र के पूर्व उप मुख्यमंत्री और पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. गोपीनाथ मुंडे की जयंती पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्व. मुंडे का जीवन देशभक्ति और समाजसेवा की मिसाल है, जिसने गरीब और वंचित वर्ग के कल्याण के लिए अपने संपूर्ण जीवन को समर्पित किया। डॉ. यादव ने कहा कि स्व. गोपीनाथ मुंडे ने हमेशा नए भारत के निर्माण के लिए काम किया और युवाओं को राष्ट्रसेवा की प्रेरणा दी। उनका सरल जीवन, ईमानदार व्यक्तित्व और समाज के कमजोर वर्ग के लिए किए गए प्रयास सदैव याद किए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके आदर्श और नीति-निर्देश आने वाली पीढ़ियों के लिए मार्गदर्शक बनेंगे।

    स्व. मुंडे महाराष्ट्र के समाज और राजनीति में एक प्रभावशाली व्यक्तित्व थे। उन्होंने गरीब और किसानों के हितों की आवाज़ उठाई और उनकी बेहतरी के लिए कई सामाजिक और आर्थिक योजनाओं की शुरुआत की। उनके कार्य और जीवनशैली ने यह साबित किया कि सच्ची सेवा और समर्पण से समाज में सकारात्मक बदलाव लाया जा सकता है।मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने यह भी कहा कि स्व. मुंडे की जयंती पर उनके योगदान को याद करना केवल श्रद्धांजलि नहीं,बल्कि उनके आदर्शों को अपनाकर समाज में सुधार और विकास लाने का अवसर भी है। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे स्व. मुंडे के जीवन से प्रेरणा लेकर देश और समाज के लिए निरंतर प्रयास करें।

    इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा, स्व. गोपीनाथ मुंडे का संकल्प और उनकी निष्ठा हम सभी के लिए मार्गदर्शन का स्रोत हैं। उनका जीवन यह सिखाता है कि सच्ची सेवा और समर्पण से समाज के कमजोर वर्गों के जीवन में वास्तविक परिवर्तन लाया जा सकता है। डॉ. यादव ने अंत में कहा कि स्व. मुंडे के योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा और उनकी सोच को आगे बढ़ाने के लिए सरकार और समाज मिलकर प्रयास करेंगे।

  • इंडिगो ऑपरेशन संकट: DGCA ने 4 निरीक्षकों को सस्पेंड किया, एयरलाइन पर कड़ी निगरानी शुरू

    इंडिगो ऑपरेशन संकट: DGCA ने 4 निरीक्षकों को सस्पेंड किया, एयरलाइन पर कड़ी निगरानी शुरू


    नई दिल्ली। इंडिगो एयरलाइन में बढ़ती अव्यवस्था और लगातार उड़ान रद्द होने के बाद नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने बड़ा कदम उठाते हुए चार फ्लाइट ऑपरेशन इंस्पेक्टरों को तत्काल सस्पेंड कर दिया है। इन अधिकारियों पर सुरक्षा मानकों और परिचालन नियमों का उल्लंघन करने का आरोप है। खासकर 5 दिसंबर को एक ही दिन में इंडिगो ने 1,600 से ज्यादा फ्लाइट रद्द की थीं, जिससे हजारों यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा और एयरलाइन के परिचालन में गंभीर संकट आ गया।

    सुरक्षा मानकों की अनदेखी, DGCA ने कड़ी कार्रवाई की
    DGCA के अधिकारियों ने बताया कि जिन चार निरीक्षकों को सस्पेंड किया गया है, वे सुरक्षा और परिचालन नियमों के पालन को सुनिश्चित करने के लिए जिम्मेदार थे। जांच में यह सामने आया कि इंडिगो ने पायलट और क्रू मेंबर्स की ड्यूटी टाइम लिमिट का पालन नहीं किया, जिसके कारण उड़ान सेवाएं बाधित हुईं और यात्रियों को भारी असुविधा हुई। इसके साथ ही टूरिज्म सेक्टर को भी करोड़ों का नुकसान हुआ।

    मुख्यालय से सख्त निगरानी की शुरुआत
    इंडिगो में आई इस परिचालन संकट के बाद DGCA ने एयरलाइन के मुख्यालय से रियल-टाइम निगरानी शुरू कर दी है। अधिकारियों को हर दिन विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश दिया गया है, ताकि उड़ान संचालन, रिफंड प्रक्रिया, मुआवजे की स्थिति और यात्रियों की शिकायतों का सही समय पर निवारण किया जा सके। इस कदम का उद्देश्य यात्रियों को होने वाली असुविधा को कम करना और एयरलाइन को नियमों के तहत सुरक्षित और समयबद्ध संचालन सुनिश्चित करना है।

    सीईओ को DGCA के सामने पेश होने का आदेश
    इस संकट के बीच DGCA ने इंडिगो के सीईओ, पीटर एल्बर्स को शुक्रवार को तलब किया है। इसका उद्देश्य एयरलाइन के संचालन में आई गड़बड़ियों की जड़ तक पहुंचना और जिम्मेदारी तय करना है। DGCA ने इंडिगो में उत्पन्न समस्याओं के समाधान के लिए एक चार सदस्यीय पैनल भी गठित किया है, जो उच्च स्तर पर जांच करेगा और सुधारात्मक कदम सुझाएगा।

    देशभर में तेज़ निरीक्षण, 24 घंटे में रिपोर्ट की मांग
    इंडिगो के संचालन में आए संकट के बाद DGCA ने देशभर के 11 प्रमुख घरेलू हवाई अड्डों पर निरीक्षण शुरू किया है। इन अधिकारियों को अगले 2-3 दिनों में अपनी रिपोर्ट DGCA मुख्यालय में सौंपनी होगी। साथ ही, इंडिगो के कॉरपोरेट कार्यालय में भी कड़ी निगरानी रखी जा रही है, ताकि रद्द उड़ानों के रिफंड, समय पर उड़ान संचालन और यात्रियों को मुआवजे की प्रक्रिया को सख्ती से सुनिश्चित किया जा सके।

    स्थिति अब सुधार की ओर, लेकिन DGCA की निगरानी जारी
    इंडिगो की उड़ान सेवाओं में 5 दिसंबर के बाद भारी व्यवधान आया था, लेकिन अब एयरलाइन का कहना है कि स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है। हालांकि, DGCA ने एयरलाइन पर कड़ी निगरानी बनाए रखी है और सुनिश्चित किया है कि आगे से ऐसे परिचालन संकट न आएं।

  • मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने जूनियर्स हॉकी विश्व कप-2025 में कांस्य पदक जीतने पर टीम को दी बधाई

    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने जूनियर्स हॉकी विश्व कप-2025 में कांस्य पदक जीतने पर टीम को दी बधाई

     
    मध्य प्रदेश /मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने एफ.आई.एच. हॉकी पुरुष जूनियर्स विश्व कप-2025 में भारतीय जूनियर हॉकी टीम द्वारा कांस्य पदक जीतने पर टीम को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। यह उपलब्धि न केवल भारतीय हॉकी के लिए गौरवपूर्ण है बल्कि युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत भी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस उपलब्धि ने दिखा दिया है कि समर्पण अनुशासन और निरंतर प्रयास से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने खिलाड़ियों और कोचिंग स्टाफ के उत्कृष्ट प्रदर्शन की सराहना करते हुए कहा -यह अभूतपूर्व उपलब्धि हमारे युवा खिलाड़ियों की मेहनत संघर्ष और टीम भावना का परिणाम है। जूनियर्स टीम ने हर मुकाबले में अपने कौशल और धैर्य का लोहा मनवाया और विश्व कप में कांस्य पदक जीतकर इतिहास रच दिया।-

    उन्होंने कहा कि यह पदक केवल एक जीत नहीं है बल्कि यह भविष्य के लिए नई प्रेरणा और उम्मीद लेकर आता है। मुख्यमंत्री ने खिलाड़ियों से आग्रह किया कि वे इसी उत्साह और मेहनत के साथ आगे बढ़ें और भारतीय हॉकी को विश्व स्तर पर और ऊँचाइयों तक पहुँचाएँ। उन्होंने कहा कि सरकार इस तरह की उपलब्धियों को बढ़ावा देने के लिए खिलाड़ियों के लिए बेहतर प्रशिक्षण सुविधाएँ और अंतरराष्ट्रीय अनुभव सुनिश्चित करने में लगातार प्रयास कर रही है।एफ.आई.एच. जूनियर्स विश्व कप-2025 में भारतीय टीम ने कठिन मुकाबलों के बाद कांस्य पदक अपने नाम किया। टीम ने सेमीफाइनल में चुनौतीपूर्ण मैचों का सामना किया और हार के बावजूद अपने आत्मविश्वास और सामूहिक रणनीति से कांस्य पदक जीतने में सफलता हासिल की। इस उपलब्धि ने खिलाड़ियों की कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प को प्रदर्शित किया।

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने टीम के प्रत्येक सदस्य का नाम लेते हुए उनके योगदान की सराहना की और कहा कि उनके खेल में अनुशासन और समर्पण ने ही टीम को इस सफलता तक पहुँचाया। उन्होंने कहा कि यह जीत भारतीय हॉकी के उज्जवल भविष्य की ओर संकेत करती है और आने वाले वर्षों में देश की हॉकी को और मजबूत बनाने में मदद करेगी। डॉ. यादव ने कहा कि सरकार खेलों को प्रोत्साहित करने के लिए विभिन्न प्रशिक्षण केंद्र और अकादमिक कार्यक्रम संचालित कर रही है। इसके तहत खिलाड़ियों को उच्च गुणवत्ता वाले कोचिंग आधुनिक प्रशिक्षण उपकरण और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेने के अवसर दिए जाते हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाले वर्षों में और अधिक युवा खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रोशन करेंगे।

    मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि इस सफलता ने न केवल खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाया है बल्कि पूरे देश में खेलों के प्रति उत्साह और विश्वास को भी बढ़ाया है। उन्होंने टीम के कोच और सपोर्ट स्टाफ को उनके समर्पण के लिए धन्यवाद दिया जिन्होंने खिलाड़ियों को हर स्थिति में मार्गदर्शन और प्रेरणा दी। डॉ. यादव ने खिलाड़ियों से कहाआपकी यह जीत आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनेगी। यह दिखाती है कि मेहनत धैर्य और टीम भावना के साथ किसी भी चुनौती का सामना किया जा सकता है। हमें आप पर गर्व है और हम आपके उज्जवल भविष्य की कामना करते हैं।-इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर हॉकी और अन्य खेलों के विकास के लिए निरंतर प्रयास करने की प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने कहा कि युवा खिलाड़ियों की सफलता केवल व्यक्तिगत नहीं बल्कि पूरे देश की उपलब्धि है और इसे राष्ट्रीय गौरव के रूप में देखा जाना चाहिए।

  • राज्यपाल श्री पटेल ने की जनमन अभियान की समीक्षा, दवा वितरण और बिजली आपूर्ति पर दिए निर्देश

    राज्यपाल श्री पटेल ने की जनमन अभियान की समीक्षा, दवा वितरण और बिजली आपूर्ति पर दिए निर्देश

    मध्य प्रदेश /राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा है कि मोबाइल मेडिकल यूनिट द्वारा वितरित किए जाने वाली दवा की मात्रा मोबाइल यूनिट रूट चार्ट के अनुसार की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि रोगी को दवा की आवश्यकता और मेडिकल यूनिट के पुन: आगमन की अवधि की गणना के अनुसार दवा का वितरण होना चाहिए, जिससे यूनिट के दोबारा आने तक रोगी के पास दवा की उपलब्धता बनी रहे। राज्यपाल श्री पटेल शुक्रवार को लोक भवन में जनजातीय प्रकोष्ठ की पीएम जनमन योजना की समीक्षा बैठक में जनजातीय कार्य विभाग के अधिकारियों से चर्चा कर रहे थे। इस अवसर पर जनजातीय प्रकोष्ठ के अध्यक्ष श्री दीपक खांडेकर एवं अन्य सदस्य भी मौजूद थे।

    राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि जनमन योजना के तहत हितग्राहियों को मिले आवास में विद्युत कनेक्शन की उपलब्धता सुनिश्चित की जानी चाहिए। आवास वार विद्युत कनेक्शनों की उपलब्धता की जानकारी संकलित कर, जिन घरों में विद्युत कनेक्शन नहीं है, उनको चिह्नित किया जाए। विद्युत कनेक्शन कराने की व्यवस्था की जाए। राज्यपाल श्री पटेल को बताया गया कि लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा जनमन योजना अंतर्गत संचालित मोबाइल मेडिकल यूनिट द्वारा 9 लाख 52 हजार से अधिक रोगियों का पंजीकरण किया गया है। इनमें 4 लाख 75 हजार 375 पी.व्ही.टी.जी. हितग्राही और 4 लाख 76 हजार 647 अन्य हितग्राही शामिल हैं। यूनिट द्वारा 95 हजार 360 सिकल सेल और 15 हजार 811 की टी.बी. स्क्रीनिंग की गई। 7 लाख से अधिक रोगियों की डायग्नोस्टिक जाँच भी की है।

    बैठक में बताया गया है कि पीएम जनमन योजना, प्रधानमंत्री जनजाति आदिवासी न्याय महा अभियान वर्ष 2023-24 से 2025-26 तक प्रदेश के 24 जिलों में संचालित है। योजना के तहत पी.व्ही.टी.जी. की 6 हजार से अधिक बसाहटों के 13 लाख 43 हजार से अधिक पी.व्ही.टी.जी. आबादी को लाभान्वित किया जा रहा है। अभियान के अंतर्गतहितग्राही मूलक सात योजनाओं आधार कार्ड, जनधन बैंक खाता, आयुष्मान भारत, जाति प्रमाण पत्र, किसान क्रेडिटकार्ड,पीएम किसान सम्मान निधि और राशन कार्ड में सैचुरेशन की स्थिति है। कुल 1 लाख 30 हजार 521 प्रधानमंत्री आवास पूर्ण हो गए है। मध्यप्रदेश जल निगम द्वारा वर्तमान में 147 समूह जल प्रदाय योजनाओं का संचालन किया जा रहा है।पीएम जनमन कार्यक्रम के अंतर्गत 48 समूह जल प्रदाय योजनाओं में से अनूपपुर एवं बालाघाट जिले की योजनाओं का कार्य पूर्ण कर लिया गया है।

    संचालन एवं संधारण के शेष कार्यों को समय सीमा में पूर्ण कर लिया जायेगा। दतिया, कटनी, सिवनी एवं उमरिया जिले की 6 योजनाओं के कार्य लगभग पूर्ण हो चुके है। शेष कार्य समय सीमा में पूर्ण किये जाने के कार्य प्रगतिरत है। बैठक में हर घर नल से जल, बहुउद्देशीय केन्द्र, आंगनवाड़ी निर्माण, छात्रावास, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क, हर घर बिजली, हर घर बिजली-ऑफ ग्रिड, वनधन विकास केन्द्र और मोबाइल नेटवर्क कार्यों की प्रगति की जानकारी दी है। इस अवसर पर राज्यपाल के प्रमुख सचिव डॉ. नवनीत मोहन कोठारी, प्रमुख सचिव जनजातीय कार्य विभाग श्री गुलशन बामरा, आयुक्त एवं संचालक, जनजातीय क्षेत्रीय विकास योजना श्री सतेन्द्र सिंह राज्यपाल के अपर सचिव श्री उमाशंकर भार्गव एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
  • इंडिगो संकटDGCA ने 4 फ्लाइट ऑपरेशन इंस्पेक्टर्स को सस्पेंड किया सेफ्टी और नियमों की अनदेखी का आरोप

    इंडिगो संकटDGCA ने 4 फ्लाइट ऑपरेशन इंस्पेक्टर्स को सस्पेंड किया सेफ्टी और नियमों की अनदेखी का आरोप



    नई दिल्ली ।
    भारत की प्रमुख एयरलाइन इंडिगो के लिए हालात मुश्किल होते जा रहे हैं क्योंकि भारतीय नागर विमानन महानिदेशालय DGCA ने चार फ्लाइट ऑपरेशन इंस्पेक्टर्स को सुरक्षा और नियमों की अनदेखी के कारण सस्पेंड कर दिया है। यह कार्रवाई तब की गई जब इंडिगो ने 5 दिसंबर को एक ही दिन में रिकॉर्ड 1600 फ्लाइट्स रद्द कर दी थीं जिससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। यह कदम इंडिगो द्वारा सुरक्षा और परिचालन अनुपालन में नाकामी के चलते उठाया गया है।

    सस्पेंड किए गए अधिकारी

    DGCA द्वारा सस्पेंड किए गए अधिकारियों में चार फ्लाइट ऑपरेशन इंस्पेक्टर्स शामिल हैं जो एयरलाइन के सुरक्षा और परिचालन नियमों के पालन के लिए जिम्मेदार थे। DGCA ने इन अधिकारियों पर आरोप लगाया कि उन्होंने एयरलाइन के संचालन के लिए आवश्यक सुरक्षा मानकों और नियमों का पालन नहीं किया जिसके कारण विमानन क्षेत्र में व्यवधान उत्पन्न हुआ और यात्रियों को खासी दिक्कतें आईं।

    इंडिगो का संचालन प्रभावित

    इंडिगो ने हाल ही में पायलट और क्रू मेंबर की ड्यूटी से संबंधित नियमों का पालन करने में असफलता दिखाई थी जिसके परिणामस्वरूप कई फ्लाइट्स रद्द हो गईं। इससे न केवल यात्रियों को परेशानी हुई बल्कि टूरिज्म सेक्टर को भी करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ। 5 दिसंबर को एयरलाइन द्वारा किए गए 1600 फ्लाइट रद्द किए जाने की घटना ने इस संकट को और बढ़ा दिया। हालांकि इंडिगो ने बाद में कहा कि अब उनका संचालन सामान्य हो गया है और वे सामान्य स्तर पर लौट आए हैं।

    डीजीसीए की कड़ी निगरानी

    इस मुद्दे पर ध्यान केंद्रित करते हुए DGCA ने अब एयरलाइन के मुख्यालय पर कड़ी निगरानी शुरू कर दी है। डीजीसीए के अधिकारी अब इंडिगो के फ्लाइट ऑपरेशन रिफंड और अन्य प्रक्रियाओं पर रोजाना रिपोर्ट पेश करेंगे। इसके अलावा डीजीसीए के वरिष्ठ अधिकारियों ने 11 घरेलू एयरपोर्ट्स पर इंडिगो के संचालन का निरीक्षण करने का निर्णय लिया है। इन अधिकारियों का यह निरीक्षण अगले कुछ दिनों में होगा और वे हर हवाई अड्डे का दौरा करने के बाद रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे।

    इंडिगो CEO को DGCA के सामने पेश होना होगा

    इंडिगो के CEO पीटर एल्बर्स को डीजीसीए के सामने शुक्रवार को पेश होना होगा। डीजीसीए ने एक चार सदस्यीय पैनल का गठन किया था जिसमें वरिष्ठ अधिकारियों जैसे संयुक्त महानिदेशक संजय ब्रह्मणे उप महानिदेशक अमित गुप्ता वरिष्ठ उड़ान संचालन निरीक्षक कपिल मंगलिक और लोकेश रामपाल शामिल हैं। इस पैनल का मुख्य कार्य घरेलू एयरलाइन में व्यापक परिचालन व्यवधानों के कारणों की पहचान करना है।

    धन वापसी और यात्री मुआवजा की निगरानी

    डीजीसीए ने अब एयरलाइन के संचालन में शामिल किसी भी प्रकार के वापसी मुआवजा और सामान के लौटने के मामलों को लेकर कड़ी निगरानी रखना शुरू कर दिया है। डीजीसीए के अधिकारियों ने इंडिगो के कॉरपोरेट कार्यालय में भी एक वरिष्ठ अधिकारी और उप निदेशक को तैनात किया है जो फ्लाइट रद्द होने पर यात्रियों को मुआवजा और समय पर धन वापसी सुनिश्चित करेंगे।

    निगरानी बढ़ी

    इंडिगो के संचालन पर हुई इस कार्रवाई से स्पष्ट है कि DGCA अब फ्लाइट ऑपरेशंस की सुरक्षा और गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए और कड़ी निगरानी रखेगा। इसके साथ ही एयरलाइन को अब परिचालन नियमों का सख्ती से पालन करना होगा ताकि भविष्य में ऐसे व्यवधानों से बचा जा सके।

    इंडिगो के लिए यह संकट सुरक्षा और संचालन के मानकों पर ध्यान केंद्रित करने का समय है। DGCA की सख्ती और निगरानी से एयरलाइन को सुधारने का एक अवसर मिलेगा लेकिन इसे अपनी प्रणाली में सुधार करने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।

  • सलमान खान मिले हॉलीवुड स्टार जॉनी डेप से, रेड सी फिल्म फेस्टिवल 2025 में बने अवॉर्ड प्रेजेंटर; आलिया भट्ट भी हुईं शामिल

    सलमान खान मिले हॉलीवुड स्टार जॉनी डेप से, रेड सी फिल्म फेस्टिवल 2025 में बने अवॉर्ड प्रेजेंटर; आलिया भट्ट भी हुईं शामिल


    नई दिल्ली/बॉलीवुड सुपरस्टार सलमान खान गुरुवार को सऊदी अरब के जेद्दाह में आयोजित रेड सी फिल्म फेस्टिवल 2025 का हिस्सा बने। यह फेस्टिवल 4 दिसंबर से 13 दिसंबर तक चल रहा है और इसमें दुनिया की कई बड़ी हस्तियां शामिल हुईं। इस मौके पर सलमान ने हॉलीवुड स्टार जॉनी डेप से भी मुलाकात की, जो उनके लिए बेहद खास रहा।रेड सी फिल्म फेस्टिवल के ऑफिशियल सोशल मीडिया पेज पर सलमान और जॉनी की रेड कार्पेट पर हुई मुलाकात की तस्वीरें साझा की गईं। तस्वीरों में दोनों ही सितारे कैमरे के लिए पोज़ देते और आपसी बॉन्डिंग दिखाते नजर आए।

    सलमान खान ने इस फेस्टिवल में अवॉर्ड प्रेजेंटर के रूप में भी हिस्सा लिया। मंच पर आते ही उन्होंने दर्शकों को संबोधित करते हुए कहा-मैं यहां आकर बेहद खुश हूं। रेड सी फिल्म फेस्टिवल में शामिल होना मेरे लिए एक सौभाग्य की बात है। एक टैलेंटेड एक्टर को अवॉर्ड देना सम्मान की बात है।इस दौरान सलमान ने हॉलीवुड अभिनेता और रैपर इद्रिस एल्बा को रेड सी ऑननेरी अवॉर्ड प्रेजेंट किया। अवॉर्ड लेते हुए इद्रिस एल्बा ने कहा कि यह उनके द्वारा अटेंड किया गया सबसे बेहतरीन फिल्म फेस्टिवल है। उन्होंने कहा- यह फेस्टिवल दुनिया को रिप्रेजेंट करता है और इसे अटेंड करना मेरे लिए बहुत खास अनुभव है।

    रेड सी फिल्म फेस्टिवल 2025 में बॉलीवुड की कई बड़ी हस्तियां भी शामिल हुईं। इनमें आलिया भट्ट, ऐश्वर्या राय, रेखा और कार्तिक आर्यन शामिल थे। फेस्टिवल के दौरान सितारों ने फिल्म इंडस्ट्री में अपनी उपलब्धियों और ग्लोबल सिनेमा के महत्व पर चर्चा की।सलमान खान ने मीडिया से बातचीत में कहा कि ऐसे अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल्स भारतीय सिनेमा के लिए गर्व की बात हैं। उन्होंने कहा-यह मंच हमें वैश्विक स्तर पर अपनी फिल्मों और कलाकारों को पेश करने का मौका देता है। हॉलीवुड और बॉलीवुड कलाकारों के साथ इस तरह का संवाद बेहद उत्साहजनक है।

    सलमान की इस मुलाकात और फेस्टिवल में उनकी उपस्थिति को उनके फैंस ने सोशल मीडिया पर काफी सराहा। रेड कार्पेट पर सलमान का स्टाइल और जॉनी डेप के साथ उनका बॉन्ड कैमरे में कैद हुआ, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।इस फेस्टिवल का उद्देश्य दुनियाभर की फिल्मों और कलाकारों को एक ही मंच पर लाना है। इसके जरिए फिल्म मेकर, अभिनेता और अन्य फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े लोग अपनी रचनात्मकता और विचार साझा करते हैं। इस वर्ष के फेस्टिवल में अवॉर्ड्स के अलावा पैनल डिस्कशन, स्क्रीनिंग्स और वर्कशॉप्स का आयोजन भी किया गया। सलमान खान की इस फेस्टिवल में उपस्थिति से यह साबित हुआ कि बॉलीवुड सितारे अब अंतरराष्ट्रीय फिल्म इंडस्ट्री में भी अपनी पहचान बना रहे हैं। उनके साथ आलिया भट्ट और ऐश्वर्या राय जैसी स्टार्स का भी होना इसे और खास बनाता है। रेड सी फिल्म फेस्टिवल 2025 में सलमान खान और हॉलीवुड स्टार जॉनी डेप की मुलाकात, इद्रिस एल्बा को अवॉर्ड देना और बॉलीवुड की स्टार्स की उपस्थिति ने इसे ग्लोबल सिनेमा के लिए एक यादगार इवेंट बना दिया।

  • शनिवार के उपायशनि की साढ़ेसाती में राहत पाने के लिए दान करें ये 5 वस्तुएं

    शनिवार के उपायशनि की साढ़ेसाती में राहत पाने के लिए दान करें ये 5 वस्तुएं


    नई दिल्ली ।शनिवार का दिन शनि देव को समर्पित है और भारतीय धर्म ज्योतिष शास्त्र और पुराणों में इस दिन किए जाने वाले दान को अत्यंत शुभ माना गया है। शनि देव के न्याय कर्म और दंड के अधिपति होने के कारण उनकी अशुभ स्थिति जैसे साढ़ेसाती या ढैय्या का प्रभाव झेलने वाले व्यक्तियों के लिए शनिवार का दान विशेष रूप से लाभकारी होता है।

    शनिवार के दिन दान करने से न केवल पाप कर्म कम होते हैं बल्कि सौभाग्य धन की देवी लक्ष्मी की कृपा और घर में खुशहाली भी आती है। शनि की कृपा प्राप्त करने और उनकी वक्र दृष्टि से बचने के लिए इन 5 वस्तुओं का दान अत्यधिक शुभ माना जाता है।

    काली उड़द दाल का दान

    काली उड़द दाल शनि देव को बहुत प्रिय मानी जाती है। शनिवार के दिन इस दाल का दान करना शनि की अशुभ दशा को कम करता है और कर्मफल की बाधाएं दूर करता है। यह विशेष रूप से उन व्यक्तियों के लिए लाभकारी है जो मेहनत के बावजूद अपेक्षित सफलता नहीं पा रहे हैं या व्यापार और नौकरी में रुकावटों का सामना कर रहे हैं।

    काले तिल का दान

    काले तिल शनि ग्रह से जुड़े होते हैं। शनिवार के दिन ताजे काले तिल का दान करने या जल में प्रवाहित करने से मानसिक तनाव कम होता है और बुरी नज़र से सुरक्षा मिलती है। यह उपाय उन लोगों के लिए फायदेमंद है जो मानसिक अवसाद निराशा या भय का सामना कर रहे हैं। काले तिल और गुड़ के लड्डू का दान भी अत्यंत शुभ माना जाता है।

    सरसों के तेल का दान

    सरसों का तेल शनिदेव की पूजा में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। लोहे की कटोरी में सरसों का तेल भरकर दान करना या पीपल के नीचे दीपक जलाना शनि की वक्र दृष्टि को शांत करता है। यह उपाय उनके लिए फायदेमंद है जिन्हें बार-बार अपमान कोर्ट-कचहरी के मामले या कार्य में असफलता का सामना करना पड़ता है। इसके साथ ही यह उपाय स्वास्थ्य सम्मान और आर्थिक स्थिति में सुधार लाता है।

     काले जूते या चप्पल का दान

    शनिवार के दिन काले जूते या चप्पल का दान करना शनि की कृपा प्राप्त करने का प्रभावी तरीका है। यह उपाय विशेष रूप से उन लोगों के लिए लाभकारी है जिनके जीवन में संघर्ष चोट दुर्घटना या यात्रा में विघ्न आते रहते हैं। किसी गरीब या श्रमिक को काले जूते देने से शनि का प्रकोप कम होता है और जीवन में स्थायित्व आता है। साथ ही धन में वृद्धि का मार्ग भी खुलता है।

     लोहे की वस्तुओं का दान

    शनि देव का धातु तत्व लोहा है इसलिए लोहे की वस्तुएं जैसे तवा कड़ाही छाता कटोरी आदि का दान करना शनि के प्रति श्रद्धा और सम्मान को दर्शाता है। यह उपाय कर्मजन्य दोष कम करता है और वाहन दुर्घटनाओं चोट क्रोध और रोगों से सुरक्षा प्रदान करता है। यदि लोहे के पात्र में काली उड़द और सरसों का तेल रखकर तीनों का एक साथ दान किया जाए तो यह अत्यंत शुभ माना जाता है।

    शनिवार को इन पांच वस्तुओं का दान न केवल शनि देव की कृपा प्राप्त करने में मदद करता है बल्कि जीवन में स्थायित्व मानसिक शांति धन-समृद्धि और सुख-शांति लाने में सहायक होता है। यह उपाय विशेष रूप से उन व्यक्तियों के लिए फायदेमंद हैं जो शनि की अशुभ दशा साढ़ेसाती और ढैय्या से पीड़ित हैं। इन उपायों को करने से जीवन में बड़े सकारात्मक बदलाव आ सकते हैं।

  • बस कंडक्टर से सुपरस्टार तक: रजनीकांत@75 – प्यार, संघर्ष और थलाइवा बनने की अनसुनी कहानी

    बस कंडक्टर से सुपरस्टार तक: रजनीकांत@75 – प्यार, संघर्ष और थलाइवा बनने की अनसुनी कहानी


    नई दिल्ली। साल 1975 में तमिल सिनेमा में एक ऐसे कलाकार ने कदम रखा जिसने आने वाले दशकों में भारतीय फिल्म इंडस्ट्री का चेहरा बदल दिया। यह कलाकार कोई और नहीं बल्कि सुपरस्टार रजनीकांत थे-एक ऐसा नाम जिसकी स्टाइल अदाकारी और व्यक्तित्व ने उन्हें ‘थलाइवा’ का दर्जा दिलाया। लेकिन इस महानायक की शुरुआत बेहद साधारण थी। बेंगलुरु में कुली का काम करते हुए और बस कंडक्टर की नौकरी करते हुए वह जिंदगी की जद्दोजहद में उलझे थे लेकिन उनके भीतर एक चमक थी जिसे सबसे पहले उनकी गर्लफ्रेंड ने पहचाना।

    रजनीकांत की दोस्ती बैंगलोर में पढ़ने वाली मेडिकल स्टूडेंट निर्मला से हुई। एक प्ले में उनका दमदार अभिनय देखकर निर्मला ने उनसे कहा-आपको हीरो बनना चाहिए। एक्टिंग का जुनून पहले से था इसलिए उन्होंने मद्रास फिल्म इंस्टीट्यूट में दाखिला लेने का फैसला कर लिया। घर की आर्थिक हालत खराब थी लेकिन उनके दोस्त राज बहादुर ने साथ दिया और रजनीकांत का एडमिशन हो गया। वहीं एक्टिंग कोर्स के दौरान मशहूर निर्देशक के. बालाचंदर की नजर उन पर पड़ी। उन्होंने शर्त रखी कि रजनी तमिल भाषा सीख लें तो उन्हें पहली फिल्म का मौका मिलेगा। रजनीकांत ने तेजी से तमिल सीख ली और 1975 में उन्हें अपूर्वा रागंगल में पहला रोल मिला। शुरुआत में खलनायक के किरदार ही मिले लेकिन रजनीकांत के अंदाज ने हर छोटे रोल को यादगार बना दिया। धीरे-धीरे वे दर्शकों के दिलों में जगह बनाने लगे और एक बस कंडक्टर से तमिल सिनेमा के उभरते स्टार बन गए।

    करियर के दमदार किरदार

    थलपति 1991- – सूर्या
    सूर्या का किरदार गरीबी भावनाओं और वफादारी से भरा हुआ था। परिस्थितियों से मजबूर होकर अपराध की दुनिया में जाने वाले इस किरदार को रजनीकांत ने अपने स्टाइल और तीखे संवादों से अमर कर दिया। उनका डायलॉग-
    मित्रता का कानून बहुत कठोर है
    आज भी फैंस की जुबां पर है।

    बाशा 1995- माणिक बाशा
    इस फिल्म ने रजनीकांत को ‘मास एंटरटेनर’ का असली खिताब दिया। एक साधारण ऑटो ड्राइवर से गैंगस्टर तक की उनकी यात्रा और उनका प्रसिद्ध डायलॉग-मैं एक बार कह दूं तो यह सौ बार कहने के बराबर है।आज भी तमिल सिनेमा का कल्ट मोमेंट माना जाता है।

    शिवाजी: द बॉस 2007- – शिवाजी
    एनआरआई इंजीनियर शिवाजी का किरदार समाज सुधार और भ्रष्टाचार विरोध की कहानी कहता है। शंकर के निर्देशन और ए. आर. रहमान के संगीत के साथ रजनी की यह फिल्म ब्लॉकबस्टर साबित हुई।

    एंथिरन/रोबोट 2010- वसीकरन और चिट्टी
    डबल रोल में रजनीकांत का जलवा अलग ही था। वैज्ञानिक वसीकरन और सुपर-रोबोट चिट्टी का किरदार फैंस को इतना पसंद आया कि यह फिल्म भारतीय सिनेमा के इतिहास की सबसे बड़ी साइंस-फिक्शन फिल्मों में शामिल हो गई।

    कबाली 2016- कबाली
    एक बूढ़े गैंगस्टर की भावनात्मक कहानी में रजनीकांत ने गजब की गहराई दिखाई। अपने खोए परिवार की तलाश में निकले इस किरदार ने दर्शकों को भावुक कर दिया।

    काला 2018- काला
    मुंबई की झुग्गियों में गरीबों के हक के लिए लड़ने वाले काला का किरदार सामाजिक संदेशों से भरा था। यह रजनीकांत के सबसे मजबूत राजनीतिक-सामाजिक भूमिकाओं में से एक माना जाता है।

    लिंगा 2014- राजा लिंगेश्वरन
    ऐतिहासिक और आधुनिक दोनों भूमिकाओं में रजनीकांत ने दोहरा जादू दिखाया। राजा का संवाद-मुझे अपना शहर देश संस्कृति और भगवान पसंद है… बहुत चर्चित रहा।

    दरबार 2020- आदित्य अरुणाचलम
    कानून तोड़कर भी न्याय दिलाने वाले इस आक्रामक पुलिस ऑफिसर का किरदार रजनीकांत की मास अपील को फिर साबित करता है।

    फैंस की दीवानगी के किस्से

    रजनीकांत की लोकप्रियता सिर्फ सिनेमा तक सीमित नहीं। वे अपने फैंस के दिलों में देवता की तरह बसते हैं। 2017 में एक फैन ने उनकी अनुपस्थिति की खबर सुनकर जहर खा लिया था। एक कैंसर पीड़ित फैन फिल्म लिंगा देखने चोरी-छिपे थिएटर पहुंचा और वहीं उसकी मौत हो गई। 2021 में रजनीकांत के स्वस्थ होने पर फैंस ने 108 नारियल फोड़कर उनका आभार जताया।
    संघर्ष और वापसी की कहानी
    रजनीकांत की शुरुआत संघर्षों से भरी थी। पिता के रिटायरमेंट के बाद घर चलाने की जिम्मेदारी उन पर आ गई जिसके लिए उन्होंने कुली का काम किया फिर बस कंडक्टर बने। इसी दौरान उन्होंने प्ले करना शुरू किया और उनकी पहचान बढ़ने लगी। 70 के दशक के आखिर में जब उनकी कई फिल्में फ्लॉप हुईं तो उन्होंने एक्टिंग छोड़ने का फैसला कर लिया। लेकिन तभी उन्हें अमिताभ बच्चन की डॉन की तमिल रीमेक बिल्ला मिली और यह फिल्म सुपरहिट हुई। रजनीकांत ने अपनी वापसी कुछ ऐसे की कि वे तमिल सिनेमा के सबसे बड़े स्टार बन गए। पहले 10 सालों में ही 100 फिल्में करने का उनका रिकॉर्ड आज भी चकित कर देता है। रजनीकांत का सफर सिर्फ सफलता की कहानी नहीं बल्कि संघर्ष दृढ़ता और स्टाइल का ऐसा मेल है जिसने उन्हें सिनेमा का ‘थलाइवा’ बनाया। 75 साल की उम्र में भी उनकी चमक पहले जैसी है-और उनका स्टारडम आज भी दुनिया भर में लोगों को प्रेरित करता है।

  • महिलाएं अकेले ट्रैवल की हिम्मत जुटा रही हैं पहाड़ से समुद्र तक सफर के लिए जानें 7 जरूरी बातें

    महिलाएं अकेले ट्रैवल की हिम्मत जुटा रही हैं पहाड़ से समुद्र तक सफर के लिए जानें 7 जरूरी बातें


    नई दिल्ली । आजकल महिलाएं अकेले यात्रा करने में पूरी तरह से आत्मनिर्भर हो रही हैं। यह एक अद्भुत अनुभव हैजो न केवल नया उत्साह देता है बल्कि आत्मविश्वास भी बढ़ाता है। लेकिन जैसा कि हर नया अनुभव थोड़ा चुनौतीपूर्ण हो सकता हैखासकर जब अकेले सफर किया जा रहा होकुछ जरूरी बातें ध्यान में रखना बेहद जरूरी है। अगर आप भी पहली बार अकेली यात्रा करने की सोच रही हैंतो यहां कुछ महत्वपूर्ण टिप्स दी गई हैंजो आपकी यात्रा को सहज और सुरक्षित बना सकती हैं।

    टिकट बुकिंग से शुरुआत करें

    अकेले ट्रैवल की शुरुआत भरोसेमंद तरीके से करें। चाहे फ्लाइट होट्रेन हो या बसहमेशा आधिकारिक वेबसाइट या भरोसेमंद ऐप से ही टिकट बुक करें। अपने टिकट और होटल बुकिंग की सारी जानकारी एक ही जगह पर रखें ताकि आप उन्हें तुरंत एक्सेस कर सकें। इसके अलावायात्रा के दौरान समयसीट और कैंसलेशन पॉलिसी को भी चेक कर लें।

     मदद लेने में हिचकिचाएं नहीं

    अगर आप अकेले सफर कर रही हैं और अजनबी जगह पर हैंतो यह जरूरी नहीं है कि आपको हर चीज खुद ही संभालनी हो। अगर आप रास्ता भूल जाएं या कोई दिक्कत होतो नजदीकी होटल स्टाफपुलिस या स्थानीय लोगों से मदद लेने में कोई बुराई नहीं है। हालांकिअपनी पर्सनल जानकारी को ज्यादा साझा न करें और किसी संदिग्ध व्यक्ति से बचकर रहें।

     डर पर काबू पाएं

    पहली बार अकेले यात्रा करने पर डर लगना स्वाभाविक हैलेकिन यह जरूरी है कि आप अपनी चिंता को शांत करें और अपने डर को काबू में रखें। याद रखेंलाखों महिलाएं अकेले यात्रा करती हैं और यह अनुभव उन्हें आत्मनिर्भर और मजबूत बनाता है। आप भी छोटे-छोटे कदम उठाकर इस यात्रा को सफल बना सकती हैं।

     बुरे हालात में शांत रहें

    यात्रा के दौरान कभी-कभी किसी चीज़ के खो जानेरास्ता भटकने या होटल ढूंढने में मुश्किल हो सकती है। ऐसे समय में शांत रहें और सोचे-समझे फैसले लें। यह भी जरूरी है कि आप स्थानीय मोबाइल नेविगेशन का इस्तेमाल करें या पुलिस हेल्पलाइन से संपर्क करें।

    खुद पर भरोसा रखें

    अकेले यात्रा करने से आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता बढ़ती है। जब आप अकेले टिकट बुक करती हैंहोटल चेक-इन करती हैं और नए रास्ते पर चलती हैंतो आपको खुद पर विश्वास होता है। यह आत्मविश्वास आपकी अगली यात्रा को और भी आसान और मजेदार बना देगा।

     कोई परेशान करे तो तुरंत कदम उठाएं

    अगर यात्रा के दौरान कोई आपको परेशान करता है या गलत व्यवहार करता हैतो तुरंत कदम उठाएं। बिना झिझक के उस व्यक्ति से दूरी बनाएंपास के लोगों को बताएं और होटल या पुलिस को शिकायत करें। आजकल वुमन सेफ्टी ऐप्स का भी इस्तेमाल किया जा सकता हैजो संकट के समय में सहायक होते हैं।

    कानून की जानकारी जरूरी है

    अकेले यात्रा करने से पहलेहमेशा स्थानीय और राष्ट्रीय कानूनों की जानकारी रखें। खासकर अगर आप विदेश यात्रा कर रही हैंतो विदेशी यात्रा नियमहेल्पलाइन नंबर 1121091 और सुरक्षा नियमों को पहले से जान लें। यह जानकारी आपको किसी भी आपात स्थिति में सुरक्षा का अहसास दिलाएगी।

    अकेले यात्रा करना न केवल एक रोमांचक अनुभव हैबल्कि यह आपके व्यक्तित्व और आत्मविश्वास को भी नया आकार देता है। सही तैयारी और सुरक्षा उपायों के साथमहिलाएं किसी भी यात्रा को सुरक्षित और आनंददायक बना सकती हैं। यदि आप पहली बार सोलो ट्रिप पर जा रही हैंतो इन 7 जरूरी बातों को ध्यान में रखें और अपनी यात्रा का पूरी तरह से आनंद लें।