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  • जनवरी में बर्फबारी का मज़ा: भारत की 7 खूबसूरत और बजट-फ्रेंडली जगहें

    जनवरी में बर्फबारी का मज़ा: भारत की 7 खूबसूरत और बजट-फ्रेंडली जगहें

     सर्दियों में बर्फ और ठंडी हवा का आनंद लेना किसी भी ट्रैवलर का सपना होता है। जनवरी में हिमालय की चोटियों पर बर्फ की सफेद चादर, पहाड़ों की ठंडी हवा और प्रकृति की सुंदरता किसी का भी मन मोह लेती है। अगर आप कम बजट में सफर करना चाहते हैं, तो ये सात जगहें आपके लिए परफेक्ट हैं:

    1. औली (Uttarakhand)
    औली बर्फबारी और स्कीइंग के लिए सबसे पसंदीदा जगहों में से एक है। यहां चेयर-लिफ्ट और पहाड़ी नज़ारे बेहद खूबसूरत हैं। दिल्ली से ऋषिकेश या हरिद्वार तक सस्ती ट्रेन या बस से आसानी से पहुंचा जा सकता है, वहां से शेयर टैक्सी या बस औली के लिए उपलब्ध हैं। होमस्टे और हॉस्टल बजट ट्रैवलर्स के लिए बेहतरीन विकल्प हैं।

    2. चोपता (Uttarakhand)
    प्रकृति के करीब महसूस करना हो तो चोपता बेस्ट है। जनवरी में यहां बर्फबारी और ट्रेकिंग का मज़ा लिया जा सकता है। ऋषिकेश और हरिद्वार से सस्ती जीप और बसें मिलती हैं। टेंट में ठहरना बजट-फ्रेंडली और रोमांचक अनुभव देता है।

    3. कुल्लू-मनाली (Himachal Pradesh)
    सोलंग वैली और रोहतांग पास बर्फबारी के लिए मशहूर हैं। दिल्ली से HRTC की सस्ती बसें आसानी से मिल जाती हैं। बजट 5000 रुपये के अंदर हो तो डॉर्मिटरी, होस्टल और बजट होटल सबसे अच्छे विकल्प हैं।

    4. शिमला (Himachal Pradesh)
    शिमला का जादू सर्दियों में अलग ही होता है। कुफरी में जनवरी में जबरदस्त बर्फबारी होती है। चंडीगढ़ और दिल्ली से बस या ट्रेन आसानी से मिल जाती है। कालका से शिमला तक की टॉय ट्रेन यात्रा को और खास बनाती है। आसपास के गांवों में रहकर खर्च कम किया जा सकता है।

    5. गुलमर्ग (Jammu & Kashmir)
    असली कड़क ठंड और गहरी बर्फ का अनुभव चाहिए तो गुलमर्ग परफेक्ट है। यहां की सुंदरता फिल्मी सीन जैसी लगती है। स्नो स्कीइंग, स्नोबोर्डिंग और गोंडोला केबल कार इसकी खासियत हैं। जनवरी में यह भारत की सबसे ठंडी और खूबसूरत बर्फबारी वाली जगहों में गिना जाता है।

    6. मसूरी (Uttarakhand)
    मसूरी का मौसम जनवरी में किसी जन्नत से कम नहीं लगता। बर्फ से ढकी सड़कों पर घूमना बेहद शांत और रोमांचक अनुभव देता है। केम्प्टी फॉल्स, कंपनी गार्डन, मॉल रोड, लेक मिस्ट और मॉस्सी फॉल्स घूमने लायक हैं। बजट में रहने के लिए कई किफायती होटल और होमस्टे उपलब्ध हैं।

    7. तवांग (Arunachal Pradesh)
    तवांग बर्फबारी और ठंड के लिए प्रसिद्ध है। जनवरी में बर्फ की मोटी परतें और सेला पास, माधुरी झील, नूरानांग फॉल्स यहां की खास पहचान हैं। यह दुनिया के सबसे बड़े बौद्ध मठों में से एक का घर भी है। जनवरी–फरवरी यहां घूमने का सबसे बेहतरीन समय है।

    जनवरी में इन जगहों पर जाकर आप बर्फबारी का मज़ा, रोमांच और सुकून एक साथ ले सकते हैं। ये सभी डेस्टिनेशन बजट-फ्रेंडली होने के साथ प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर हैं।

  • दो वर्ष पूरे होने पर रिपोर्ट कार्ड: सांसद-विधायक मुख्यमंत्री मोहन यादव को पत्र लिखकर देंगे अपने क्षेत्र के कार्यों की जानकारी

    दो वर्ष पूरे होने पर रिपोर्ट कार्ड: सांसद-विधायक मुख्यमंत्री मोहन यादव को पत्र लिखकर देंगे अपने क्षेत्र के कार्यों की जानकारी


    भोपाल । मध्य प्रदेश में डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी सरकार ने सफलतापूर्वक दो वर्ष का कार्यकाल पूरा कर लिया है। इस अवसर को चिह्नित करने के लिएसरकार ने अपनी उपलब्धियों और भविष्य की योजनाओं को जनता के बीच ले जाने की एक सुनियोजित रणनीति तैयार की है।

    जनता के बीच सरकार की उपलब्धियां

    राज्य सरकार की दो वर्ष की उपलब्धियों को जनता तक पहुँचाने का जिम्मा प्रभारी मंत्रियों को सौंपा गया है। शनिवार कोसभी प्रभारी मंत्रियों ने अपने-अपने जिलों में पत्रकारवार्ता आयोजित की। इन प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने विस्तार से बताया कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की सरकार ने पिछले दो वर्षों में जनता के हित में कौन-कौन से महत्वपूर्ण कार्य किए हैं।
    उपलब्धियों की जानकारी देने के अलावामंत्रियों ने अपने व्यक्तिगत विभागों के कामकाज का ब्योरा भी जनता के समक्ष रखा। यह प्रयास सरकार की पारदर्शिता और जवाबदेही को प्रदर्शित करने पर केंद्रित है।

    सांसद और विधायकों का रिपोर्ट कार्ड

    इस प्रचार अभियान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा राज्य के सांसदों और विधायकों के प्रदर्शन को भी शामिल करता है। यह सुनिश्चित किया गया है कि केवल सरकार की ही नहींबल्कि क्षेत्रवार जनप्रतिनिधियों के कार्यों की जानकारी भी उच्च स्तर पर संकलित की जाए। योजना के अनुसारसभी सांसद और विधायक अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में पिछले दो वर्षों के दौरान किए गए विकास कार्योंयोजनाओं के क्रियान्वयनऔर महत्वपूर्ण पहलों का विवरण तैयार करेंगे। 

    वे यह पूरी जानकारी एक पत्र के माध्यम से मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को सौंपकर उन्हें अवगत कराएंगे। यह कदम न केवल जनप्रतिनिधियों को अपने कार्यों का लेखा-जोखा तैयार करने के लिए प्रोत्साहित करेगाबल्कि मुख्यमंत्री कार्यालय को भी राज्य के हर क्षेत्र में हो रहे जमीनी स्तर के विकास की एक स्पष्ट तस्वीर प्रदान करेगा। यह पहल पार्टी और सरकार के भीतर एक आंतरिक रिपोर्ट कार्ड और प्रदर्शन मूल्यांकन प्रणाली के रूप में भी कार्य कर सकती है। इस प्रकारमोहन सरकार की दो साल की उपलब्धियों का प्रचार-प्रसार एक बहु-आयामी दृष्टिकोण से किया जा रहा हैजिसमें सरकारी विभागों के कामकाजमंत्रियों की रिपोर्टिंग और क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों के प्रदर्शन का समावेश है।

  • सर्दियों में क्या खाएं ताकि शरीर रहे गर्म और सेहत बनी रहे मजबूत

    सर्दियों में क्या खाएं ताकि शरीर रहे गर्म और सेहत बनी रहे मजबूत


    नई दिल्‍ली । सर्दियों का मौसम खुशियों के साथ-साथ ठंड, नमी और बीमारियों का खतरा भी लेकर आता है। तापमान गिरते ही शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता कमजोर पड़ने लगती है और सर्दी-खांसी, वायरल इन्फेक्शन, जोड़ों का दर्द जैसी समस्याएं बढ़ जाती हैं। ऐसे में सही खानपान बेहद जरूरी है। अगर डाइट में कुछ सुपरफूड शामिल कर लिए जाएं, तो न सिर्फ शरीर अंदर से गर्म रहता है, बल्कि इम्यून सिस्टम भी मजबूत रहता है।

    यहां जानिए सर्दियों के पांच सुपरफूड्स जो आपकी सेहत का रखेंगे ख्याल:

    1. पालक – इम्यूनिटी का हरा हथियार
    पालक में आयरन, विटामिन C, K और फोलेट भरपूर मात्रा में होते हैं। यह खून की कमी को दूर करने और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में मदद करता है। साथ ही, एंटीऑक्सीडेंट से आंखों की रोशनी बढ़ती है और शरीर अंदर से ताकतवर बनता है। इसे सूप, सब्जी या सलाद में शामिल करें।

    2. केल – हड्डियों और सूजन के लिए बढ़िया
    केल विटामिन A, C और K का भंडार है। इसमें कैल्शियम अधिक मात्रा में होता है, जिससे हड्डियां मजबूत बनती हैं। इसके एंटीऑक्सीडेंट शरीर की सूजन कम करने में भी मदद करते हैं। इसे सब्जी, सूप या स्मूदी में शामिल किया जा सकता है।

    3. सरसों का साग – सर्दियों की शान
    सरसों का साग विटामिन C, K और बीटा-कैरोटीन से भरपूर होता है। यह शरीर को गर्म रखने और डिटॉक्स करने में मदद करता है। मक्के की रोटी के साथ इसे खाने से सर्दियों में संपूर्ण आहार मिलता है।

    4. मेथी के पत्ते – ऊर्जा और शुगर कंट्रोल
    मेथी के पत्ते आयरन, फाइबर और प्रोटीन से भरपूर होते हैं। यह थकान दूर करने, पाचन सुधारने और ब्लड शुगर नियंत्रित रखने में मदद करता है। सर्दियों में मेथी का पराठा या सब्जी बेहद लाभकारी है।

    5. कॉलीर्ड ग्रीन्स – दिल और कोलेस्ट्रॉल के लिए लाभकारी
    कॉलीर्ड ग्रीन्स विटामिन K, कैल्शियम और फाइबर का अच्छा स्रोत हैं। यह कोलेस्ट्रॉल कम करने और दिल को स्वस्थ रखने में मदद करता है। सर्दियों में इसका सेवन शरीर को अंदर से मजबूत बनाता है।

    अगर सर्दियों में इन पांच सुपरफूड्स को अपनी रोजमर्रा की डाइट में शामिल किया जाए, तो शरीर रहेगा गर्म, इम्यूनिटी मजबूत और बीमारियों से दूर।

  • मंत्री विजय शाह का वायरल बयान 50 हजार लाड़ली बहनें CM के सम्मान कार्यक्रम में आएंन आने पर आधार लिंक चेक कराएं'

    मंत्री विजय शाह का वायरल बयान 50 हजार लाड़ली बहनें CM के सम्मान कार्यक्रम में आएंन आने पर आधार लिंक चेक कराएं'


    रतलाम । मध्य प्रदेश के वनपर्यावरण एवं प्रभारी मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह अपने सख्त तेवरों और अधिकारियों को दिए गए निर्देशों के कारण सुर्खियों में हैं। रतलाम में आयोजित जिला विकास सलाहकार समिति की पहली बैठक में दिए गए उनके निर्देश का एक बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

    लाड़ली बहनों को कार्यक्रम में लाने का निर्देश

    यह बैठक मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की सरकार के दो वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित सम्मान समारोह की तैयारियों को लेकर आयोजित की गई थी। कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में हुई इस बैठक मेंमंत्री शाह ने महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी से जिले में लाड़ली बहनों की संख्या के बारे में जानकारी ली। जब अधिकारी ने बताया कि जिले में लाभार्थियों की संख्या लगभग 2.5 लाख हैतो मंत्री डॉ. शाह ने स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के सम्मान कार्यक्रम में कम से कम 50 हजार लाड़ली बहनें तो आ ही जानी चाहिए।

    मंत्री ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि अगर ये नहीं आती हैं तो इनके आधार लिंक आदि की जांच कराएं। हालांकिउन्होंने यह भी जोड़ा कि वे ज्यादा परेशान भी नहीं करना चाहते। मंत्री का यह बयान राज्य की सबसे बड़ी लाभार्थी योजना ‘लाड़ली बहना योजना’ के हितग्राहियों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों पर डाले गए दबाव को दर्शाता है।

    अनुपस्थित अधिकारियों पर फूटा गुस्सा

    बैठक में मंत्री डॉ. शाह ने केवल कार्यक्रम की तैयारियों पर ही सख्ती नहीं दिखाईबल्कि बैठक से कई विभागों के अधिकारियों की अनुपस्थिति पर भी गहरी नाराजगी व्यक्त की। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की सरकार के दो वर्ष पूरे होने के अवसर पर आयोजित इस महत्वपूर्ण बैठक में अधिकारियों की गैर मौजूदगी को मंत्री शाह ने गंभीरता से लिया। उन्होंने क्रमवार जानकारी लेते हुए अपने निजी सहायक पीए को अनुपस्थित अधिकारियों की सूची बनाने का निर्देश दिया।
    मंत्री की नाराज़गी तब और बढ़ गई जब अक्षय ऊर्जा विभाग की ओर से बैठक में एक वरिष्ठ अधिकारी के बजाय मैकेनिक को भेज दिया गया।
    डॉ. शाह ने अपनी तीस वर्षों की राजनीतिक अनुभव का हवाला देते हुए सख्त लहजे में कहा 30 साल से मंत्री हूंहल्के में ले रहे हो। मंत्री का यह बयान स्पष्ट करता है कि वह प्रशासनिक लापरवाही और महत्वपूर्ण बैठकों में अधिकारियों की गैर-जिम्मेदारी को बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने बैठक में मौजूद जनप्रतिनिधियों के सामने अधिकारियों को यह स्पष्ट संदेश दिया कि उन्हें शासकीय कार्यों और बैठकों को प्राथमिकता देनी होगी।

  • इटारसी में किन्नर गुटों का खूनी संघर्ष: थाने में तीन किन्नरों ने पीया फिनाइल, युवक पर कैंची से जानलेवा हमला

    इटारसी में किन्नर गुटों का खूनी संघर्ष: थाने में तीन किन्नरों ने पीया फिनाइल, युवक पर कैंची से जानलेवा हमला


    इटारसी । मध्य प्रदेश के इटारसी शहर में दो किन्नर गुटों के बीच वर्चस्व और इलाके के बंटवारे को लेकर चल रहा आपसी विवाद अब खतरनाक स्तर पर पहुँच गया हैजिसके परिणामस्वरूप एक ही दिन में हिंसा और आत्मघाती प्रयास की दो बड़ी घटनाएँ सामने आईं। यह विवाद पिछले लगभग दो माह से चल रहा है और शनिवार को यह खूनी संघर्ष में तब्दील हो गया।

    युवक पर कैंची से जानलेवा हमला

    विवाद की शुरुआत शनिवार दोपहर को तब हुई जब किन्नरों के एक गुट के कथित गुंडों ने ग्वाल बाबा नाला मोहल्ला निवासी एक युवक पर कैंची से अचानक हमला कर दिया। यह हमला इतना गंभीर था कि युवक लहूलुहान हो गया। इस जानलेवा हमले से शहर में तनाव और भय का माहौल बन गया। यह घटना स्पष्ट रूप से दर्शाती है कि क्षेत्र के वर्चस्व को लेकर दोनों गुटों के बीच कितनी अधिक शत्रुता बढ़ चुकी है।

    थाना परिसर में तीन किन्नरों ने पीया फिनाइल

    हिंसा की इस घटना के कुछ घंटों बादशाम को विवाद ने एक और चौंकाने वाला मोड़ ले लिया। दूसरे गुट की तीन किन्नर इटारसी थाना परिसर पहुँचीं और वहाँ उन्होंने फिनाइल पी लिया।किन्नरों ने यह कदम पुलिस पर उनकी सुनवाई न करने और मामले को गंभीरता से न लेने का आरोप लगाते हुए उठाया। यह गंभीर आत्मघाती प्रयास पुलिस और प्रशासन पर तुरंत कार्रवाई करने का दबाव बनाता है।घटना के तुरंत बाद पुलिस हरकत में आई और तीनों किन्नरों को इलाज के लिए सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। चिकित्सकों ने तत्काल उपचार शुरू किया और बताया कि तीनों की हालत अब खतरे से बाहर है।

    विवाद निपटाने की विधायक की पहल

    इस गंभीर विवाद को शांत करने के लिए स्थानीय विधायक डॉ. सीतासरन शर्मा ने भी हस्तक्षेप किया था। किन्नर गुट की सदस्य नीलोफर ने बताया कि शनिवार को विधायक ने उनके विवाद का निपटारा करने के लिए उन्हें अपने कार्यालय में बुलाया था। वहाँ उन्हें यह समझाइश दी गई थी कि विधायक जल्द ही दोनों पक्षों की एक संयुक्त बैठक आयोजित करेंगे और इस मामले को शांतिपूर्ण ढंग से सुलझाएंगे।
    विधायक के हस्तक्षेप के बावजूदगुटों के बीच का तनाव इतना अधिक बढ़ गया कि हिंसा और आत्मघाती कदम जैसी घटनाएँ हुईं।पुलिस अब इन दोनों घटनाओं युवक पर हुए हमले और किन्नरों द्वारा थाने में फिनाइल पीने के संबंध में गहन जाँच कर रही है। पुलिस के सामने यह बड़ी चुनौती है कि वह इलाके के वर्चस्व को लेकर जारी इस संघर्ष को कैसे समाप्त करे और आगे की हिंसा को रोके।

  • U-19 एशिया कप में IND vs PAK महामुकाबला: 9 ओवर में भारत 73/1, वैभव सूर्यवंशी सस्ते में आउट

    U-19 एशिया कप में IND vs PAK महामुकाबला: 9 ओवर में भारत 73/1, वैभव सूर्यवंशी सस्ते में आउट


    नई दिल्ली /अंडर-19 क्रिकेट एशिया कप 2025 में आज क्रिकेट प्रेमियों को एक बार फिर भारत बनाम पाकिस्तान का हाई-वोल्टेज मुकाबला देखने को मिल रहा है। दुबई में खेले जा रहे इस ग्रुप-ए मैच में पाकिस्तान ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। शुरुआती ओवरों में भारतीय बल्लेबाजों ने आक्रामक रुख अपनाया हालांकि टीम इंडिया को चौथे ओवर में पहला झटका भी लग गया।

    भारत की तेज शुरुआत लेकिन पहला विकेट गिरा
    भारत ने मैच की शुरुआत आत्मविश्वास के साथ की। ओपनिंग जोड़ी ने पाकिस्तान के गेंदबाजों पर दबाव बनाने की कोशिश की लेकिन चौथे ओवर की दूसरी गेंद पर भारत का पहला विकेट गिर गया। युवा ओपनर वैभव सूर्यवंशी जो पिछले मैच में ऐतिहासिक पारी खेल चुके थे इस बार बड़ी पारी नहीं खेल सके। मोहम्मद सैय्याम की गेंद पर वैभव ने हल्का शॉट खेला और गेंदबाज ने अपनी ही गेंद पर शानदार कैच लपक लिया। वैभव सूर्यवंशी ने 6 गेंदों में 5 रन बनाए। उनके आउट होते ही भारतीय डगआउट में थोड़ी निराशा दिखी क्योंकि उनसे एक बार फिर बड़ी पारी की उम्मीद थी।

    9 ओवर के बाद भारत 73/1
    पहला विकेट गिरने के बावजूद भारत ने रन गति धीमी नहीं होने दी। 9 ओवर के बाद भारत का स्कोर 73 रन पर 1 विकेट रहा। क्रीज पर कप्तान आयुष म्हात्रे और आरोन जॉर्ज मजबूती से टिके हुए हैं और दोनों ने संयम के साथ पाकिस्तान की गेंदबाजी का सामना किया। आयुष म्हात्रे जहां पारी को संभालने की भूमिका निभा रहे हैं वहीं आरोन जॉर्ज बीच-बीच में आकर्षक शॉट्स लगाकर स्कोरबोर्ड को गति दे रहे हैं।

    पाकिस्तान ने टॉस जीतकर चुनी गेंदबाजी

    पाकिस्तान के कप्तान फरहान यूसुफ ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। उनका मानना था कि दुबई की पिच पर शुरुआती मदद गेंदबाजों को मिल सकती है और बाद में ओस बल्लेबाजी को आसान बना सकती है। पाकिस्तान के गेंदबाजों ने शुरुआत में लाइन-लेंथ पर गेंदबाजी की और वैभव का विकेट निकालकर अपनी रणनीति को सही साबित किया।

    जूनियर लेवल पर पाकिस्तान का पलड़ा भारी
    अगर पिछले रिकॉर्ड की बात करें तो जूनियर क्रिकेट में हाल के वर्षों में पाकिस्तान का पलड़ा भारत पर भारी रहा है। अंडर-19 स्तर पर खेले गए पिछले तीन मुकाबलों में पाकिस्तान ने जीत दर्ज की है। इसके अलावा एमर्जिंग एशिया कप में अंडर-23 टीमों के बीच खेला गया पिछला मुकाबला भी पाकिस्तान के नाम रहा था।हालांकि भारतीय टीम के पास इस मैच में इन आंकड़ों को पीछे छोड़ने और दुबई में इतिहास बदलने का सुनहरा मौका है।


    भारत अंडर-19:

    आयुष म्हात्रे कप्तान वैभव सूर्यवंशी आरोन जॉर्ज विहान मल्होत्रा वेदांत त्रिवेदी अभिज्ञान कुंडु विकेटकीपर कनिष्क चौहान खिलन पटेल दीपेश देवेंद्रन किशन सिंह हेनिल पटेल

    पाकिस्तान अंडर-19:
    उस्मान खान समीर मिन्हास अली हसन बलोच अहमद हुसैन फरहान यूसुफ कप्तान हमजा जहूर विकेटकीपर हुजैफा अहसान निकाब शफीक अब्दुल सुभान मोहम्मद सैय्याम अली रजा

    पहले मैच में भारत की शानदार जीत

    भारत ने टूर्नामेंट की शुरुआत धमाकेदार अंदाज़ में की थी। UAE के खिलाफ अपने पहले मैच में टीम इंडिया ने 6 विकेट पर 433 रन बनाए। इस मुकाबले में सिर्फ 14 साल के वैभव सूर्यवंशी ने 95 गेंदों में 171 रन की ऐतिहासिक पारी खेली थी जिसमें उन्होंने 14 छक्के लगाए और यूथ वनडे में नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया।भारत ने उस मैच में UAE को 199 रन पर समेटकर 234 रन से बड़ी जीत दर्ज की थी।

    टेबल टॉपर बनने की जंग
    भारत और पाकिस्तान दोनों के इस समय ग्रुप-ए में 2-2 अंक हैं। बेहतर रन रेट के चलते पाकिस्तान फिलहाल टॉप पर है। आज का मुकाबला जीतने वाली टीम ग्रुप की नंबर-1 टीम बन जाएगी और सेमीफाइनल में मजबूत स्थिति में पहुंच जाएगी। हर ग्रुप से शीर्ष दो टीमें सेमीफाइनल में पहुंचेंगी। सेमीफाइनल 19 दिसंबर को और फाइनल 21 दिसंबर को दुबई में खेला जाएगा।

  • सूरत में अजीब मामला, श्मशान में अंतिम संस्कार से रोका, शव लेकर अस्पताल लौटे परिजन

    सूरत में अजीब मामला, श्मशान में अंतिम संस्कार से रोका, शव लेकर अस्पताल लौटे परिजन


    नई दिल्‍ली । गुजरात(Gujarat) के सूरत में एक ऐसा मामला सामने आया जिसने न सिर्फ आम लोगों को बल्कि अस्पताल प्रशासन (Administration)और श्मशान घाट कर्मचारियों को भी हैरानी में डाल दिया. दरअसल एक महिला की मौत के बाद उसका शव अंतिम संस्कार के लिए श्मशान(crematorium) घाट ले जाया गया, लेकिन वहां से बिना दाह-संस्कार के ही शव को दोबारा अस्पताल वापस लाना पड़ा.

    अर्थी पर शव लेकर फिर अस्पताल पहुंचे परिजन
    मामला सूरत के पांडेसरा इलाके के शिव नगर में रहने वाली 57 साल की सुनीता देवी बृजनंदन तांती से जुड़ा है. परिजनों के अनुसार, सुनीता देवी लंबे समय से बीमार थीं और उन्हें पैरालिसिस की समस्या थी. 13 दिसंबर की सुबह करीब 10 बजे उन्होंने अपने घर में अंतिम सांस ली. मौत के बाद परिजन शव को अंतिम संस्कार के लिए उमरा श्मशान घाट लेकर पहुंचे.

    श्मशान घाट पहुंचने पर वहां के संचालकों ने मृतक महिला का मृत्यु प्रमाण पत्र और अन्य जरूरी दस्तावेज मांगे. परिजनों के पास ये कागजात मौजूद नहीं थे, जिसके कारण श्मशान घाट प्रशासन और परिजनों के बीच विवाद हो गया. नियमों के अनुसार कागजात के अभाव में अंतिम संस्कार से इनकार कर दिया गया.

    मृत्यु प्रमाण पत्र के बिना अस्पताल पहुंचे थे परिजन
    मामला बढ़ने पर पुलिस को भी सूचना दी गई. पुलिस मौके पर पहुंची और परिजनों को समझाया कि मृत्यु प्रमाण पत्र के बिना अंतिम संस्कार संभव नहीं है. इसके बाद प्रशासन की सलाह पर परिजन शव को सूरत के न्यू सिविल अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां महिला की मौत हुई थी.

    न्यू सिविल अस्पताल में अर्थी के रूप में सजे शव को स्ट्रेचर पर लाया गया. शव पर अंतिम संस्कार के वस्त्र और फूल माला देख अस्पताल का स्टाफ, डॉक्टर और नर्सिंग कर्मचारी भी चौंक गए. अस्पताल के इतिहास में यह शायद पहला मामला था जब शव श्मशान घाट से वापस जांच के लिए अस्पताल लाया गया.

    शव की दोबारा जांच
    अस्पताल में महिला डॉक्टर ने शव की दोबारा जांच की और औपचारिक रूप से मृत घोषित किया. इसके बाद मृत्यु प्रमाण पत्र और अन्य जरूरी कागजात तैयार किए गए. इस पूरी प्रक्रिया में करीब 8 से 10 घंटे का समय लग गया.

    दस्तावेज मिलने के बाद परिजन शव को फिर से उमरा श्मशान घाट लेकर पहुंचे, जहां विधिवत अंतिम संस्कार किया गया.. मृतका के पड़ोसी आनंद कुमार जायसवाल ने बताया कि नियमों और कागजी प्रक्रिया की जानकारी न होने के कारण यह स्थिति बनी.

  • धरती के करीब आते ही हरा हो गया 3I/ATLAS कॉमेट, वैज्ञानिक हुए हैरान, जानिए क्यों बदला रंग?

    धरती के करीब आते ही हरा हो गया 3I/ATLAS कॉमेट, वैज्ञानिक हुए हैरान, जानिए क्यों बदला रंग?


    नई दिल्‍ली । अंतरिक्ष से आए धूमकेतु (Comet)की नई तस्वीरों में यह पक्का होता है कि अक्टूबर के अंत में सूरज के पास आने के बाद यह अनोखी चीज ज्यादा चमकदार(Shiny) और हरी हो गई है. इसका मतलब है कि अगले हफ्ते जब यह धूमकेतु धरती के सबसे करीब आएगा तो इसमें से नई चमकदार चीजें तेजी से बाहर निकल सकती हैं. ये नई तस्वीरें हवाई के एक बंद ज्वालामुखी मौना केआ(Mauna Kea volcano) के ऊपर रखे जेमिनी नॉर्थ टेलीस्कोप से 26 नवंबर को ली गई थीं. इसमें कॉमेट अपने सबसे सक्रिय दौर में दिख रहा है. साथ ही, धूमकेतु के चारों तरफ एक चमकीले बादल जैसा घेरा और उसके पीछे लंबी, चमकती पूंछ बन रही है.

    वैज्ञानिकों ने इसके बारे में क्या कहा?
    नेशनल साइंस फाउंडेशन के NOIRLab के बयान के मुताबिक, 3I/ATLAS से निकलने वाली गैसों में द्विपरमाण्विक कार्बन भी शामिल है. यह दो कार्बन परमाणुओं का एक अणु (Molecule) है और यह हरी रोशनी छोड़ता है. सौरमंडल के कई धूमकेतु सूरज की गर्मी से सक्रिय होने पर ऐसा ही हरा रंग छोड़ते हैं. इनमें पिछले साल खोज गया मदर ऑफ ड्रैगन्स भी शामिल है.

    कब आएगा धरती के करीब?
    जैसे-जैसे Interstellar Comet 19 दिसंबर को धरती के सबसे करीब आएगा, वैज्ञानिकों को और भी ज्यादा हैरान करने वाली चीजें देखने को मिल सकती हैं. NOIRLab के अनुसार, यह अभी पता नहीं है कि सूरज के पास से निकलने और ठंडा होने पर यह धूमकेतु कैसा व्यवहार करेगा. कई धूमकेतु देर से सूरज की गर्मी महसूस करते हैं क्योंकि गर्मी के कॉमेट के अंदर पहुंचने में समय लगता है.

    कैस रहा 3I/ATLAS का सफर?
    3I/ATLAS, 1I/’Oumuamua और 2I/Borisov के बाद खोजा गया तीसरा अंतरतारकीय पिंड है. इसका पता जून के अंत में तब चला जब यह हमारे सौरमंडल से लगभग 2,10,000 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गुजर रहा था. यह एक ऐसे टेढ़े रास्ते पर घूम रहा है जिसके कारण यह भविष्य में कभी भी हमारे आस-पास से नहीं गुजरेगा.

  • स्मार्ट मीटर बैलेंस नेगेटिव रहने पर कटेगा बिजली कनेक्शन, फिर से चालू करने के लिए करना होगा ये काम

    स्मार्ट मीटर बैलेंस नेगेटिव रहने पर कटेगा बिजली कनेक्शन, फिर से चालू करने के लिए करना होगा ये काम


    रांची। स्मार्ट मीटर(Smart meter) का बैलेंस पाजिटिव(Balance is positive.) नहीं रहने पर बिजली कनेक्शन अब स्वतः कट रहा है। जिन उपभोक्ताओं (Consumers)का बिजली बिल बकाया है और स्मार्ट मीटर में बैलेंस नेगेटिव है, उनका कनेक्शन हर दिन ऑटोमैटिक डिस्कनेक्ट किया जा रहा है।

    शनिवार को रांची अंचल के विभिन्न आपूर्ति प्रमंडलों में बड़ी संख्या में बकायेदार उपभोक्ताओं के बिजली कनेक्शन काटे गए। रांची केंद्रीय आपूर्ति प्रमंडल में 1165, कोकर में 1331, डोरंडा में 853, रांची पश्चिमी में 921, रांची पूर्वी में 613 और न्यू कैपिटल क्षेत्र में 812 उपभोक्ताओं के कनेक्शन ऑटोमैटिक रूप से डिस्कनेक्ट किए गए।

    इनमें कई व्यवसायिक प्रतिष्ठान भी शामिल हैं, जिनका स्मार्ट मीटर बैलेंस नेगेटिव पाया गया। बिजली विभाग के अनुसार, कनेक्शन डिस्कनेक्ट होने के बाद जैसे ही उपभोक्ता अपने पूरे बकाया बिजली बिल का भुगतान करते हैं, उनका कनेक्शन स्वतः चालू हो जाता है।

    किश्त में भी कर सकते हैं भुगतान
    जिन उपभोक्ताओं पर अधिक राशि बकाया है और वे एकमुश्त भुगतान करने में असमर्थ हैं, वे अपने क्षेत्र के विद्युत कार्यपालक अभियंता से संपर्क कर किश्त में भुगतान की सुविधा ले सकते हैं।

    उपभोक्ता अपने बकाया बिजली बिल का भुगतान एटीपी काउंटर या ऑनलाइन माध्यम से कर सकते हैं। प्रतिदिन बड़ी संख्या में कनेक्शन कटने के कारण एटीपी काउंटरों पर बिल जमा करने वाले उपभोक्ताओं की भीड़ बढ़ रही है।

    विभाग ने की अपील
    विभाग ने उपभोक्ताओं से अपील की है कि वे भीड़ और लाइन से बचने के लिए झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड की वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन भुगतान का उपयोग करें।

    विद्युत आपूर्ति क्षेत्र रांची के महाप्रबंधक मनमोहन कुमार ने सभी बकायेदार उपभोक्ताओं से अपील करते हुए कहा है कि स्मार्ट मीटर के माध्यम से अब रोजाना बकायेदारों का कनेक्शन ऑटोमैटिक डिस्कनेक्ट हो रहा है। इसलिए जिन उपभोक्ताओं का बिजली बिल बकाया है, वे शीघ्र भुगतान कर अपने स्मार्ट मीटर का बैलेंस नेगेटिव से पॉजिटिव कर लें।

    बैलेंस नेगेटिव रहने की स्थिति में कनेक्शन स्वतः कट जाएगा और बकाया राशि जमा करने के बाद ही दोबारा चालू होगा। उन्होंने कहा कि उपभोक्ता कनेक्शन कटने का इंतजार न करें और समय रहते अपना बिजली बिल जमा कर दें।

    बिजली विभाग ने यह भी बताया है कि जिन उपभोक्ताओं को बिजली बिल से संबंधित जानकारी नहीं मिल पा रही है, वे अपने बिजली कनेक्शन में मोबाइल नंबर अपडेट कराएं। अब उपभोक्ताओं को उनके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर व्हाट्सएप के माध्यम से बिजली बिल उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके लिए हर उपभोक्ता के कनेक्शन में मोबाइल नंबर का अपडेट होना अनिवार्य है।

    मोबाइल नंबर अपडेट कराने के लिए इन नंबरों पर करें संपर्क
    रांची केंद्रीय – 9508021323
    कोकर – 6201382424
    न्यू कैपिटल – 7970802909
    रांची पश्चिमी – 9341218831
    रांची पूर्वी – 9279943544
    डोरंडा – 8987716413

  • पत्थर और धनुष-बाण से बेकाबू भीड़ ने गुजरात में 47 अधिकारियों पर किया हमला, जानिए क्या है मामला?

    पत्थर और धनुष-बाण से बेकाबू भीड़ ने गुजरात में 47 अधिकारियों पर किया हमला, जानिए क्या है मामला?


    नई दिल्‍ली । कभी-कभी ऐसे मामले सामने आते हैं जो लोगों के होश उड़ा देते हैं. गुजरात (Gujarat)के बनासकांठा (Banaskantha)जिले के पडालिया गांव(Padalia village) से भी ऐसा ही मामला सामने आया है. यहां पर दोपहर करीब 500 लोगों की भीड़ ने पुलिस, फॉरेस्ट और रेवेन्यू डिपार्टमेंट(Revenue Department) के कम से कम 47 अधिकारियों पर हमला कर दिया. इसमें करीब 36 अधिकारियों को अंबाजी सिविल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया. जानिए आखिर भीड़ कैसे उग्र हो गई?

    क्या है मामला
    मामले को लेकर बनासकांठा कलेक्टर मिहिर पटेल ने बताया कि यह घटना तब हुई जब पुलिस, फॉरेस्ट और रेवेन्यू अधिकारियों की एक जॉइंट टीम फॉरेस्ट डिपार्टमेंट के सर्वे नंबर 9 एरिया में नर्सरी और प्लांटेशन का काम कर रही थी. उन्होंने बताया कि अचानक करीब 500 लोगों की भीड़ ने उन पर हमला कर दिया, पत्थर फेंके और तीर-कमान का इस्तेमाल किया. इस हमले की वजह से कई अधिकारी घायल हो गए हैं हालांकि उनकी हालत स्थिर है.

    घायल हुए 36 अधिकारियों को अंबाजी सिविल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, जबकि 11 को आगे के इलाज के लिए पालनपुर सिविल हॉस्पिटल रेफर किया गया, हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि हमला किस वजह से हुआ. यह जगह दांता तालुका में है, जो अंबाजी तीर्थस्थल से 14 km दूर है. इस वारदात के बाद लोगों में अफरा-तफरी का माहौल है.