Author: bharati

  • ओटावा में खालिस्तानियों का ‘अनौपचारिक जनमत संग्रह’, भारतीय तिरंगे का अपमान; भारत-कनाडा रिश्तों पर फिर बादल

    ओटावा में खालिस्तानियों का ‘अनौपचारिक जनमत संग्रह’, भारतीय तिरंगे का अपमान; भारत-कनाडा रिश्तों पर फिर बादल


    कनाडा की राजधानी ओटावा में रविवार को खालिस्तानी समर्थक संगठन सिख्स फॉर जस्टिस (SFJ) द्वारा आयोजित अनौपचारिक ‘खालिस्तान जनमत संग्रह’ के दौरान भारतीय तिरंगे के अपमान की घटना सामने आई है। इस आयोजन में भारी संख्या में कनाडाई सिख समुदाय के लोग शामिल हुए, जहां वीडियो के मुताबिक भीड़ में कुछ लोगों द्वारा हिंसक और उकसावे वाले नारे भी लगाए गए। यह घटना ऐसे समय में हुई है जब भारत–कनाडा संबंध हाल के महीनों में कुछ हद तक सुधार की ओर बढ़ते दिख रहे थे।

    53 हजार से अधिक लोगों की उपस्थिति का दावा
    यह आयोजन ओटावा के मैकनैब कम्युनिटी सेंटर में 23 नवंबर को सुबह 10 बजे से शाम 3 बजे तक चला। आयोजक SFJ के अनुसार, कनाडा के विभिन्न प्रांतों—ओन्टारियो, अल्बर्टा, ब्रिटिश कोलंबिया और क्यूबेक—से 53,000 से अधिक समर्थक यहां पहुँचे। संगठन का दावा है कि छोटे बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक लोग सुबह से ही कतार में थे, और तीन बजे आधिकारिक समय समाप्त होने के बाद भी हजारों लोग मतदान के लिए लाइन में खड़े थे, जिसके चलते वोटिंग को बढ़ाना पड़ा।

    वीडियो में ‘घेरो-काटो’ जैसे उग्र नारे
    अल्बर्टा स्थित डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म मीडिया बेजिर्गन द्वारा साझा किए गए वीडियो में मतदान स्थल पर भारी भीड़ दिखाई देती है। कुछ वीडियो में खालिस्तानी समर्थक कथित तौर पर भारतीय नेताओं और सरकारी अधिकारियों के खिलाफ उग्र और हिंसक नारे लगाते नज़र आ रहे हैं। रिपोर्टों के अनुसार पुलिस के लायजन अधिकारी मौके पर मौजूद थे, जिन्होंने सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने में सीमित सहयोग तो किया, लेकिन हस्तक्षेप नहीं किया।

    भारतीय तिरंगे का अपमान – वीडियो हुआ वायरल
    वोटिंग समाप्त होने के बाद कुछ खालिस्तानी समर्थकों द्वारा भारतीय तिरंगे के साथ अभद्र व्यवहार किए जाने की घटनाएँ सामने आईं, जिनके वीडियो ऑनलाइन प्रसारित हैं। भारत में प्रतिबंधित संगठन SFJ द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में तिरंगे के अपमान को भारतीय समुदाय और सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं ने कड़ी आलोचना की है।

    गुरपतवंत पन्नून का ‘सैटेलाइट संदेश’
    भारत में यूएपीए (UAPA) के तहत प्रतिबंधित SFJ के जनरल काउंसल गुरपतवंत सिंह पन्नून, जिन्हें भारत ने आतंकवादी घोषित किया है, ने इस कार्यक्रम में सैटेलाइट संदेश के माध्यम से भीड़ को संबोधित किया। उन्होंने अपनी गतिविधियों को “जनमत की अभिव्यक्ति” बताया, जबकि भारत सरकार ऐसे किसी भी आयोजन को देश की संप्रभुता पर हमला मानती है।

    कनाडाई प्रधानमंत्री की मोदी से मुलाकात पर सवाल
    जनमत संग्रह के दिन ही दक्षिण अफ्रीका में हो रहे G20 नेताओं के सम्मेलन के इतर कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुलाकात हुई थी। SFJ ने इस मुलाकात पर सवाल उठाते हुए संकेत दिया कि कनाडाई सिख समुदाय की “बढ़ती सक्रियता” के बीच ऐसी बैठक “संदिग्ध” है। हालांकि कनाडाई सरकार ने पहले भी कहा है कि वह अपने देश में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और सुरक्षा के बीच संतुलन बनाए रखने को प्रतिबद्ध है।

    भारत-कनाडा संबंध फिर तनाव की ओर?
    खालिस्तानी समर्थक कार्रवाइयों को लेकर भारत पहले भी कनाडा को कई बार चेतावनी दे चुका है। नई दिल्ली का कहना है कि हिंसक, अलगाववादी गतिविधियों को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार नहीं दिया जा सकता। ओटावा की इस घटना के बाद दोनों देशों के संबंधों पर फिर से तनाव की छाया पड़ सकती है, खासकर जब हाल ही में दोनों देशों के बीच कुछ सकारात्मक संकेत दिखने लगे थे।

    अतीत में भी कई बार हुआ तिरंगे का अपमान
    कनाडा में इससे पहले भी तिरंगे के अपमान और खालिस्तानी उग्र नारेबाजी की कई घटनाएँ दर्ज की जा चुकी हैं।

    मार्च 2024 में कॅलगरी में प्रदर्शनकारियों ने तलवारों और भालों से तिरंगा फाड़ने की कोशिश की थी।

    अप्रैल 2025 की वैसाखी परेड (सरे, कनाडा) में ध्वज को जमीन पर घसीटने की घटना सामने आई थी।

    नवंबर 2025 की शुरुआत में मॉन्ट्रियल की एक रैली में 500 से अधिक वाहन शामिल थे, जहां ‘खालिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगे।

    15 नवंबर 2025 को ओटावा में भारतीय उच्चायुक्त के घर के बाहर रैली निकाली गई, जिसमें एयर इंडिया Kanishka बमकांड से जुड़े दोषियों में शामिल संतोक सिंह खेला को भी देखा गया।

    नतीजा: कूटनीति की नई चुनौती
    ओटावा की यह घटना भारत–कनाडा संबंधों को एक बार फिर तनावपूर्ण मोड़ पर ले जाने की क्षमता रखती है। जहां भारत ऐसे आयोजनों को अपनी संप्रभुता के खिलाफ मानता है, वहीं कनाडा के भीतर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और उग्रवाद विरोधी नीतियों के बीच संतुलन एक जटिल चुनौती बन गया है। आने वाले महीनों में दोनों देशों की कूटनीतिक प्रतिक्रिया इस विषय को किस दिशा में ले जाएगी, यह देखना महत्वपूर्ण होगा।

  • आयुष्मान भारत का बड़ा तोहफा: 70 साल और उससे ऊपर के वरिष्ठ नागरिक अब पा सकेंगे ₹10 लाख तक का कैशलेस इलाज

    आयुष्मान भारत का बड़ा तोहफा: 70 साल और उससे ऊपर के वरिष्ठ नागरिक अब पा सकेंगे ₹10 लाख तक का कैशलेस इलाज


    नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी सरकारी स्वास्थ्य बीमा योजना आयुष्मान भारत – प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (AB-PMJAY) अब और भी मजबूत हो गई है। केंद्र सरकार ने 70 वर्ष और उससे अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों के लिए ₹5 लाख का अतिरिक्त टॉप-अप हेल्थ कवर जोड़ दिया है। इसके साथ ही, अब उन्हें कुल ₹10 लाख तक का कैशलेस इलाज मिल सकेगा।

    क्या है नया बदलाव?
    पहले: परिवार को सालाना ₹5 लाख तक का कैशलेस हेल्थ कवर मिलता था।
    अब: 70+ उम्र के प्रत्येक सदस्य के लिए ₹5 लाख का अतिरिक्त टॉप-अप, जिससे कुल कवर ₹10 लाख तक पहुँच गया।

    कौन मिलेगा लाभ?
    आयु: 70 वर्ष या उससे अधिक।
    पहचान: आधार कार्ड के माध्यम से।
    प्रक्रिया: लाभ लेने के लिए वरिष्ठ नागरिक को eKYC आधार अपडेट करवाना होगा।

    योजना की विशेषताएँ
    परिवार के सभी सदस्य कवर: पति-पत्नी, बच्चे, माता-पिता, दादा-दादी और अन्य आश्रित।
    सेकेंडरी और टर्शियरी स्वास्थ्य सेवाओं का कवरेज।
    सर्जरी, ऑर्गन ट्रांसप्लांट, विशेषज्ञ इलाज शामिल।
    पुरानी बीमारियाँ (pre-existing conditions) भी कवरेज में।

    क्यों है यह बदलाव खास?
    बुज़ुर्गों के लिए स्वास्थ्य संबंधी खर्च अक्सर सबसे बड़ा बोझ होता है। अब 70+ वरिष्ठ नागरिक अपने गंभीर इलाज के लिए आर्थिक चिंता मुक्त रह सकते हैं, और परिवार को भारी चिकित्सा बिलों का सामना नहीं करना पड़ेगा।

  • सर्दियों में रूखी त्वचा से मिलेगी राहत महंगे लोशन छोड़ें रोज लगाएं ये सफेद चीज़ चेहरे पर आएगा नैचुरल ग्लो

    सर्दियों में रूखी त्वचा से मिलेगी राहत महंगे लोशन छोड़ें रोज लगाएं ये सफेद चीज़ चेहरे पर आएगा नैचुरल ग्लो


    नई दिल्ली। सर्दियों के आते ही त्वचा का रूखापन लोगों की सबसे बड़ी चिंता बन जाता है। चेहरे की ड्राईनेस कई बार खुजली जलन और खिंचाव का कारण बनती है। ऐसे में ज्यादातर लोग महंगे लोशन और क्रीम आज़माते हैं लेकिन असर जल्दी नहीं दिखता। अगर आप भी कोई प्राकृतिक और सस्ता मगर बेहद असरदार उपाय ढूंढ रहे हैं तो दूध की मलाई आपकी परेशानी दूर कर सकती है। यह सफेद मलाई सर्दियों में त्वचा के लिए किसी घरेलू दवा से कम नहीं है।

    मलाई क्यों है सर्दियों की बेस्ट स्किन दवा

    दूध की मलाई प्राकृतिक मॉइश्चराइजर मानी जाती है जिसमें मौजूद फैट और पोषक तत्व त्वचा की सबसे बाहरी परत को गहराई से पोषण देते हैं।

    यह त्वचा को तुरंत नमी प्रदान कर उसे मुलायम बनाती है

    चेहरे पर नेचुरल ग्लो लाती है

    रूखेपन को दूर कर स्किन को स्मूद बनाती है

    महीन रेखाओं और एजिंग की शुरुआत को धीमा करने में मदद करती है

    कोई भी महंगा मॉइश्चराइजर इतनी गहराई से काम नहीं कर पाता जितना मलाई कुछ ही मिनटों में कर देती है।

    कैसे करें चेहरे पर मलाई का सही इस्तेमाल

    रात को चेहरे को हल्के फेसवॉश से साफ करें

    थोड़ी मात्रा में ताजी मलाई लें

    चेहरे पर हल्के हाथों से 5 से 10 मिनट मसाज करें

    इसे रात भर छोड़ा जा सकता है

    अगर चिपचिपाहट महसूस हो तो 20 मिनट बाद गुनगुने पानी से धो लें

    नियमित उपयोग से चेहरा नर्म और चमकदार नजर आने लगता है।

    किन बातों का रखें ध्यान

    ऑयली स्किन वाले लोग कम मात्रा में मलाई लगाएं

    केवल ड्राई पैच पर लगाने से भी फायदा मिलेगा

    पहली बार इस्तेमाल से पहले पैच टेस्ट जरूर करें

    हफ्ते में 3 से 4 बार लगाने पर बेहतर नतीजे मिलेंगे

    नतीजा

    दूध की मलाई एक सस्ती आसानी से उपलब्ध और प्राकृतिक स्किन केयर दवा है जो सर्दियों के मौसम में चेहरे को रूखेपन से बचाकर मुलायम और चमकदार बनाए रखती है। बिना किसी केमिकल और खर्च के आप घर बैठे सुंदर और हेल्दी स्किन पा सकते हैं।

  • Birthday Special राखी सावंत की कहानी-साधारण शुरुआत, बॉलीवुड में अनोखी पहचान

    Birthday Special राखी सावंत की कहानी-साधारण शुरुआत, बॉलीवुड में अनोखी पहचान


    नई दिल्ली। बॉलीवुड की ड्रामा क्वीन राखी सावंत आज (25 नवंबर) अपना 46वां जन्मदिन मना रही हैं। विवादित बयानों और अजीबोगरीब हरकतों के लिए मशहूर राखी की कहानी सिर्फ ग्लैमर तक सीमित नहीं है, बल्कि इसके पीछे संघर्ष और मेहनत की लंबी दास्तान छिपी है।

    गरीबी से शुरू हुआ सफर

    राखी सावंत का असली नाम नीरू भेड़ा था। मुंबई के एक गरीब चॉल में पली-बढ़ी नीरू ने महज 10 साल की उम्र में कमाई शुरू कर दी थी। उन्होंने अनिल अंबानी और टीना मुनीम की शादी में वेट्रेस के तौर पर काम किया था, जिसके लिए उन्हें रोज़ 50 रुपये मिलते थे।

    नीरू से राखी सावंत तक

    सिनेमाई करियर की शुरुआत में उन्होंने नाम बदलकर रूही और बाद में राखी सावंत रखा। अपने सौतेले पिता का सरनेम सावंत अपने नाम के साथ जोड़कर उन्होंने बॉलीवुड में अपनी अलग पहचान बनाई। शुरुआती दौर में उन्हें कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी।

    विवादों ने दिलाई पहचान

    राखी सावंत की सबसे बड़ी पहचान उनके विवाद हैं। 2006 में गायक मीका सिंह की बर्थडे पार्टी में हुए किस विवाद ने उन्हें रातों-रात कॉन्ट्रोवर्सी क्वीन बना दिया। राखी ने मीका सिंह पर छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद मीका को गिरफ्तार किया गया। इस घटना ने राखी को रियलिटी शोज और इवेंट्स में प्रमुख अवसर दिलाए और उन्हें लाइमलाइट में ला दिया।

    मुंबई की चॉल से बनी बॉलीवुड क्वीन

    राखी सावंत का जीवन संघर्ष, धैर्य और अदम्य हौसले की कहानी है। नीरू भेड़ा से शुरू होकर राखी सावंत बनने तक का उनका सफर दर्शाता है कि कड़ी मेहनत और आत्मविश्वास से कोई भी चुनौती पार की जा सकती है। आज वह न केवल बॉलीवुड की एंटरटेनर हैं, बल्कि विवादों की रानी के तौर पर भी अपनी अलग पहचान रखती हैं।

  • धर्मेंद्र के पास थे 4.50 करोड़ के शेयर 1 करोड़ की ज्वेलरी… अब कौन बनेगा इस खज़ाने का वारिस

    धर्मेंद्र के पास थे 4.50 करोड़ के शेयर 1 करोड़ की ज्वेलरी… अब कौन बनेगा इस खज़ाने का वारिस


    नई दिल्ली। हिन्दी सिनेमा के हीमैन और करोड़ों दिलों की धड़कन रहे धर्मेंद्र अब हमारे बीच नहीं रहे। देओल परिवार और फिल्म जगत की तमाम हस्तियां मुंबई के विले पार्ले श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार के लिए जुटीं। उनके निधन के बाद अब सबसे बड़ा सवाल यही है कि उन्होंने कितनी संपत्ति छोड़ी और इस विशाल विरासत का मालिक कौन बनेगा। इस पर से पर्दा उठता है वर्ष 2024 में हेमा मालिनी द्वारा दायर किए गए इलेक्शन एफिडेविट से जिसमें धर्मेंद्र की चल और अचल संपत्ति का पूरा ब्यौरा दर्ज है।

    करोड़ों की चल संपत्ति और निवेश में माहिर थे धर्मेंद्र

    धर्मेंद्र न केवल पर्दे पर बल्कि असल जिंदगी में भी दूरदर्शिता के साथ फैसले लेने वाले सितारों में गिने जाते थे। एफिडेविट के अनुसार उनकी चल संपत्ति का मूल्य 17 करोड़ रुपये से अधिक था।

    43 लाख रुपये नकद
    3.52 करोड़ रुपये बैंक डिपॉजिट
    4.55 करोड़ रुपये के शेयर बॉन्ड और डिबेंचर्स
    1 करोड़ रुपये से ज्यादा की ज्वेलरी
    चल संपत्ति के मामले में धर्मेंद्र अपनी पत्नी हेमा मालिनी से भी आगे निकले थे।
    मुंबई का 126 करोड़ रुपये का जुहू बंगला सबसे बड़ी अचल संपत्ति
    धर्मेंद्र की सबसे बड़ी और कीमती दौलत उनका मुंबई के जुहू इलाके में स्थित आलीशान बंगला है जिसकी कीमत एफिडेविट में 126 करोड़ रुपये दर्ज है। वर्तमान बाजार दरों को देखते हुए इसकी कीमत अब और अधिक हो चुकी होगी।

    इसके अलावा
    9.36 करोड़ रुपये से अधिक की नॉन एग्रीकल्चर भूमि
    कई अन्य मूल्यवान संपत्तियां और निवेश
    कुल मिलाकर धर्मेंद्र आर्थिक रूप से हेमा मालिनी से भी अधिक संपन्न थे।
    धर्मेंद्र की कुल संपत्ति लगभग 153 करोड़ रुपये
    हेमा मालिनी की कुल संपत्ति लगभग 126 करोड़ रुपये
    अब किसे मिलेगी धर्मेंद्र की इतनी विशाल विरासत
    कानूनी रूप से धर्मेंद्र की संपत्ति के वारिस होंगे
    पत्नी हेमा मालिनी
    बेटे सनी देओल और बॉबी देओल
    बेटियां ईशा देओल और आहाना देओल

    लेकिन संपत्ति का बंटवारा किस तरह होगा और क्या धर्मेंद्र वसीयत छोड़कर गए थे यह जानकारी देओल परिवार की ओर से आधिकारिक बयान आने पर ही स्पष्ट हो पाएगी।

    मेहनत से खड़ी की गई विरासत
    धर्मेंद्र न केवल पर्दे के नायक थे बल्कि अपनी लगन और व्यवहारिक सोच से करोड़ों की दौलत खड़ी करने वाले कलाकार थे। उनकी यह विशाल संपत्ति आने वाले समय में देओल परिवार के लिए बड़ा निर्णय साबित होगी। धर्मेंद्र भले ही इस दुनिया से चले गए हों लेकिन उनकी मेहनत और यादें हमेशा लोगों के दिलों में जिंदा रहेंगी।

  • ही-मैन धर्मेंद्र को क्रिकेटर शिखर धवन ने दी भावपूर्ण श्रद्धांजलि, कहा-ताकत दयालु हो सकती है

    ही-मैन धर्मेंद्र को क्रिकेटर शिखर धवन ने दी भावपूर्ण श्रद्धांजलि, कहा-ताकत दयालु हो सकती है



    नई दिल्ली
    । बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता और ‘ही-मैन’ धर्मेंद्र देओल के निधन से न केवल फिल्म इंडस्ट्री, बल्कि खेल जगत भी शोक में डूब गया है। 89 वर्ष की आयु में उनका निधन हुआ। मुंबई के विले पार्ले स्थित पवन हंस श्मशान भूमि में उनका अंतिम संस्कार किया गया, जिसमें सलमान खान, अमिताभ बच्चन और अन्य कई बड़े सितारों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।

    क्रिकेट जगत से भी भावुक संदेश

    पूर्व भारतीय क्रिकेटर शिखर धवन ने सोशल मीडिया पर धर्मेंद्र को याद करते हुए लिखा:
    आप सिर्फ कद में ही नहीं, बल्कि हौसले में भी हमेशा ऊंचे रहे। धर्मेंद्र जी, हमें यह दिखाने के लिए धन्यवाद कि ताकत दयालु हो सकती है। ओम शांति। धर्मेंद्र की लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि उनके जाने पर खेल और मनोरंजन जगत दोनों ही भावुक हैं।

    जन्मदिन से ठीक पहले आई अंतिम विदाई

    धर्मेंद्र 8 दिसंबर को अपना 90वां जन्मदिन मनाने वाले थे। लेकिन जन्मदिन से सिर्फ 15 दिन पहले उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया। उनके निधन से परिवार और फैंस को गहरा सदमा लगा।उनकी अंतिम दिनों की स्वास्थ्य स्थिति नाजुक थी। सांस लेने में तकलीफ के चलते उन्हें मुंबई के ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था, जहां वह दो दिन वेंटिलेटर पर भी रहे। इसके बाद उन्हें घर लाया गया था।

    कृष्ण देओल से धर्मेंद्र तक का प्रेरक सफर

    धर्मेंद्र का असली नाम कृष्ण देओल था। वे पंजाब के लुधियाना जिले के डांगों गांव, पखोवाल तहसील रायकोट के निवासी थे।1954 में उन्होंने 19 साल की उम्र में अपनी पहली शादी प्रकाश कौर से की।
    फिल्मों में आने के बाद उन्होंने हेमा मालिनी से दूसरी शादी की। धर्मेंद्र की बेजोड़ अभिनय प्रतिभा, ‘ही-मैन’ की छवि और विनम्र व्यक्तित्व ने उन्हें भारतीय सिनेमा के सबसे महान अभिनेताओं में से एक बना दिया। उनके योगदान और व्यक्तित्व की छाप आज भी दर्शकों और फैंस के दिलों में हमेशा जिंदा रहेगी।

  • सेट पर चोटिल हुईं श्रद्धा कपूर, ईथा' की शूटिंग के दौरान मांस फटने का खुलासा, बोलीं- टर्मिनेटर की तरह घूम रही हूँ

    सेट पर चोटिल हुईं श्रद्धा कपूर, ईथा' की शूटिंग के दौरान मांस फटने का खुलासा, बोलीं- टर्मिनेटर की तरह घूम रही हूँ


    नई दिल्ली। बॉलीवुड अभिनेत्री श्रद्धा कपूर, जो इन दिनों अपनी आगामी फिल्म *ईथा* की शूटिंग में व्यस्त हैं, ने हाल ही में सोशल मीडिया पर अपने फैंस को अपनी सेहत के बारे में जानकारी दी। अभिनेत्री ने एक सवाल-जवाब (AMA) सेशन के दौरान बताया कि उन्हें मांसपेशी में गंभीर चोट लगी है, लेकिन उन्होंने अपने फैंस को आश्वस्त किया कि वह जल्द ठीक हो जाएंगी।

    श्रद्धा ने अपने चुलबुले अंदाज में इस चोट को लेकर कहा, “मसल्स टीयर है, ठीक हो जाएगा। बस थोड़ा रेस्ट करना है, लेकिन मैं बिल्कुल ठीक हो जाऊंगी।” उन्होंने अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो भी पोस्ट किया, जिसमें उनका पैर प्लास्टर में लिपटा हुआ दिख रहा था। अभिनेत्री ने मजाकिया अंदाज में यह भी कहा कि वह “टर्मिनेटर की तरह घूम रही हैं।”

    लावणी डांस सीक्वेंस के दौरान हुआ हादसा

    सूत्रों के मुताबिक, यह चोट ईथा फिल्म के एक महत्वपूर्ण लावणी डांस सीक्वेंस की शूटिंग के दौरान लगी। श्रद्धा को इस गाने में अजय-अतुल द्वारा कंपोज किए गए संगीत पर तेज गति से लावणी डांस करना था। इस डांस सीक्वेंस के दौरान, श्रद्धा ने गलती से सारा वजन अपने बाएं पैर पर डाल दिया, जिससे उनका संतुलन बिगड़ा और मांसपेशी में चोट आ गई। यह हादसा तब हुआ जब श्रद्धा ने इस भूमिका के लिए खुद पर कड़ी मेहनत की थी, जिसमें 15 किलो वजन बढ़ाने की चुनौती भी शामिल थी।

    राहुल मोदी की फिल्म ईथा पर कर रही हैं काम

    चोट के बावजूद, श्रद्धा कपूर अपनी आगामी फिल्मों पर काम कर रही हैं। अभिनेत्री ने पुष्टि की कि वह अभी अपने बॉयफ्रेंड और फिल्म निर्माता राहुल मोदी की फिल्म *ईथा* पर काम कर रही हैं। श्रद्धा ने इस फिल्म को लेकर कहा, “यह फिल्म स्टार्ट-अप्स की दुनिया और हसल कल्चर पर आधारित है। यह मेरे लिए एक नए तरह का और चुनौतीपूर्ण रोल है। मैं अब जानबूझकर ऐसे रोल चुन रही हूँ, जहाँ मुझे एक्टर के तौर पर चुनौती मिले और मैं एक सक्रिय किरदार निभाऊँ।”

    इसके अलावा, श्रद्धा कपूर ने हाल ही में एनिमेटेड फिल्म जूटोपिया 2 के हिंदी संस्करण में जुडी हॉप्स के किरदार को अपनी आवाज दी है, जो 28 नवंबर को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है।

    श्रद्धा के फैंस उनकी जल्द स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं, और अभिनेत्री ने अपनी सकारात्मकता से यह संदेश दिया है कि वह जल्द ही पूरी तरह से ठीक हो जाएंगी।

  • Vivah Panchami 2025: क्यों मनाई जाती है विवाह पंचमी जानें धार्मिक महत्व शुभ मुहूर्त और पूजा विधि।

    Vivah Panchami 2025: क्यों मनाई जाती है विवाह पंचमी जानें धार्मिक महत्व शुभ मुहूर्त और पूजा विधि।



    नई दिल्ली। हिन्दू पंचांग के अनुसार, विवाह पंचमी एक अत्यंत पवित्र और शुभ तिथि मानी जाती है, जिसे विशेष रूप से भगवान श्रीराम और माता सीता के दिव्य विवाह के स्मरण में मनाया जाता है। यह तिथि हर वर्ष मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी को मनाई जाती है। इस दिन श्रद्धालु व्रत रखते हैं, पूजा अर्चना करते हैं और भगवान राम–सीता के आदर्श दांपत्य का स्मरण करते हुए उनका आशीर्वाद प्राप्त करने का प्रयास करते हैं।

    विवाह पंचमी का धार्मिक महत्व

    धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, विवाह पंचमी के दिन मिथिला नगरी में राजा जनक की पुत्री सीता का विवाह अयोध्या के राजकुमार श्रीराम से वैदिक रीति से संपन्न हुआ था। यह विवाह न केवल एक ऐतिहासिक घटना है, बल्कि आदर्श दांपत्य, मर्यादा, निष्ठा और धर्म का प्रतीक भी माना जाता है। मान्यता है कि गोस्वामी तुलसीदास ने भी इसी दिन रामचरितमानस की रचना पूरी की थी, जिससे यह तिथि और भी अधिक महत्व रखती है।

    विवाह पंचमी के दिन व्रत का महत्व

    विवाह पंचमी के दिन व्रत रखने से दांपत्य जीवन में प्रेम, स्थिरता और सौहार्द बढ़ता है। विशेष रूप से यह व्रत कुंवारे युवक-युवतियों के लिए अत्यंत लाभकारी माना गया है। इसके अलावा, इस दिन व्रत रखने से घर में सुख, शांति, समृद्धि और सौभाग्य की वृद्धि होती है। इस दिन की पूजा से जीवन में संतुलन और मानसिक शांति प्राप्त होती है, जो दांपत्य जीवन में प्रेम और समर्पण को बढ़ावा देती है।

    विवाह पंचमी के दिन शादी क्यों नहीं होती

    हालांकि विवाह पंचमी एक विवाह का प्रतीक दिन है, फिर भी इस दिन परंपरागत रूप से विवाह का आयोजन नहीं किया जाता। इसका कारण यह है कि यह तिथि एक धार्मिक और आध्यात्मिक दिन है, जो राम और सीता के विवाह के पुण्य स्मरण के लिए होती है, न कि नए विवाहों के आयोजन के लिए। हिंदू समाज में यह मान्यता है कि इस दिन विवाह की बजाय पूजा और व्रत करने से अधिक लाभ मिलता है।

    विवाह पंचमी 2025: शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

    विवाह पंचमी 2025 की तिथि 24 नवम्बर को शाम 9:22 बजे से आरंभ होगी और 25 नवम्बर को रात 10:56 बजे तक रहेगी। इस दिन पूजा के लिए ब्रह्म मुहूर्त का समय विशेष रूप से शुभ माना गया है, जो सुबह 4:20 बजे से 4:59 बजे तक रहेगा।

    विवाह पंचमी पर पूजा करने के लिए सबसे पहले स्नान करके स्वच्छ मन से पूजा स्थल पर जाएं। फिर पीले वस्त्रों से ढकी एक चौकी पर राम और सीता की प्रतिमा या चित्र स्थापित करें। इसके बाद गंगाजल, फल, फूल, धूप, दीप और प्रसाद अर्पित करें। इसके साथ-साथ रामचरितमानस के बालकांड में वर्णित विवाह प्रसंग का पाठ करें और दांपत्य जीवन में प्रेम और सुख-शांति की कामना करते हुए संकल्प लें।

    विवाह पंचमी का संदेश

    विवाह पंचमी का संदेश है प्रेम, समर्पण और पारिवारिक स्थिरता। यह तिथि भक्ति और आध्यात्मिक अनुशासन को जागृत करने का भी एक अवसर है। इस दिन से दांपत्य जीवन में सच्चे प्रेम, समर्पण और सम्मान को बढ़ावा मिलता है, जो कि किसी भी रिश्ते की मजबूती का आधार होता है।

    इस दिन के व्रत और पूजा से हम न केवल भगवान राम और माता सीता के आदर्श दांपत्य का पालन करने का संकल्प लेते हैं, बल्कि अपने जीवन में सुख, समृद्धि और मानसिक शांति की कामना भी करते हैं।

    विवाह पंचमी के दिन हमें प्रेम, सम्मान और भक्ति की दिशा में एक कदम और आगे बढ़ने का अवसर मिलता है।

  • सोना-चांदी का जोरदार झटका: MCX और ग्लोबल मार्केट में भारी गिरावट, गोल्ड फिसला $4,040 के करीब

    सोना-चांदी का जोरदार झटका: MCX और ग्लोबल मार्केट में भारी गिरावट, गोल्ड फिसला $4,040 के करीब


    नई दिल्ली: सोमवार को सोने और चांदी के निवेशकों के लिए एक निराशाजनक शुरुआत रही, जब वायदा बाजार और ग्लोबल मार्केट दोनों में कीमती धातुओं के दामों में गिरावट दर्ज की गई। विशेषज्ञों का कहना है कि यह गिरावट मुख्य रूप से अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ब्याज दर नीति और आगामी आर्थिक आंकड़ों की अनिश्चितता के कारण आई है।

    ग्लोबल मार्केट में गिरावट

    सोने की कीमतें सोमवार को ग्लोबल मार्केट में लगभग $4,040 प्रति औंस तक गिर गईं। हालांकि, वर्ष-दर-वर्ष की तुलना में सोने की कीमत में लगभग 54% की वृद्धि दर्ज की गई है, लेकिन यह गिरावट निवेशकों के लिए चिंता का कारण बनी हुई है। निवेशकों का ध्यान अमेरिकी रिटेल सेल्स और पीपीआई डेटा जैसे आगामी आर्थिक आंकड़ों पर बना हुआ है। इस बीच, मजबूत रोजगार डेटा के बाद दिसंबर में ब्याज दरों में कटौती की संभावना 40% से बढ़कर अब 69% हो गई है, जिससे सोने और चांदी के दामों में और गिरावट का संकेत मिल रहा है।

    MCX वायदा बाजार में स्थिति

    सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट का असर मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर भी देखा गया। सोमवार सुबह 11:10 बजे तक दर्ज आंकड़ों के अनुसार, दिसंबर डिलीवरी अनुबंध में सोने की कीमत ₹1,22,731 प्रति 10 ग्राम रही, जो 1.18% की गिरावट को दर्शाता है। चांदी की कीमत ₹1,53,147 प्रति किलोग्राम रही, जो 0.65% की गिरावट दिखाती है।

    वर्तमान में सोने और चांदी के दामों में यह गिरावट ब्याज दरों में संभावित बदलाव और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं की वजह से हो रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि निवेशकों को इस समय खरीदारी में सावधानी बरतनी चाहिए और हाजिर भाव तथा महानगरों में स्थानीय कीमतों को ध्यान में रखते हुए ही सोने या चांदी की खरीदारी करनी चाहिए।

    महानगरों में सोने की कीमतें

    गुडरिटर्न्स के अनुसार, प्रमुख महानगरों में 24 कैरेट सोने की हाजिर कीमत इस प्रकार रही:

    दिल्ली: ₹12,528 प्रति ग्राम
    मुंबई: ₹12,513 प्रति ग्राम
    कोलकाता: ₹12,513 प्रति ग्राम
    चेन्नई: ₹12,567 प्रति ग्राम
    बैंगलोर: ₹12,513 प्रति ग्राम

    22 कैरेट सोने की कीमतें इनसे थोड़ा कम हैं, और प्रत्येक शहर में यह ₹11,470 से ₹11,520 प्रति ग्राम के बीच रही हैं। वित्तीय विशेषज्ञों के अनुसार, वर्तमान में गिरते हुए दामों के बावजूद, निवेशकों को जल्दबाजी में खरीदारी करने से बचना चाहिए और बाजार की रुझानों को ध्यान से देखना चाहिए।

    आर्थिक संकेत और भविष्य का रुझान

    विशेषज्ञों का कहना है कि सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट मुख्य रूप से अमेरिकी आर्थिक आंकड़ों और फेडरल रिजर्व की ब्याज दर नीति के कारण हुई है। ब्याज दरों में संभावित कटौती के कारण कीमती धातुओं के दामों में और भी उतार-चढ़ाव हो सकते हैं। इसके साथ ही, वैश्विक आर्थिक हालात और निवेशकों की चिंता बढ़ी हुई है, जिसके चलते कीमती धातुओं में अस्थिरता बनी हुई है।

    निवेशकों के लिए सलाह

    वित्तीय विशेषज्ञों का कहना है कि निवेशकों को इस समय हाजिर बाजार के भाव और स्थानीय कीमतों को देखकर खरीदारी करनी चाहिए। साथ ही, सोने और चांदी के दामों में गिरावट को देखते हुए, जल्दबाजी में निवेश करना सही कदम नहीं होगा। बाजार की स्थितियों को ध्यान से समझते हुए ही निवेश निर्णय लेना चाहिए, ताकि भविष्य में अच्छा मुनाफा हो सके।

    सोने और चांदी के दामों में यह उतार-चढ़ाव यह भी संकेत देते हैं कि वैश्विक आर्थिक परिस्थितियां लगातार बदल रही हैं, और इनकी वजह से कीमती धातुओं की कीमतों में अनिश्चितता बनी रहेगी। निवेशकों को इन परिवर्तनों को ध्यान में रखते हुए अपनी निवेश रणनीतियों में बदलाव करने की सलाह दी जा रही है।

  • 120 बहादुर' की कमाई ने बनाया रिकॉर्ड: 3 दिन में 10 करोड़, 'मस्ती 4' फेल

    120 बहादुर' की कमाई ने बनाया रिकॉर्ड: 3 दिन में 10 करोड़, 'मस्ती 4' फेल

    नई दिल्ली। बॉलीवुड एक्टर फरहान अख्तर की वॉर ड्रामा फिल्म ‘120 बहादुर’ ने बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त शुरुआत की है। रेजांग ला की ऐतिहासिक लड़ाई पर आधारित इस फिल्म ने ओपनिंग वीकेंड में ही ₹10.10 करोड़ का कलेक्शन कर लिया है। मजबूत कहानी  दमदार प्रदर्शन और रोमांचक एक्शन ने इसे दर्शकों का पसंदीदा बना दिया। फिल्म में फरहान अख्तर मेजर शैतान सिंह का किरदार निभा रहे हैं जबकि राशि खन्ना मुख्य भूमिका में हैं। रजनीश घई निर्देशित यह फिल्म धीमी शुरुआत के बाद ताबड़तोड़ रफ्तार पकड़ते हुए दर्शकों को स्क्रीन से जोड़े रखने में सफल रही।
    ओपनिंग वीकेंड का कलेक्शन
    Sacnilk के आंकड़ों के अनुसार, फिल्म ने पहले तीन दिनों में कुल ₹10.10 करोड़ की कमाई की:

    शुक्रवार (Day 1): ₹2.25 करोड़ – धीमी लेकिन स्थिर शुरुआत

    शनिवार (Day 2): ₹3.85 करोड़ – 70% से ज्यादा का उछाल

    रविवार (Day 3): ₹4.00 करोड़ – मामूली वृद्धि के साथ कुल ₹10 करोड़ पार इस प्रदर्शन के साथ 120 बहादुर ने पहले ही सप्ताहांत में दर्शकों और बॉक्स ऑफिस पर अपनी पकड़ मजबूत कर ली है।

    मस्ती 4 से सीधी टक्कर

    21 नवंबर 2025 को रिलीज हुई कॉमेडी फिल्म ‘मस्ती 4’, जिसमें विवेक ओबेरॉय, रितेश देशमुख और आफताब शिवदासानी हैं, बॉक्स ऑफिस पर पीछे रह गई। तीन दिनों में इस फिल्म ने कुल ₹8.50 करोड़ का कलेक्शन किया और ‘120 बहादुर’ के पीछे रह गई। अपने दमदार कंटेंट और भावनात्मक कहानी के बल पर ‘120 बहादुर’ ने कॉमेडी फिल्म को साफ मात दी है।

    ऑक्यूपेंसी और दर्शकों की प्रतिक्रिया

    रविवार, 23 नवंबर 2025 को हिंदी बेल्ट में फिल्म की कुल ऑक्यूपेंसी 16.50% रही। सुबह के शो में 7.90% उपस्थिति रही, दोपहर में बढ़कर 18.74% हुई, जबकि शाम के शोज में सबसे ज्यादा 24.60% दर्शकों की उपस्थिति दर्ज की गई।फिल्म में फरहान अख्तर के अलावा राशि खन्ना, विवान भटेना और ऐजाज खान जैसे कलाकार मुख्य भूमिकाओं में हैं।
    क्रिटिक्स ने फिल्म को 3/5 स्टार दिए और इसे रेजांग ला की लड़ाई में हुए बलिदान को भावुक तरीके से पेश करने वाली फिल्म बताया, हालांकि किरदारों के साथ जुड़ाव अपेक्षा के अनुसार गहरा नहीं हो पाया।ओपनिंग वीकेंड के शानदार प्रदर्शन के बाद अब सभी की नजरें वीकडेज़ के कलेक्शन पर हैं। अगर फिल्म की पकड़ ऐसी ही बनी रहती है, तो आने वाले दिनों में यह बॉक्स ऑफिस पर साल की बड़ी हिट फिल्मों में शुमार हो सकती है।