Author: bharati

  • इमरान खान से नहीं मिलने देने पर धरने पर बैठी बहनें, शहबाज सरकार को दिया अल्टीमेटम

    इमरान खान से नहीं मिलने देने पर धरने पर बैठी बहनें, शहबाज सरकार को दिया अल्टीमेटम

    नई दिल्‍ली । पाकिस्तान के रावलपिंडी में अदियाला जेल के बाहर एक हफ्ते के बाद फिर से इमरान ख़ान की बहनें अपने भाई से मिलने के लिए पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ़ (PTI) के हज़ारों कार्यकर्ताओं के साथ धरने पर बैठ गईं. देर रात शुरू हुए इस प्रोटेस्ट में पार्टी के कई नेता भी उनके साथ मौजूद दिखे. इस बार पूर्व प्रधानमंत्री इमरान ख़ान की बहनें और PTI के नेता आर-पार के मूड में हैं. उन्होंने शहबाज सरकार को सीधा अल्टीमेटम दे दिया है कि अगर इमरान ख़ान से उन्हें जेल में नहीं मिलने दिया गया तो ये प्रदर्शन जारी रहेगा. धरने के दौरान PTI के नेता आज़ादी के नारे लगाते रहे.

    इमरान ख़ान की बहन नोरीन नियाज़ी के मुताबिक़ अगर पाकिस्तानी सरकार 5 मिनट भी उन्हें इमरान ख़ान से मिल लेने देती तो वो आराम से चली जातीं, लेकिन पता नहीं इमरान ख़ान को किस हालत में रखा गया है और आख़िर क्यों उनसे नहीं मिलने दिया जा रहा है.

    4 हफ्ते से क्या छिपा रही शहबाज सरकार?

    कोर्ट के आदेश के बावजूद पाकिस्तान की शहबाज़ शरीफ सरकार और पाकिस्तानी पंजाब की मरियम नवाज़ सरकार इमरान ख़ान की बहनों को बीते 4 हफ़्ते से अदियाला जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान ख़ान से नहीं मिलने दे रही है. पिछले हफ्ते भी इमरान ख़ान की बहनों को जब इमरान ख़ान से मिलने नहीं दिया गया था तो वो धरने पर बैठ गई थी, हालांकि इसके बाद रात में पाकिस्तानी पुलिस ने इमरान ख़ान की बहन नोरीन खानूम नियाज़ी के साथ मारपीट की थी और गिरफ्तार कर लिया था.

    मंगलवार रात को एक बार फिर इमरान ख़ान की बहने जेल के बाहर धरने पर बैठ गईं. पिछली बार जहां इनके साथ 100 के आसपास कार्यकर्ता थे तो इस बार धरने पर कई नेता भी मौजूद है और हज़ारों की संख्या में जेल के बाद कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे हैं.

  • नई दिल्ली : दूरसंचार विभाग (DoT) की बड़ी चेतावनी – आपके नाम पर दर्ज SIM का गलत इस्तेमाल आपको जेल तक पहुँचा सकता है

    नई दिल्ली : दूरसंचार विभाग (DoT) की बड़ी चेतावनी – आपके नाम पर दर्ज SIM का गलत इस्तेमाल आपको जेल तक पहुँचा सकता है


    नई दिल्ली। भारत में दूरसंचार विभाग (DoT) ने देशभर के मोबाइल उपयोगकर्ताओं के लिए एक बड़ी और गंभीर चेतावनी जारी की है। DoT ने कहा है कि यदि किसी व्यक्ति के नाम पर कोई सिम कार्ड दर्ज है और वह गलत हाथों में पहुँच जाता है, तो उसके माध्यम से किए गए किसी भी अपराध की कानूनी जिम्मेदारी उसी व्यक्ति पर आएगी, भले ही उसने उस सिम का कभी उपयोग न किया हो। यह चेतावनी केवल नकली दस्तावेज़ों पर सिम जारी करने तक सीमित नहीं है। विभाग ने उन लोगों को भी आगाह किया है जो बदले गए आईएमईआई वाले मोबाइल फोन या पहचान छुपाने वाले किसी भी तरह के ऐप का उपयोग करते हैं।

    क्यों बढ़ रहा है खतरा? DoT ने बताए कारण

    DoT ने स्पष्ट किया है कि यदि आपके नाम पर एक या एक से अधिक सिम कार्ड दर्ज हैं, तो उनका गलत उपयोग एक बड़ा कानूनी जोखिम बन सकता है। आज के समय में साइबर ठगी, धोखाधड़ी, स्पैम कॉल और अन्य मोबाइल से जुड़े अपराध बढ़ रहे हैं। यदि अपराध करने वाला व्यक्ति आपके नाम पर दर्ज सिम का उपयोग कर लेता है, तो जांच के दौरान सबसे पहले संदेह आपके ऊपर आएगा।

    भले ही आप यह साबित कर दें कि आपने उस नंबर का उपयोग नहीं किया, फिर भी जांच और कानूनी प्रक्रिया से गुजरना पड़ेगा। कई मामलों में लोगों को यह तक पता नहीं होता कि उनके नाम पर कितने सिम दर्ज हैं और उनका उपयोग कहाँ-कहाँ हो रहा है।

    आईएमईआई में छेड़छाड़ भी बना सकती है अपराधी

    DoT ने उन मोबाइल में छेड़छाड़ किए गए आईएमईआई नंबरों पर भी सख्त चेतावनी जारी की है। आईएमईआई हर मोबाइल का एक पहचान नंबर होता है, जिसका उपयोग अपराधों की जांच और ट्रैकिंग में किया जाता है। यदि कोई व्यक्ति ऐसा फोन खरीद लेता है जिसका आईएमईआई बदला हुआ हो, तो वह कानून का उल्लंघन कर रहा होता है।

    बाजार में नकली या जोड़कर तैयार किए गए कई फोन मिल जाते हैं जिनमें आईएमईआई बदलना आसान होता है। ऐसे फोन का उपयोग अपराधी आसानी से अपनी पहचान छुपाने के लिए करते हैं। दूरसंचार कानून के अनुसार आईएमईआई में छेड़छाड़ करने पर तीन साल तक की जेल और पचास लाख रुपये तक का जुर्माना लगाया जा सकता है। इसीलिए DoT ने स्पष्ट किया है कि यदि आप ऐसा फोन उपयोग करते पाए जाते हैं, तो आप भी कानूनी कार्रवाई के दायरे में आ सकते हैं।

    इसके अलावा विभाग ने यह भी सलाह दी है कि अपने नाम पर दर्ज किसी भी सिम को किसी अन्य व्यक्ति को न दें। यदि वह व्यक्ति किसी गलत काम में उस सिम का उपयोग करता है, तो कानूनी जिम्मेदारी आपके ऊपर आएगी।

    संचार साथी पोर्टल से रखें निगरानी

    DoT ने सभी मोबाइल उपयोगकर्ताओं को *संचार साथी* पोर्टल और इसके मोबाइल ऐप का उपयोग करने की सलाह दी है। यह एक सरकारी प्लेटफार्म है जिसके माध्यम से आप जान सकते हैं कि आपके नाम पर कितने मोबाइल नंबर दर्ज हैं।

    इस पोर्टल की सबसे बड़ी खासियत यह है कि:

    आप अपने नाम पर दर्ज सभी सिम की सूची देख सकते हैं।
    यदि कोई अनजान या संदेहास्पद नंबर दिखे, तो आप तुरंत शिकायत कर सकते हैं।
    आप अपने मोबाइल का ब्रांड, मॉडल और आईएमईआई भी जांच सकते हैं।
    यदि आपका फोन नकली या बदले हुए आईएमईआई वाला निकलता है, तो आप तुरंत इसकी रिपोर्ट कर सकते हैं।

    यह पोर्टल नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तैयार किया गया है, ताकि कोई भी व्यक्ति आपकी जानकारी का दुरुपयोग न कर सके।

    क्या करें यदि पता चले कि आपके नाम पर अतिरिक्त सिम दर्ज है?

    यदि संचार साथी पोर्टल पर जांच के दौरान आपको ऐसा कोई नंबर दिखे जिसे आपने कभी नहीं लिया, तो तुरंत शिकायत दर्ज करें। आपके दस्तावेज़ों के दुरुपयोग की संभावना हो सकती है। आप चाहें तो उस नंबर को बंद करवाने का अनुरोध अपने सेवा प्रदाता से भी कर सकते हैं।

    निष्कर्ष

    DoT की चेतावनी ने साफ कर दिया है कि मोबाइल उपयोग में जरा सी लापरवाही भी बड़ा खतरा बन सकती है। किसी भी सिम कार्ड या मोबाइल का दुरुपयोग आपको कानूनी मुश्किलों में डाल सकता है। इसलिए जरूरी है कि हर नागरिक अपने नाम पर दर्ज सिम की जानकारी रखे, संचार साथी पोर्टल का उपयोग करे, और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत रिपोर्ट करे।

  • पेशावर हमले के बाद पाक का जवाब, अफगानिस्तान में आधी रात में की बमबारी, 10 की मौत

    पेशावर हमले के बाद पाक का जवाब, अफगानिस्तान में आधी रात में की बमबारी, 10 की मौत

    नई दिल्‍ली । पाकिस्तान के ख़ैबर पख़्तूनख़्वा के पेशावर में कल सोमवार (24 नवंबर) को फिदायीन हमला हुआ था. इसके जवाब में पाकिस्तानी आर्मी ने अफगानिस्तान में बड़ा हमला किया है. पाकिस्तानी सेना ने इस बार अफगान के रिहायशी इलाकों को अपना निशाना बनाया है. पाकिस्तान की ओर से की गई एयर स्ट्राइक में 10 अफगान नागरिकों की मौत हुई है. मरने वालों में 9 बच्चे शामिल हैं और इन सभी बच्चों की उम्र 10 साल से भी कम बताई जा रही है.

    अफ़ग़ानिस्तान की तालिबान सरकार के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद के मुताबिक़, हमला कल बीती रात अफ़ग़ानिस्तान के समय अनुसार रात 12 बजे हुआ था और पाकिस्तानी वायुसेना ने अफ़ग़ानिस्तान के खोस्त, कंधार और पक्तिका प्रांत को निशाना बनाया. इसमें 10 लोगों की मौत के अलावा 4 लोग घायल भी हुए हैं.

    अफ़ग़ानिस्तान के रिहाइशी इलाकों को निशाना बना रहा पाकिस्तान
    पाकिस्तानी सेना पिछले महीने अक्टूबर से ही अफ़ग़ानिस्तान के रिहाइशी इलाकों को अपना निशाना बना रही है. पिछले महीने अफ़ग़ानिस्तान में एयर स्ट्राइक के दौरान पाकिस्तानी सेना ने रिहायशी इलाकों को निशाना बनाते हुए 59 मासूम अफ़ग़ानियों की जान ले ली थी, जिसके बाद दोनों देशों के बीच तुर्किये और कतर की मध्यस्ता में सीजफायर का ऐलान हुआ था.

    तालिबान के प्रवक्ता ने क्या कहा
    अफ़ग़ानिस्तान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने कहा कि अफ़ग़ानिस्तान इस तरह के हमलों की कड़ी निंदा करता है और एक बार फिर दोहराता है कि उसके पास अपनी हवाई और ज़मीनी सीमा तथा अपने लोगों की रक्षा करने का कानूनी और धार्मिक अधिकार है और उचित समय पर आवश्यक जवाब दिया जाएगा.

    पाकिस्तान ने बीती रात अफ़ग़ानिस्तान के पक्तिका, कुनार और खोस्त प्रांत में हमला किया, जिसमें खोस्त के गुरबाज़ जिले में एक रिहायशी मकान में हमला किया गया इसमें 9 बच्चों की मौत हो गई. इसके अलावा पक्तिका के बारमल जिले में पाकिस्तानी सेना ने हवाई हमला एक मस्जिद पर किया था, जिसमें 2 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं.

  • 53वें इंटरनेशनल एमी अवॉर्ड्स: गाजा डॉक्यूमेंट्रीज ने मारी बाजी, दिलजीत दोसांझ को नहीं मिला बेस्ट एक्टर का पुरस्कार

    53वें इंटरनेशनल एमी अवॉर्ड्स: गाजा डॉक्यूमेंट्रीज ने मारी बाजी, दिलजीत दोसांझ को नहीं मिला बेस्ट एक्टर का पुरस्कार

    नई दिल्ली। 53वें इंटरनेशनल एमी अवॉर्ड्स का आयोजन मंगलवार, 24 नवंबर को न्यूयॉर्क में किया गया। यह अवॉर्ड्स दुनिया भर में बेहतरीन टीवी प्रोग्रामिंग और कलाकारों को सम्मानित करते हैं। इस साल के आयोजन में 16 विभिन्न श्रेणियों में विजेताओं की घोषणा की गई, जिसमें ब्रिटेन, स्पेन, जर्मनी, और अन्य देशों के टीवी शो और फिल्मों को सम्मानित किया गया। इस साल के एमी अवॉर्ड्स की मेज़बानी केली रिपा और मार्क कॉन्सुएलोस ने की।

    भारत से इस साल की पुरस्कार सूची में एक बड़ा नाम था, वह था दिलजीत दोसांझ, जिन्हें फिल्म अमर सिंह चमकीला के लिए बेस्ट एक्टर के पुरस्कार के लिए नॉमिनेट किया गया था, लेकिन उन्हें यह पुरस्कार नहीं मिल सका। वहीं, गाजा संघर्ष पर आधारित दो डॉक्यूमेंट्रीज ने इस साल की नॉन-फिक्शन श्रेणियों में पुरस्कार जीते। यह इस अवॉर्ड शो में एक नया इतिहास था, जब गाजा संघर्ष पर आधारित डॉक्यूमेंट्रीज ने अवॉर्ड्स अपने नाम किए।

    53वें इंटरनेशनल एमी अवॉर्ड्स: विजेताओं की सूची

    बेस्ट आर्ट प्रोग्रामिंग
    विजेता: रयूइची सकामोटो: लास्ट डेज (जापान)
    अन्य नॉमिनेशन्स: आर्ट मैटर्स विद मेल्विन ब्रैग (यूके), DJ मेहदी: मेड इन फ्रांस (फ्रांस), हर्चकोविच: एक्सपोस्टो (ब्राज़ील)

    बेस्ट एक्टर
    विजेता: यो, एडिक्टो में – ओरिओल प्ला (स्पेन)
    अन्य नॉमिनेशन्स: अमर सिंह चमकीला – दिलजीत दोसांझ (भारत), लुडविग – डेविड मिशेल (यूके), वन हंड्रेड इयर्स ऑफ सॉलिट्यूड – डिएगो वास्केज (कोलंबिया)

    बेस्ट एक्ट्रेस
    विजेता: अनटिल आई किल यू – एना मैक्सवेल मार्टिन (यूके)
    अन्य नॉमिनेशन्स: कैच मी ए किलर – शार्लोट होप (दक्षिण अफ्रीका), मुजेरेस एसेसिनास सीजन 2 – कैरोलिना मिरांडा (मेक्सिको), स्मार्टपंकटेन – मारिया सिड (स्वीडन)

    बेस्ट कॉमेडी
    विजेता: लुडविग (यूके)
    अन्य नॉमिनेशन्स: चिकन नगेट (दक्षिण कोरिया), आइरिस (फ्रांस), वाई लेलेगारोन डे नोचे (मेक्सिको)

    करंट अफेयर्स
    विजेता: डिस्पैचेस किल ज़ोन: इनसाइड गाज़ा (यूके)
    अन्य नॉमिनेशन्स: फिलीपींस: डाइविंग फॉर गोल्ड (फ्रांस), डेसापेरेसिडोस फोर्काडोस (ब्राज़ील), वॉक द लाइन (सिंगापुर)

    डॉक्यूमेंट्री
    विजेता: हेल जम्पर (यूके)
    अन्य नॉमिनेशन्स: किंग ऑफ किंग्स: चेज़िंग एडवर्ड जोन्स (फ्रांस), ओ प्रेजर ई म्यू (ब्राज़ील), स्कूल टाईज (दक्षिण अफ्रीका)

    बेस्ट ड्रामा सीरीज
    विजेता: राइवल्स (यूके)
    अन्य नॉमिनेशन्स: लास अज़ुल्स (मेक्सिको), बैड बॉय (इजराइल), कोएक (दक्षिण अफ्रीका)

    किड्स एनिमेशन
    विजेता: ब्लूई (ऑस्ट्रेलिया)
    अन्य नॉमिनेशन्स: लैम्पट सीजन 4 (सिंगापुर), लुपी ई बडुकी (ब्राज़ील), मुमिलाक्सो सीजन 4 (फिनलैंड)

    किड्स: तथ्यात्मक और मनोरंजन
    विजेता: Auf Fritzis Spuren – Wie war das so in der DDR? (जर्मनी)

    किड्स: लाइव-एक्शन
    विजेता: फॉलन (यूके)

    न्यूज
    विजेता: गाज़ा, सर्च फ़ॉर लाइफ (क़तर)

    नॉन-स्क्रिप्टेड एंटरटेनमेंट
    विजेता: शाओलिन हीरोज: डेनमार्क (डेनमार्क)

    बेस्ट शॉर्ट-फ़ॉर्म सीरीज
    विजेता: ला मीडियाट्राइस (कनाडा)

    स्पोर्ट्स डॉक्यूमेंट्री
    विजेता: इट्स ऑल ओवर: द किस दैट चेंज्ड स्पैनिश फुटबॉल (स्पेन)

    बेस्ट टेलीनोवेला
    विजेता: देहा (तुर्की)

    बेस्ट टीवी मूवी/मिनी-सीरीज
    विजेता: लॉस्ट बॉयज एंड फेयरीज (यूके)
    अन्य नॉमिनेशन: अमर सिंह चमकीला* (भारत), हेरहॉसन: द बैंकर एंड द बॉम्ब (जर्मनी), वेंसर ओ मोरिर (चिली)

    दिलजीत दोसांझ को बेस्ट एक्टर का पुरस्कार क्यों नहीं मिला?

    इस साल के इंटरनेशनल एमी अवॉर्ड्स में दिलजीत दोसांझ को अमर सिंह चमकीला के लिए बेस्ट एक्टर के अवॉर्ड के लिए नॉमिनेट किया गया था, लेकिन उन्हें यह पुरस्कार नहीं मिला। इसके बजाय, स्पेन के अभिनेता ओरिओल प्ला ने यो, एडिक्टो में में अपने अभिनय के लिए बेस्ट एक्टर का पुरस्कार जीता। यह दिलजीत के फैंस के लिए एक निराशा का पल था, लेकिन साथ ही इस बार के अवॉर्ड्स में फिल्म और टीवी क्षेत्र के कई नए और आकर्षक कार्यों को सम्मानित किया गया।

    गाजा डॉक्यूमेंट्री का महत्व

    गाजा पर आधारित डॉक्यूमेंट्रीज ने इस साल के इंटरनेशनल एमी अवॉर्ड्स में बड़ी सफलता हासिल की। इन डॉक्यूमेंट्रीज ने न केवल दर्शकों का ध्यान आकर्षित किया, बल्कि समसामयिक और संवेदनशील मुद्दों पर प्रकाश डाला। यह अवॉर्ड्स इस तथ्य का प्रमाण हैं कि वैश्विक स्तर पर डॉक्यूमेंट्री फिल्मों की अहमियत और प्रभाव बढ़ रहा है।

  • अफगानिस्तान ने भारत को दिया बड़ा निवेश ऑफर, पाकिस्तान को लगेगी मिर्ची

    अफगानिस्तान ने भारत को दिया बड़ा निवेश ऑफर, पाकिस्तान को लगेगी मिर्ची

    नई दिल्ली। अफगानिस्तान ने भारत को एक बड़ा निवेश ऑफर दिया है, जिसे जानकर पाकिस्तान को न केवल परेशानी हो सकती है, बल्कि वह इस ऑफर से जलकर खाक भी हो सकता है। अफगानिस्तान के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री अलहाज नूरुद्दीन अजीजी ने भारतीय कंपनियों को अफगानिस्तान में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया है। उनका कहना है कि अफगानिस्तान सोने के खनन समेत कई अन्य क्षेत्रों में निवेश करने वाली भारतीय कंपनियों को पांच साल की कर छूट देने को तैयार है।

    अजीजी सोमवार को उद्योग मंडल ‘एसोचैम’ द्वारा आयोजित एक परिचर्चा सत्र में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के साथ मौजूदा तनाव व्यापार में बड़ी बाधा डाल रहा है और इस कारण भारत और अफगानिस्तान के बीच व्यापारिक संबंधों को और बेहतर बनाने की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि अफगानिस्तान में निवेश के लिए अपार संभावनाएं मौजूद हैं और यहां कम प्रतिस्पर्धा भी देखने को मिलती है।

    अजीजी ने कहा, “अफगानिस्तान में निवेश करने वाली भारतीय कंपनियों को न केवल पांच साल की कर छूट मिलेगी, बल्कि वे आसानी से भूमि प्राप्त कर सकती हैं। इसके अलावा, यदि कंपनियां मशीनरी आयात करती हैं, तो अफगानिस्तान केवल एक प्रतिशत शुल्क लगाएगा।” उनका कहना था कि इस तरह के निवेश से दोनों देशों के व्यापारिक रिश्ते और मजबूत हो सकते हैं।

    सोने के खनन में निवेश की अपील

    अफगान मंत्री ने विशेष रूप से सोने के खनन क्षेत्र में निवेश को लेकर भारतीय कंपनियों से सहयोग का आह्वान किया। उनका कहना था कि इस क्षेत्र में काम शुरू करने के लिए तकनीकी और पेशेवर दलों की आवश्यकता होगी। इसलिए, उन्होंने भारतीय कंपनियों से अनुरोध किया कि वे पहले अपने विशेषज्ञ दल अफगानिस्तान भेजें, जो यहां के खनन क्षेत्रों का अध्ययन और शोध कर सकें, ताकि बाद में यहां निवेश और काम शुरू किया जा सके।

    अजीजी ने यह भी कहा कि वे उम्मीद करते हैं कि खनन के प्रसंस्करण का काम अफगानिस्तान में ही किया जाएगा, ताकि वहां रोजगार के नए अवसर उत्पन्न हो सकें। उनका मानना था कि इससे न केवल अफगानिस्तान की अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा, बल्कि भारतीय कंपनियों को भी एक नया बाजार मिलेगा, जिसमें वे आसानी से प्रवेश कर सकती हैं।

    भारत-अफगानिस्तान व्यापार संबंधों को मजबूत करने की आवश्यकता

    अजीजी ने भारत और अफगानिस्तान के बीच व्यापार को बढ़ावा देने के लिए द्विपक्षीय संबंधों में कुछ छोटी-छोटी बाधाओं को दूर करने का भी सुझाव दिया। उन्होंने भारत सरकार के अधिकारियों से आग्रह किया कि वीजा, हवाई मार्ग और बैंकिंग लेन-देन जैसे मामूली मुद्दों को हल किया जाए, ताकि दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश के रास्ते खोल सकें। उनका कहना था कि इन समस्याओं के समाधान से दोनों देशों के व्यापारिक संबंध और अधिक प्रगति कर सकते हैं।

    अफगानिस्तान के उद्योग मंत्री वर्तमान में छह दिन की भारत यात्रा पर हैं और इस दौरान वे भारत सरकार के विभिन्न अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं। उनके भारत दौरे का मुख्य उद्देश्य भारत और अफगानिस्तान के बीच व्यापारिक संबंधों को और मजबूत बनाना है।

    पाकिस्तान को हो सकती है परेशानी

    अफगानिस्तान द्वारा भारत को दी गई कर छूट और निवेश के अवसरों की खबर से पाकिस्तान को निश्चित रूप से परेशानी हो सकती है, क्योंकि पाकिस्तान के साथ अफगानिस्तान के रिश्ते तनावपूर्ण हैं। अफगानिस्तान ने कई बार पाकिस्तान की सीमा पर सुरक्षा और आतंकवाद के मुद्दे उठाए हैं। ऐसे में भारत और अफगानिस्तान के बीच बढ़ते व्यापारिक संबंध पाकिस्तान के लिए एक नई चुनौती हो सकते हैं, जो उसके लिए घातक साबित हो सकता है।

    अजीजी ने अफगानिस्तान में निवेश को लेकर जो प्रस्ताव भारत के सामने रखा है, वह न केवल भारत और अफगानिस्तान के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने का एक अवसर है, बल्कि यह क्षेत्रीय व्यापार में नए रास्ते खोलने के लिए भी एक अहम कदम हो सकता है।

    यह प्रस्ताव अफगानिस्तान की ओर से भारत के प्रति एक सकारात्मक संकेत है, जो दोनों देशों के बीच अच्छे व्यापारिक और कूटनीतिक रिश्तों के लिए सहायक हो सकता है। इसके साथ ही, यह पाकिस्तान के लिए भी एक संकेत हो सकता है कि उसे क्षेत्रीय व्यापार में नई भूमिका निभाने के लिए अपनी रणनीतियों पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता है।

  • SIR पर बवाल: बंगाल में BLOs का चुनाव आयोग के सामने प्रदर्शन, ममता बनर्जी ने किया समर्थन

    SIR पर बवाल: बंगाल में BLOs का चुनाव आयोग के सामने प्रदर्शन, ममता बनर्जी ने किया समर्थन


    नई दिल्ली/कोलकाता।पश्चिम बंगाल में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR-Special Intensive Revision) को लेकर राजनीतिक घमासान और तनाव चरम पर पहुंच गया है। सोमवार को बूथ स्तरीय अधिकारियों BLO ने कोलकाता के मुख्य निर्वाचन अधिकारी CEO कार्यालय के बाहर जमकर विरोध प्रदर्शन किया, जो देर रात तक जारी रहा। प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेड तोड़ने और दफ्तर में घुसने की कोशिश की, जिसके दौरान पुलिसकर्मियों के साथ हाथापाई भी हुई।

    पुलिस से झड़प और दफ्तर में घुसने की कोशिश

    बीएलओ अधिकार रक्षा समिति के सदस्य उत्तरी कोलकाता के कॉलेज स्क्वायर से जुलूस निकालते हुए CEO कार्यालय पहुंचे। प्रदर्शनकारियों ने कार्यालय के मुख्य द्वार को घेर लिया और प्रतीकात्मक रूप से ताले व बेड़ियां लगाईं। पुलिस ने बैरिकेड लगाकर दफ्तर की सुरक्षा की, लेकिन प्रदर्शनकारी BLO ने अवरोधक तोड़ने की कोशिश की। इस दौरान तीखी झड़प हुई, जिससे माहौल तनावपूर्ण बन गया।

    प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि निर्वाचन आयोग BLO पर अत्यधिक और अमानवीय कार्य दबाव डाल रहा है। समिति ने बताया कि तनाव के कारण कई BLO बीमार पड़ रहे हैं और दो ने तो आत्महत्या तक की। मुर्शिदाबाद से आए एक प्रदर्शनकारी ने कहा, पश्चिम बंगाल में SIR प्रक्रिया, जो आमतौर पर दो साल में पूरी होती है, अब केवल दो महीनों में पूरी कराई जा रही है। अगर सीओ ने हमारी बात नहीं सुनी, तो हम पूरी रात विरोध करेंगे और कल फिर आएंगे।

    ममता बनर्जी ने दिया BLO का समर्थन

    पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस संवेदनशील मामले पर सीधे हस्तक्षेप किया है। उन्होंने मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार को पत्र लिखकर SIR प्रक्रिया पर गंभीर चिंता व्यक्त की। ममता ने इसे अनियोजित, अव्यवस्थित और खतरनाक बताते हुए कहा कि प्रशिक्षण की कमियों, दस्तावेजीकरण की अस्पष्टता और मतदाताओं तक पहुंचने में कठिनाई ने BLO पर दबाव बढ़ा दिया है। मुख्यमंत्री ने चेताया कि यदि BLO को उचित समय और संसाधन नहीं मिले तो मतदाता सूची का पुनरीक्षण विवाद और तनाव का कारण बन सकता है।

    BJP ने लगाया TMC के गुंडों का आरोप
    वहीं भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने इस विरोध प्रदर्शन को राजनीतिक रंग देने का आरोप लगाया। उत्तर कोलकाता ज़िला अध्यक्ष तमोघना घोष ने कहा कि जो लोग सीईओ कार्यालय में घुसने की कोशिश कर रहे थे, वे वास्तविक BLO नहीं थे बल्कि टीएमसी के गुंडे थे। उनका दावा है कि ये लोग आधी रात को कार्यालय में छेड़छाड़ और भय फैलाने आए थे।

    SIR प्रक्रिया देशभर में जारी

    सचेत रहना यह आवश्यक है कि यह SIR कवायद केवल पश्चिम बंगाल तक सीमित नहीं है। देश के 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में घर-घर जाकर मतदाता सूची की जांच और अद्यतन का काम 4 नवंबर से शुरू हुआ है और 4 दिसंबर तक चलेगा। अंतिम सूची 7 फरवरी, 2026 को प्रकाशित की जाएगी।BLO अधिकार समिति ने चेताया है कि यदि कार्य की समय-सीमा नहीं बढ़ाई गई या सुधारात्मक कदम नहीं उठाए गए तो वे निरंतर विरोध और प्रदर्शन कार्यक्रम शुरू करने के लिए बाध्य होंगे।
    इस प्रदर्शन ने SIR प्रक्रिया की संवेदनशीलता को उजागर किया है और दिखा दिया कि BLO की मुश्किलें केवल प्रशासनिक नहीं, बल्कि जीवन और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी हैं। अब सबकी निगाहें निर्वाचन आयोग और राज्य सरकार पर टिकी हैं कि वे इस विवाद को किस तरह सुलझाते हैं।

  • आज सोने के दामों में जबरदस्त तेजी! MCX पर ₹1,200 की उछाल, दिल्ली‑लखनऊ में कीमतें हुई बढ़त पर

    आज सोने के दामों में जबरदस्त तेजी! MCX पर ₹1,200 की उछाल, दिल्ली‑लखनऊ में कीमतें हुई बढ़त पर

    नई दिल्ली। घरेलू फ्यूचर मार्केट में आज, 25 नवंबर 2025, सोने और चांदी की कीमतों में जबरदस्त तेजी देखने को मिली है। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज MCX पर शुरुआती कारोबार में सोना ₹1,200 से अधिक महंगा हो गया, जिससे शादियों के सीजन में खरीदारी करने वालों के लिए यह दिन खासा खर्चीला साबित हो सकता है।
    MCX पर 5 दिसंबर एक्सपायरी वाला गोल्ड फ्यूचर वायदा आज ₹1,25,124 प्रति 10 ग्राम पर ट्रेड कर रहा था, जो पिछले बंद भाव ₹1,23,854 की तुलना में लगभग ₹1,270 का उछाल दर्शाता है। विशेषज्ञों का कहना है कि वैश्विक बाजार में मजबूत मांग और घरेलू बाजार में बढ़ती खरीदारी की वजह से सोने में यह तेजी आई है।

    फ्यूचर मार्केट में सोना-चांदी की चाल:
    आज सुबह 10:40 बजे तक सोने और चांदी की कीमतें इस प्रकार थीं। कमोडिटी शुरुआती कीमत MCX मौजूदा कीमत पिछली बंद कीमत से उछाल। सोना 5 दिसंबर ₹1,24,789/10 ग्राम ₹1,25,124/10 ग्राम लगभग ₹1,270 हाई ₹1,25,291 चांदी ₹1,57,162/किलोग्राम ₹1,56,950/किलोग्राम लगभग ₹2,400

    विशेषज्ञों का मानना है कि सोने और चांदी दोनों में यह तेजी वैश्विक बाजार में बहुमूल्य धातुओं की मजबूत मांग को दर्शाती है। खासकर शादियों और त्योहारी सीजन के दौरान निवेश और गहनों की मांग बढ़ने से कीमतों में यह उछाल आया है।

    आपके शहर में आज का सोने-चांदी का रेट

    गुड रिटर्न के अनुसार, देश के प्रमुख शहरों में 24 कैरेट शुद्धता वाले सोने के आज के खुदरा दाम प्रति 10 ग्राम इस प्रकार हैं:
    शहर 24 कैरेट सोना 22 कैरेट सोना
    दिल्ली / लखनऊ ₹1,27,190 ₹1,16,600
    मुंबई / कोलकाता ₹1,27,040 ₹1,16,450
    चेन्नई ₹1,27,860 ₹1,17,200
    अहमदाबाद / पटना ₹1,27,090 ₹1,16,500
    हैदराबाद ₹1,27,040 ₹1,16,450
    यह बढ़ोतरी दिखाती है कि सोना और चांदी अभी भी निवेशकों के लिए आकर्षक विकल्प बने हुए हैं। बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि सोने में निवेश सुरक्षित और दीर्घकालीन लाभ देने वाला माना जाता है।

    विशेषज्ञों की राय और निवेश सुझाव

    विशेषज्ञों के अनुसार, सोने में निवेश अभी भी सुरक्षित है क्योंकि यह बाजार के उतार-चढ़ाव के बीच भी बेहतर रिटर्न देने की क्षमता रखता है। वहीं, चांदी में भी लगातार मजबूत मांग के संकेत मिल रहे हैं  जिससे यह  अल्टरनेटिव  निवेश  के रूप में उभर रही है। शादी और त्यौहार के  सीजन में उपभोक्ताओं को सलाह दी जाती है कि सोने की खरीदारी समय पर और सही भाव में करें क्योंकि कीमतों में रोजाना बदलाव देखने को मिल सकता है।
    आज की तेजी के साथ ही यह साफ हो गया है कि सोना और चांदी का बाजार अभी मजबूत स्थिति में है और निवेशकों तथा खरीदारों के लिए यह समय सोच-समझकर कदम उठाने का है।

  • मोक्षदा एकादशी 2025: व्रत की सही तिथि और मोक्षदायक मंत्र की जानकारी

    मोक्षदा एकादशी 2025: व्रत की सही तिथि और मोक्षदायक मंत्र की जानकारी



    नई दिल्ली। हिंदू धर्म में मार्गशीर्ष माह की शुक्ल पक्ष की एकादशी को मोक्षदा एकादशी के नाम से जाना जाता है। यह दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की उपासना का विशेष महत्व रखता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार इस दिन किया गया व्रत न केवल सुख-समृद्धि प्रदान करता है, बल्कि मोक्ष प्राप्ति का मार्ग भी प्रशस्त करता है। इस वर्ष, मोक्षदा एकादशी 2025 को लेकर भक्तों में असमंजस की स्थिति देखी जा रही है। उज्जैन के आचार्य आनंद भारद्वाज के अनुसार, व्रत का सही समय उदय तिथि सूर्य के अनुसार को ध्यान में रखते हुए तय किया जाता है।

    मोक्षदा एकादशी 2025: तिथि और पारण

    आचार्य आनंद भारद्वाज के अनुसार इस वर्ष मोक्षदा एकादशी की तिथि इस प्रकार है:

    एकादशी तिथि आरंभ: 30 नवंबर 2025, रात 9 बजकर 29 मिनट

    एकादशी तिथि समाप्त: 1 दिसंबर 2025, शाम 7 बजकर 01 मिनट

    व्रत का दिन: 1 दिसंबर 2025 सोमवार उदय तिथि को ध्यान में रखते हुए व्रत 1 दिसंबर को रखा जाएगा। पारण का समय अगले दिन सुबह शुभ मुहूर्त में करना शुभ माना जाता है। पारण से पहले किसी ब्राह्मण को भोजन कराना अत्यंत पुण्यदायी माना गया है।

    मोक्षदा एकादशी व्रत में ये काम न करें

    मोक्षदा एकादशी का व्रत पूर्ण फल देने के लिए नियमों का पालन करना अत्यंत आवश्यक है। कुछ प्रमुख नियम इस प्रकार हैं: एकादशी से पूर्व की रात 30 नवंबर की शाम में सूर्यास्त के बाद भोजन न करें।व्रत के दौरान मन को शांत रखें और किसी के प्रति क्रोध, द्वेष या नकारात्मक भावना न रखें। इस दिन किसी की निंदा करना वर्जित है। मोक्षदा एकादशी के दिन अनाज का सेवन पूर्णतया वर्जित है विशेष रूप से चावल का सेवन न करें। यदि व्रत न कर पाएं तो भी कम से कम चावल बिल्कुल न खाएं।

    मोक्ष और समृद्धि के लिए मंत्र

    मोक्षदा एकादशी पर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा के साथ विशेष मंत्रों का जाप करना अत्यंत शुभ माना जाता है। कुछ प्रमुख मंत्र निम्नलिखित हैं

    भगवान धन्वंतरि स्वास्थ्य मंत्र

    ॐ वासुदेवाय विघ्माहे वैधयाराजाया धीमहि तन्नो धन्वन्तरी प्रचोदयात्॥
    ॐ तत्पुरुषाय विद्‍महे अमृता कलसा हस्थाया धीमहि तन्नो धन्वन्तरी प्रचोदयात्॥
    भगवान विष्णु का ध्यान मंत्र
    शान्ताकारम् भुजगशयनम् पद्मनाभम् सुरेशम्
    विश्वाधारम् गगनसदृशम् मेघवर्णम् शुभाङ्गम्।
    लक्ष्मीकान्तम् कमलनयनम् योगिभिर्ध्यानगम्यम्
    वन्दे विष्णुम् भवभयहरम् सर्वलोकैकनाथम्॥
    कुबेर धन मंत्र
    ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धनधान्याधिपतये
    धनधान्यसमृद्धिं मे देहि दापय स्वाहा॥
    व्रत का पारण
    व्रत का पारण अगले दिन सुबह शुभ मुहूर्त में किया जाता है। पारण से पूर्व किसी ब्राह्मण को भोजन कराना अत्यंत शुभ माना जाता है और इसे करने से व्रत का पूर्ण फल प्राप्त होता है।मोक्षदा एकादशी का यह दिन धार्मिक आस्था, समृद्धि और मोक्ष प्राप्ति का प्रतीक है। भक्तों के लिए यह अवसर केवल व्रत रखने का नहीं, बल्कि मन, वचन और कर्म में शुद्धता लाने का भी अवसर है। इस पावन दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की उपासना, नियम पालन और मंत्र जाप से न केवल आध्यात्मिक लाभ मिलता है, बल्कि घर में सुख, समृद्धि और शांति भी बनी रहती है।

  • भारत-पाक की टक्कर तय: टी20 वर्ल्ड कप 2026 का शेड्यूल हुआ जारी

    भारत-पाक की टक्कर तय: टी20 वर्ल्ड कप 2026 का शेड्यूल हुआ जारी

    नई दिल्ली/ टी20 वर्ल्ड कप 2026 का शेड्यूल सामने आते ही सबसे अधिक चर्चा जिस मुकाबले को लेकर हो रही है वह है भारत बनाम पाकिस्तान। क्रिकेट प्रेमियों का लंबे समय से इंतजार खत्म होने वाला है। दोनों टीमें 15 फरवरी 2026 को कोलंबो के आर. प्रेमदासा स्टेडियम में आमने-सामने होंगी। यह भारत का ग्रुप स्टेज का तीसरा मैच होगा और इसे देखते ही फैंस का रोमांच चरम पर पहुंचने वाला है। 2025 एशिया कप के तीन रोमांचक मुकाबलों के बाद यह पहली बार है जब दोनों टीमें टी20 फॉर्मेट में भिड़ेंगी। इसलिए इस मैच को क्रिकेट जगत में पहले से ही महामुकाबला कहा जा रहा है।

    भारत का ग्रुप और शेड्यूल

    ईएसपीएनक्रिकइंफो के अनुसार, भारत और पाकिस्तान को एक ही ग्रुप में रखा गया है। इस ग्रुप में यूएसए, नामीबिया और नीदरलैंड्स भी शामिल हैं। भारत के ग्रुप स्टेज के संभावित मैच इस प्रकार हैं:

    7 फरवरी, मुंबई: भारत vs यूएसए टूर्नामेंट का उद्घाटन मैच

    12 फरवरी, दिल्ली: भारत vs नामीबिया

    15 फरवरी, कोलंबो: भारत vs पाकिस्तान

    18 फरवरी, अहमदाबाद: भारत vs नीदरलैंड्स ग्रुप स्टेज से सुपर-8 और फिर नॉकआउट राउंड तक का रोमांच दर्शकों को बेहद रोमांचक नजर आने वाला है।

    टी20 वर्ल्ड कप 2026 का फॉर्मेट

    इस टूर्नामेंट की सह-आयोजनकर्ता देश भारत और श्रीलंका होंगे। प्रतियोगिता 7 फरवरी से 8 मार्च 2026 तक खेली जाएगी। टूर्नामेंट का फॉर्मेट इस प्रकार होगा:

    कुल 20 टीमें हिस्सा लेंगी

    5 ग्रुप, हर ग्रुप में 4 टीमें

    ग्रुप की टॉप-2 टीमें सुपर-8 में प्रवेश करेंगी

    सुपर-8 के बाद नई ग्रुपिंग

    सुपर-8 के टॉप-4 टीमों के लिए सेमीफाइनल

    अंत में फाइनल मुकाबला यह फॉर्मेट 2024 टी20 वर्ल्ड कप जैसा ही है, जिसने रोमांच और प्रतिस्पर्धा की नई ऊंचाई तय की थी।

    भारत के नॉकआउट मैच और संभावित स्थान

    अगर भारत ग्रुप स्टेज पार कर लेता है, तो उसके सुपर-8 के मैच अहमदाबाद, चेन्नई और कोलकाता में आयोजित किए जा सकते हैं। वहीं, भारत का संभावित सेमीफाइनल मुंबई में आयोजित होने की योजना है। दूसरा सेमीफाइनल कोलंबो या कोलकाता में शिफ्ट किया जा सकता है, यह इस बात पर निर्भर करेगा कि श्रीलंका या पाकिस्तान आगे बढ़ते हैं या नहीं। फाइनल मुकाबला अहमदाबाद में होगा, लेकिन अगर पाकिस्तान फाइनल में पहुंचता है, तो इसे कोलंबो स्थानांतरित करने पर भी विचार किया जा सकता है। टी20 वर्ल्ड कप 2026 में भाग लेने वाली टीमें ।
    इस टूर्नामेंट में कुल 20 टीमें खिताब के लिए उतरेंगी। ये टीमें हैं:

    भारत, श्रीलंका, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, ऑस्ट्रेलिया, साउथ अफ्रीका, इंग्लैंड

    नामीबिया, नीदरलैंड्स, यूएसए, वेस्ट इंडीज, न्यूजीलैंड, बांग्लादेश, आयरलैंड

    कनाडा, इटली, जिम्बाब्वे, नेपाल, ओमान और यूएई इन सभी टीमों के बीच रोमांचक मुकाबले देखने को मिलेंगे, और हर मैच फैंस के लिए उत्साह बढ़ाने वाला होगा।

    भारत का लक्ष्य: खिताब का बचाव

    भारत ने 2024 टी20 वर्ल्ड कप में शानदार प्रदर्शन करते हुए दक्षिण अफ्रीका को हराकर खिताब अपने नाम किया था। रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम ने इस प्रतियोगिता में दुनिया के सामने अपनी क्षमता साबित की। 2026 में टीम का लक्ष्य एक बार फिर खिताब बचाए रखना होगा।

    क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि भारत-पाकिस्तान मुकाबला हमेशा ही टी20 फैंस के लिए सबसे ज्यादा रोमांचक साबित होता है। इस बार भी यह मैच ना केवल भारत-पाकिस्तान के बीच प्रतिस्पर्धा बल्कि पूरे टूर्नामेंट के सिर्फ सबसे बड़े और हाईवोल्टेज मुकाबले में से एक होगा।

  • भारत का चीन पर तीखा प्रहार: अरुणाचल महिला को 18 घंटे रोके रखने पर मुआवज़े की मांग

    भारत का चीन पर तीखा प्रहार: अरुणाचल महिला को 18 घंटे रोके रखने पर मुआवज़े की मांग


    नई दिल्ली
    भारत ने चीन के समक्ष कड़ा विरोध दर्ज कराया है, जब शंघाई के पुडोंग एयरपोर्ट पर एक अरुणाचल प्रदेश की भारतीय महिला यात्री को 18 घंटे तक हिरासत में रखा गया। चीन के आव्रजन अधिकारियों ने महिला के पासपोर्ट को अमान्य बताते हुए उसे रोकने की कार्रवाई की, केवल इसलिए कि उसके जन्मस्थान के रूप में अरुणाचल प्रदेश लिखा था। भारत ने इस घटना को अपनी संप्रभुता का अपमान और अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन नियमों का उल्लंघन बताते हुए चीन से जवाबदेही और मुआवज़ा मांगने का आग्रह किया है।
    अरुणाचल प्रदेश के उल्लेख पर रोक
    सरकारी सूत्रों के अनुसार, महिला यात्री पेमा वांगजोम थोंगडोक 21 नवंबर को लंदन से जापान की यात्रा कर रही थीं। शंघाई एयरपोर्ट पर ट्रांजिट के दौरान उन्हें अचानक रोक लिया गया। चीनी अधिकारियों ने उनके भारतीय पासपोर्ट को अमान्य ठहराते हुए बार-बार पूछताछ की। महिला के अनुसार, उन्हें यह कहा गया कि अरुणाचल प्रदेश चीन का हिस्सा है और उन्हें चीनी पासपोर्ट के लिए आवेदन करने की सलाह दी गई।पेमा थोंगडोक ने बताया कि उनके पास वैध जापानी वीज़ा होने के बावजूद उनकी उड़ान रोकी गई, पासपोर्ट जब्त किया गया और उन्हें नया टिकट खरीदने के लिए मजबूर किया गया। इस प्रक्रिया में उन्हें 18 घंटे तक हवाई अड्डे पर रोके रखा गया।
    भारत का कड़ा रिएक्शन
    घटना के सामने आने के तुरंत बाद शंघाई स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास ने महिला की मदद की और उसे सुरक्षित आगे की यात्रा के लिए आवश्यक समर्थन दिया। वहीं, भारत सरकार ने चीन को स्पष्ट संदेश भेजा कि यह कार्रवाई भारत की संप्रभुता का सीधा अपमान है। भारत ने दोहराया कि अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न हिस्सा है और यहाँ के नागरिकों को अपने भारतीय पासपोर्ट पर यात्रा का पूर्ण अधिकार है।

    अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन
    भारत ने इस मामले में कहा कि चीन की कार्रवाई शिकागो और मॉन्ट्रियल कन्वेंशन जैसे अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन नियमों का उल्लंघन करती है। भारत ने चीन से निम्नलिखित मांगें की हैं: घटना के लिए जवाबदेही तय करना
    महिला को उचित मुआवज़ा देना
    भविष्य में अरुणाचल प्रदेश के नागरिकों के साथ ऐसा दुर्व्यवहार दोबारा न होने का आश्वासन देना
    राजनयिक और द्विपक्षीय प्रभावयह घटना ऐसे समय में हुई है जब भारत और चीन अपने तनावपूर्ण संबंधों को सामान्य करने की दिशा में कदम उठा रहे हैं। भारत ने चेतावनी दी है कि इस तरह की घटनाएं दोनों देशों के बीच चल रहे शांतिपूर्ण प्रयासों में बाधा डाल सकती हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि शंघाई में हुई यह कार्रवाई सिर्फ एक नागरिक पर नहीं, बल्कि देश की संप्रभुता और क्षेत्रीय अधिकारों पर हमला है। भारत ने इसे स्पष्ट रूप से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उठाने का संकेत दिया है।