Author: bharati

  • महाबोधि महोत्सव भारत और श्रीलंका के बीच बौद्ध धर्म की साझा विरासत का प्रतीक: प्रधानमंत्री

    महाबोधि महोत्सव भारत और श्रीलंका के बीच बौद्ध धर्म की साझा विरासत का प्रतीक: प्रधानमंत्री


    – प्रधानमंत्री ने महाबोधि महोत्सव के लिए भेजा शुभकामना संदेश, भगवान बुद्ध के संदेश को बताया आधुनिक विश्व की आवश्यकता

    भोपाल। मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में स्थित विश्व धरोहर सांची में शनिवार को बुद्ध जम्बू द्वीप पार्क में दो दिवसीय महाबोधि महोत्सव-2025 का विधिवत शुभारंभ हुआ। ‘महाबोधि महोत्सव’ और चेतियागिरी विहार के 73वें वार्षिकोत्सव के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुभकामना संदेश प्रेषित किया है। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने पत्र में सांची को भारत और श्रीलंका के बीच बौद्ध धर्म की साझा विरासत का प्रतीक बताते हुए कहा कि यह आयोजन दोनों देशों के भविष्य की अपार संभावनाओं को दर्शाता है।


    बुद्ध का संदेश और आधुनिक विश्व

    प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संदेश में रेखांकित किया कि भगवान बुद्ध अपनी शिक्षाओं के माध्यम से आज भी विश्व पर गहरा प्रभाव बनाए हुए हैं। आधुनिक विश्व की चुनौतियों के बीच उनका शांति, करुणा और प्रज्ञा का संदेश पहले से कहीं अधिक प्रासंगिक है। उन्होंने चेतियागिरी विहार की महत्ता का उल्लेख करते हुए कहा कि भगवान बुद्ध के परम शिष्यों- ‘सारिपुत्र और महामोग्गल्लान’ के पवित्र अवशेषों (अस्थि कलश) के संरक्षक के रूप में यह स्थान भारत की सांस्कृतिक विरासत में विशिष्ट स्थान रखता है। सांची हमारी प्राचीन आध्यात्मिक परंपराओं और सांस्कृतिक पहचान के बीच एक सेतु का कार्य करता है। प्रधानमंत्री मोदी ने ‘नमो बुद्धाय’ के उद्घोष के साथ मध्य प्रदेश सरकार और महाबोधि सोसाइटी ऑफ श्रीलंका को इस आयोजन के लिए शुभकामनाएं दीं।


    सांची में महाबोधि महोत्सव का भव्य आगाज

    सांची के बुद्ध जम्बू द्वीप पार्क में संस्कृति विभाग, जिला प्रशासन रायसेन और महाबोधि सोसाइटी ऑफ श्रीलंका के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित दो दिवसीय ‘महाबोधि महोत्सव-2025’ का शनिवार को विधिवत शुभारंभ हुआ। महोत्सव की पहली शाम श्रीलंका की सुप्रसिद्ध कलाकार ललिता गोमस के लोक नृत्य एवं गायन से सजी। इसके अलावा भगवान बुद्ध के जीवन पर केंद्रित ‘नृत्य नाटिका’ और ‘द साया बैंड’ की भक्तिमय प्रस्तुतियाँ मुख्य आकर्षण रहीं। दूसरे दिन रविवार को देश के प्रतिष्ठित कवियों के साथ ‘अखिल भारतीय कवि सम्मेलन’ का आयोजन होगा, जिसमें सूर्यकुमार पांडेय, सुमित मिश्रा और अभिसार शुक्ला जैसे नामचीन कवि काव्य पाठ करेंगे। पर्यटकों और कला प्रेमियों के लिए इस गरिमामयी आयोजन में प्रवेश पूर्णतः निःशुल्क रखा गया है। कार्यक्रम शाम 6:30 बजे से प्रारंभ हुआ।

  • अन्नदाता मेरी पहली प्राथमिकता, उन्हें किसी प्रकार की असुविधा बर्दाश्त नहीं : सिंधिया

    अन्नदाता मेरी पहली प्राथमिकता, उन्हें किसी प्रकार की असुविधा बर्दाश्त नहीं : सिंधिया


    गुना।
    केन्द्रीय संचार एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने मध्य प्रदेश प्रवास के तीसरे दिन शनिवार को गुना जिले के विकासखण्‍ड बमोरी अंतर्गत बागेरी खाद वितरण केन्द्र पर औचक निरीक्षण किया। उन्‍होंने कहा कि मेरे अन्नदाता मेरी पहली प्राथमिकता हैं, उन्हें किसी प्रकार की असुविधा मुझे बर्दाश्त नहीं होगी।

    इस दौरान उन्होंने किसानों से सीधी बातचीत की, उनकी समस्याएँ सुनीं और वितरण प्रक्रिया को देखा। केन्‍द्रीय मंत्री ने वहाँ मौजूद किसानों को भरोसा दिलाया कि आपको अब एक दाना खाद पाने के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा, यह मेरी जिम्मेदारी है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिले के सभी खाद वितरण केंद्रों का लगातार निरीक्षण किया जाए, व्यवस्था में पारदर्शिता लाई जाए और किसी भी किसान को असुविधा न होने दी जाए।

    केंद्रीय मंत्री सिंधिया शनिवार को ग्राम कुशेपुर में मृतका भूरिया बाई के परिजनों से भी मिलने पहुँचे। उन्होंने परिवार को ढांढस बंधाया और गहरा शोक व्यक्त किया। केन्द्रीय मंत्री ने मुख्‍यमंत्री जनकल्‍याण संबल योजना से दो लाख रुपये और मृत्य प्रमाण पत्र परिजन को मुहैया कराया। इससे पहले केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने पूर्व मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया और कलेक्टर किशोर कुमार कन्‍याल को मृतका के घर भेजा तथा परिवार को तत्काल राहत और सहायता दिलाने के निर्देश दिए। केन्द्रीय मंत्री ने मृतका के परिवार से मृत्यु प्रमाण-पत्र के संबंध में अभद्र आचरण करने वाले क्लर्क महेन्द्र सिंह जाटव को भी तत्काल निलंबित किया गया।

    “जिज्‍जी’ एस की पंचायत रेस्टोमार्ट” का किया शुभारंभ

    केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने शनिवार को मध्य प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन एवं जिला पंचायत गुना द्वारा संचालित “जिज्‍जी’ एस की पंचायत रेस्टो मार्ट” का विधिवत शुभारंभ किया। यह पहल ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को रोजगार, बाजार एवं पहचान प्रदान कर आत्मनिर्भरता की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। रेस्टो मार्ट में स्व-सहायता समूहों की महिलाओं द्वारा तैयार पारंपरिक भोजन, पैक किए गए स्थानीय उत्पादों तथा हस्तनिर्मित वस्तुओं की प्रदर्शनी एवं बिक्री की व्यवस्था है। यह कदम ग्रामीण उत्पादों को बढ़ावा देने और उन्हें व्यापक बाजार उपलब्ध कराने में सहायक सिद्ध होगा। स्थल पर सुपर लूडो, सुपर स्नेक एंड लैडर, टेबल टेनिस, मिनी क्रिकेट सहित कई मनोरंजक गतिविधियाँ उपलब्ध हैं, जो सभी आयु वर्ग के लिए इसे एक आकर्षक व समग्र अनुभव का केंद्र बनाती हैं।

    ग्रामीण महिलाएँ प्रतिदिन कमा रहीं 500 से 1200 रुपये
    इस पहल से तीन स्व-सहायता समूहों की लगभग 25 महिलाओं को प्रतिदिन 500 से 1200 रुपये तक की आय प्राप्त हो रही है। यह उनके आर्थिक सशक्तिकरण, आत्मविश्वास और स्वाभिमान को नई दिशा प्रदान कर रहा है। कार्यक्रम की शुरुआत में केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने उपस्थित लोगों के साथ सेल्फी पॉइंट पर फोटो खिंचवाए। इसके बाद फीता काटकर रेस्टो मार्ट का शुभारंभ किया। उन्होंने मार्ट के अंदर विभिन्न स्टॉलों पर तैयार उत्पादों का अवलोकन किया और स्व-सहायता समूह की महिलाओं से संवाद कर उनके कार्यों की सराहना की।

    खेल गतिविधियों में दी सहभागिता, ब्लैक कॉफी और रसगुल्ले की मिली विशेष सराहना

    केन्‍द्रीय मंत्री सिंधिया ने रेस्टो मार्ट परिसर में उपलब्ध खेल गतिविधियों में सहभागिता दी और वहां परोसी गई ब्लैक कॉफी के साथ-साथ स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा बनाए गए रसगुल्ले का स्वाद भी लिया और उसकी विशेष रूप से प्रशंसा की। इसके उपरांत उन्होंने बाहर निर्मित मिनी क्रिकेट मैदान में भी खेल में शामिल होकर उपस्थित लोगों का उत्साह बढ़ाया।

    विभिन्‍न विकास कार्यों का किया लोकार्पण एवं शिलान्‍यास

    केन्द्रीय मंत्री ने शनिवार को लक्ष्‍मीगंज में आयोजित कार्यक्रम में विभिन्‍न विकास कार्यो के लोकार्पण एवं शिलान्‍यास कार्यक्रम में मुख्‍य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उन्होंने कार्यक्रम में सिंध नदी से गुना शहर के लिए जलप्रदाय योजना राशि 48.74 करोड रुपये का भूमिपूजन किया गया। साथ ही संयुक्त एसडीएम कार्यालय भवनलागत 8.38 करोड़ रुपये तथा संयुक्त तहसील कार्यालय भवन लागत 7.96 करोडएवं शासकीय हाई स्कूल पाटईका ₹ 1.47 करोडकी लागत से बने भवनों का लोकार्पण किया।

    2050 तक शहर की पेयजल आपूर्ति को पूरा करेगी सिंध नदी जल प्रदाय योजना

    केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने सर्वप्रथम सिंध नदी जल प्रदाय योजना के अंतर्गत आने वाले 48.74 करोड़ की अमृत 2.0 परियोजना का भूमिपूजन किया। यह परियोजना वर्ष 2050 तक गुना शहर को निर्बाध, गुणवत्तापूर्ण और पर्याप्त पेयजल उपलब्ध कराने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है, जो बढ़ती आबादी और शहरी आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए दीर्घकालिक समाधान प्रदान करेगी। सिंधिया ने कहा कि यह योजना न केवल शहर की पेयजल समस्या का स्थायी समाधान देगी, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को भी सुरक्षित जल की गारंटी प्रदान करेगी।

    एक ही छत के नीचे होंगे त्वरित सेवा के केन्द्र

    इस अवसर पर सिंधिया ने प्रशासनिक संरचनाओं को मजबूत बनाने वाली दो महत्वपूर्ण परियोजनाओं एसडीएम कार्यालय भवन और तहसील कार्यालय भवन का लोकार्पण भी किया। इन भवनों के शुभारंभ से आमजन को राजस्व एवं प्रशासनिक सेवाएँ अधिक सुगमता, तेजी और पारदर्शिता के साथ उपलब्ध होगी। सिंधिया ने कहा कि आधुनिक सुविधाओं से युक्त ये कार्यालय नागरिकोंके लिए “एक ही छत के नीचे” त्वरित सेवाओं का केंद्र बनेंगे, जिससे ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के लोगों को बड़ा लाभ मिलेगा।

    शिक्षा के क्षेत्र में दी महत्वपूर्ण सौगात

    सिंधिया ने पार्टली हाई स्कूल के नव-निर्मित भवन का लोकार्पण किया। कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि शिक्षा, पेयजल, प्रशासनिक संरचना और सार्वजनिक सुविधाएँ किसी भी जिले के विकास की मूल आधारशिलाएँ हैं और गुना इन चारों आयामों में तेज़ी से आगे बढ़ रहा है। गुना केवल उनका संसदीय क्षेत्र नहीं, बल्कि उनका परिवार है। उन्होंने कहा कि गुना के हर घर की सुविधा, हर परिवार की समृद्धि, और हर युवा के उज्जवल भविष्य के लिए मैं प्रतिबद्ध हूँ। जनता का विश्वास मेरी सबसे बड़ी शक्ति है, और यह शक्ति मुझे गुना के निरंतर विकास के लिए दिन-रात कार्य करने की प्रेरणा देती है।

  • मंदी से जूझ रही दुनिया… मगर भारत ने मारी जबरदस्त छलांग.. जानें बंपर GDP ग्रोथ की असल कहानी!

    मंदी से जूझ रही दुनिया… मगर भारत ने मारी जबरदस्त छलांग.. जानें बंपर GDP ग्रोथ की असल कहानी!


    नई दिल्ली।
    दुनिया के प्रमुख देश (Worlds Major Countries) आर्थिक मंदी (Economic Recession) की मार से जूझ रहे हैं। अमेरिका (America) में ट्रंप की नई टैरिफ नीतियों (Trump’s new Tariff Policies) ने महंगाई को भड़का दिया है, यूरोप की अर्थव्यवस्था ठहराव की कगार पर है और चीन की विकास दर नीचे लुढ़क रही है। वैश्विक विकास दर 2025 में 2.3% तक गिरने का अनुमान है, जो 2008 की मंदी के बाद का सबसे कमजोर दौर हो सकता है। लेकिन इसी तूफान के बीच भारत (India) एक अलग ही रंग दिखा रहा है। जुलाई-सितंबर तिमाही (Q2 FY26) में GDP ग्रोथ 8.2% पर पहुंच गई। यह छह तिमाहियों का उच्चतम स्तर है। इसने पूर्वानुमानों (7.2%) को भी पीछे छोड़ दिया है। आइए, इस बंपर ग्रोथ की असली कहानी समझते हैं।


    वैश्विक मंदी का खतरा

    अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, 2025 में वैश्विक GDP ग्रोथ 3.2% रहने का अनुमान है, जो 2024 के 3.3% से भी कम है। कारण? अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ‘अमेरिका फर्स्ट’ नीति ने टैरिफ की बाढ़ ला दी। उन्होंने भारत और ब्राजील जैसे बड़े देशों पर 50 फीसदी तक टैरिफ लगाया है। इससे अमेरिकी विकास दर 1.8% पर सिमट गई, और मंदी की संभावना 40% तक पहुंच गई।

    यूरोप में तो हाल और बुरा है। जर्मनी की अर्थव्यवस्था (-0.2%) ऊर्जा संकट और कमजोर निर्यात की वजह से लगातार दूसरे साल सिकुड़ रही है। चीन की ग्रोथ 4% के आसपास ठहर गई, रियल एस्टेट संकट और कमजोर घरेलू मांग से जूझ रही है। संयुक्त राष्ट्र व्यापार और विकास सम्मेलन (UNCTAD) की रिपोर्ट कहती है कि व्यापारिक अनिश्चितता ऐतिहासिक उच्च स्तर पर है, जिससे वैश्विक व्यापार 2025 में 40% गिर सकता है।

    वैश्विक आर्थिक परिदृश्य में प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के 2025 के जीडीपी विकास अनुमान चिंताजनक हैं, जहां अमेरिका की विकास दर टैरिफ नीतियों से प्रेरित महंगाई और मंदी के खतरे के कारण 2% पर सिमटने का अनुमान है। चीन की अर्थव्यवस्था रियल एस्टेट संकट और कमजोर निर्यात के बोझ तले 4.8% की दर से बढ़ेगी, जबकि यूरोपीय संघ ऊर्जा संकट और आर्थिक ठहराव की चुनौतियों से जूझते हुए मात्र 1.2% का विकास दर्ज करेगा। जापान जनसंख्या संकुचन और निवेश की कमी के कारण 0.9% पर रुकेगा और वैश्विक औसत 3.2% रहने की संभावना है, जो व्यापार युद्धों तथा अनिश्चितताओं से प्रभावित होकर 2008 के बाद का सबसे कमजोर दौर साबित हो सकता है। ये अनुमान आईएमएफ की नवीनतम रिपोर्ट पर आधारित हैं, जो दर्शाते हैं कि वैश्विक सहयोग की कमी से विकास की गति धीमी पड़ रही है।


    भारत का ‘कमाल’: 8.2% ग्रोथ का जादू कैसे हुआ?

    राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) के आंकड़ों के अनुसार, Q2 FY26 में रीयल GDP ग्रोथ 8.2% रही, जबकि GVA (ग्रॉस वैल्यू एडेड) 8.1% रहा। जुलाई-सितंबर तिमाही की यह वृद्धि दर पिछली छह तिमाहियों में सबसे अधिक है। इससे पहले उच्चतम वृद्धि 8.4 प्रतिशत थी, जो वित्त वर्ष 2023-24 की जनवरी-मार्च तिमाही में दर्ज की गई थी। इस तीव्र वृद्धि ने भारत को दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था के रूप में बरकरार रखा है। इसी दौरान चीन की अर्थव्यवस्था 4.8 प्रतिशत बढ़ी है। इसके साथ वित्त वर्ष 2025-26 की पहली छमाही (अप्रैल-सितंबर) में भारत की अर्थव्यवस्था आठ प्रतिशत की दर से बढ़ी है। पिछले साल की समान अवधि में इसकी वृद्धि दर 6.1 प्रतिशत रही थी। पहली छमाही के बेहतर प्रदर्शन के दम पर भारतीय अर्थव्यवस्था चालू वित्त वर्ष के वृद्धि लक्ष्य से भी आगे निकल सकती है। जनवरी में पेश आर्थिक समीक्षा में इसके में 6.3-6.8 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया गया था। लेकिन सवाल वही: वैश्विक तूफान में यह चमत्कार कैसे?

    ग्रामीण मांग का सुपरचार्ज: भारत की 40% उपभोग मांग ग्रामीण इलाकों से आती है। अच्छे माॉनसून (2025 में 106% औसत वर्षा) ने खेती को बूस्ट दिया- खाद्यान्न उत्पादन 5% बढ़ा। नतीजा? ट्रैक्टर बिक्री अक्टूबर में 11 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंची और दो-पहिया वाहनों की ग्रामीण बिक्री 51.8% उछली। न्यूल्सनआईक्यू के आंकड़े बताते हैं कि ग्रामीण FMCG बिक्री 12% बढ़ी। यह ‘बॉटम-अप’ ग्रोथ है। यानी किसान अमीर, तो बाजार चमकदार।

    सरकारी खर्च का इंजन: केंद्र सरकार का कैपिटल एक्सपेंडिचर (कैपेक्स) बजट का 24.5% Q1 में ही खर्च हो गया, जो पिछले साल के 16.3% से दोगुना है। हाईवे, रेलवे, और बंदरगाहों पर निवेश ने निर्माण क्षेत्र को 7% ग्रोथ दी। IMF कहता है कि इसी इंफ्रास्ट्रक्चर पुश ने नौकरियां पैदा कीं और आय बढ़ाईं।

    विनिर्माण का उभार: मैन्युफैक्चरिंग PMI अक्टूबर में 59.2 पर पहुंचा- 57.5 से ऊपर था। ‘मेक इन इंडिया’ और PLI स्कीम्स ने स्मार्टफोन, ऑटो और इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर को उकसाया। उत्पादन और नए ऑर्डर में तेजी आई, भले ही US टैरिफ्स का साया हो। निर्यात 6.3% बढ़ा।

    सेवाओं का डिजिटल जादू: IT और कंसल्टिंग निर्यात 10% GDP का योगदान दे रहे हैं। डिजिटल इंडिया ने UPI ट्रांजेक्शन को 50% बूस्ट दिया। सेवाओं की ग्रोथ दोगुनी (10% से ऊपर) रही, जो वैश्विक मंदी में भी मजबूत बनी।


    सेवा क्षेत्र का भी प्रदर्शन काफी अच्छा रहा

    आंकड़ों के मुताबिक, विनिर्माण क्षेत्र ने पिछली तिमाही में 9.1 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि दिखाई जबकि पिछले साल की समान तिमाही में यह 2.2 प्रतिशत की दर से बढ़ी थी। इस दौरान सेवा क्षेत्र का भी प्रदर्शन काफी अच्छा रहा। बैंकिंग, रियल एस्टेट और अन्य सेवाओं में 10.2 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई जो एक साल पहले 7.2 प्रतिशत थी। हालांकि दूसरी तिमाही में कृषि क्षेत्र का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा। कृषि क्षेत्र का उत्पादन गिरकर 3.5 प्रतिशत रहा जो एक साल पहले की समान अवधि में 4.1 प्रतिशत था।

    दूसरी तिमाही में स्थिर कीमतों पर जीडीपी 48.63 लाख करोड़ रुपये और मौजूदा बाजार मूल्य पर जीडीपी 85.25 लाख करोड़ रुपये रही। इसके साथ पहली छमाही में स्थिर कीमतों पर जीडीपी आठ प्रतिशत बढ़कर 96.52 लाख करोड़ रुपये और मौजूदा बाजार मूल्य पर जीडीपी 8.8 प्रतिशत बढ़कर 171.30 लाख करोड़ रुपये रहा। मुख्य आर्थिक सलाहकार वी. अनंत नागेश्वरन ने इन आंकड़ों पर कहा कि मौजूदा रफ्तार को देखते हुए भारतीय अर्थव्यवस्था के इस वित्त वर्ष में चार लाख करोड़ डॉलर से अधिक हो जाने की उम्मीद है। वित्त वर्ष 20224-25 के अंत में जीडीपी का आकार 3.9 लाख करोड़ डॉलर था।


    वृद्धि दर उम्मीदों से अधिक रही

    वास्तविक निजी अंतिम उपभोग व्यय (पीएफसीई) ने 7.9 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की। सकल स्थायी पूंजी निर्माण 7.3 प्रतिशत बढ़ा। दूसरी तिमाही में जीडीपी के अनुमान में उपयोग की गई विभिन्न गणना पद्धतियों के बीच अंतर 1.62 लाख करोड़ रुपये का रहा। रेटिंग एजेंसी इक्रा की मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर ने कहा कि सितंबर तिमाही की वृद्धि दर उम्मीदों से अधिक रही है। इससे दिसंबर 2025 की मौद्रिक नीति समीक्षा में दर कटौती की संभावना कम हो गई है।

    हालांकि नायर ने कहा, “अमेरिका की तरफ से लगाए गए उच्च शुल्क और केंद्र सरकार की सीमित पूंजीगत व्यय की गुंजाइश को देखते हुए वृद्धि की रफ्तार धीमी हो सकती है। इसके बावजूद वित्त वर्ष 2025-26 में वास्तविक जीडीपी वृद्धि सात प्रतिशत से अधिक रहने की ही संभावना है।” डेलॉयट की अर्थशास्त्री रुमकी मजूमदार ने कहा कि जीएसटी सुधार और त्योहारी खरीद तीसरी तिमाही में आर्थिक गतिविधियों को गति देंगे और पूरे वित्त वर्ष की वृद्धि दर के अनुमान में महत्वपूर्ण सुधार हो सकता है।

    आंकड़ों के आकलन की नई पद्धति लागू की जा रही
    क्रिसिल के मुख्य अर्थशास्त्री धर्मकीर्ति जोशी ने कहा कि जीडीपी गणना के लिए 2011-12 के बजाय 2022-23 को नया आधार वर्ष स्वीकार किए जाने के बाद अर्थव्यवस्था की बेहतर तस्वीर सामने आ पाएगी लेकिन इससे मौजूदा अनुमानों से थोड़ा विचलन भी हो सकता है। दरअसल सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय आर्थिक आंकड़ों की गणना के लिए 2022-23 को नए आधार वर्ष के रूप में संशोधित करने की तैयारी में है।

    मंत्रालय ने कहा कि तिमाही जीडीपी के प्रारंभिक अनुमानों में आगे चलकर संशोधन किए जाएंगे, क्योंकि मौजूदा एवं स्थिर कीमतों पर आंकड़ों के आकलन की नई पद्धति लागू की जा रही है। बयान के मुताबिक, नई शृंखला के आधार पर अगली तिमाही के जीडीपी आंकड़े 27 फरवरी, 2026 को जारी किए जाएंगे।

  • तेजस में कोई समस्या नहीं, यह पूरी तरह सुरक्षित…दुबई एयर शो की घटना को HAL चीफ ने बताया दुर्भाग्यपूर्ण

    तेजस में कोई समस्या नहीं, यह पूरी तरह सुरक्षित…दुबई एयर शो की घटना को HAL चीफ ने बताया दुर्भाग्यपूर्ण


    नई दिल्ली।
    हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) (Hindustan Aeronautics Limited -HAL) के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर डीके सुनील (DK Sunil) ने दुबई एयर शो (Dubai Air Show) में लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एलसीए) तेजस (Light Combat Aircraft (LCA) Tejas) के क्रैश होने की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण हादसा बताया। साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि इस घटना से तेजस कार्यक्रम के भविष्य पर कोई असर नहीं पड़ेगा।

    एएनआई के नेशनल सिक्योरिटी समिट में रक्षा निर्यात पर बोलते हुए डीके सुनील ने कहा- तेजस में बिल्कुल कोई समस्या नहीं है। मैं इस मंच से ये घोषणा करता हूं। यह एक बहुत शानदार एयरक्राफ्ट है। यह पूरी तरह सुरक्षित है और इसका सुरक्षा रिकॉर्ड दुनिया में सबसे बेहतरीन है। दुबई में जो हुआ, वह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना थी। इसका तेजस के भविष्य पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। बता दें कि यह पहला मौका था जब तेजस विदेशी धरती पर दुर्घटनाग्रस्त हुआ। वहीं जब से तेजस बना है तब से केवल दो बार ही क्रैश हुआ है। वहीं 1993 से 2013 तक दुनिया की सुपरपावर कहे जाने वाले अमेरिका में 174 एयरशो क्रैश हुए, जिनमें 91 लोग मारे गए।

    एचएएल चेयरमैन ने कहा- जब कोई देश आगे बढ़ता है और अपनी खुद की टेक्नोलॉजी विकसित करता है तो उसे कई चरणों से गुजरना होता है। आज हमने नई क्षमता के साथ इस 4.5 जेनरेशन के एयरक्राफ्ट को बनाया है। यह एक बहुत बड़ी सफलता है और हम इस पर गर्व करते हैं। लोग तो बातें करेंगे ही और सवाल उठाएंगे लेकिन इससे हम पीछे हटने वाले नहीं हैं। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि ये पूरी तरह से सुरक्षित एयरक्राफ्ट है। इसके भविष्य को लेकर कोई सवाल ही नहीं है। हमारे पास करीब 180 तेजस हैं और यह संख्या आगे बढ़ेगी। हम पास इस विमान के लिए एक्सपोर्ट मार्कट भी होगी।”


    HAL के फ्यूचर प्रोजेक्ट

    HAL के भविष्य के प्रोजेक्ट्स पर हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के चेयरमैन ने कहा कि हम U-CAV – ‘CATS वॉरियर’ बना रहे हैं। यह अगले साल तक तैयार हो जाएगा, और हमें उम्मीद है कि यह 2027 तक उड़ान भरेगा। उन्होंने कहा कि हम UHM (यूटिलिटी हेलीकॉप्टर मैरीटाइम)- डेक-बेस्ड वर्जन के लिए यूटिलिटी हेलीकॉप्टर पर भी काम कर रहे हैं। यह इस साल उड़ान भरना शुरू कर देगा, और दो साल में डिलीवरी होगी…

    उन्होंने कहा कि सरकार की नीति है कि भारत वैश्विक स्तर पर उभरे और रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बने। डीके सुनील ने कहा- यह सरकार की नीति है कि हम ग्लोबल बनें। निर्यात भारत सरकार और कंपनी के आउटरीच का परिणाम हैं। हम जो क्षमता विकसित कर रहे हैं, उसका यह तार्किक विस्तार है।

    गौरतलब है कि दुबई एयर शो-2025 के दौरान भारतीय वायुसेना का तेजस लड़ाकू विमान प्रदर्शन के समय क्रैश हो गया था। इस हादसे में विंग कमांडर नमांश स्याल मारे गए। वर्तमान में मलेशिया, अर्जेंटीना, मिस्र, फिलीपींस सहित कई देश तेजस में रुचि दिखा रहे हैं। सरकार का लक्ष्य अगले कुछ वर्षों में रक्षा निर्यात को 35,000 करोड़ रुपये तक ले जाना है।

  • अफगानिस्तान मुद्दे पर पूछे गए सवाल पर गुस्‍साए डोनाल्‍ड ट्रंप, पत्रकार से कहा- ‘क्या तुम बेवकूफ हो?’

    अफगानिस्तान मुद्दे पर पूछे गए सवाल पर गुस्‍साए डोनाल्‍ड ट्रंप, पत्रकार से कहा- ‘क्या तुम बेवकूफ हो?’


    नई दिल्‍ली । वाइट हाउस के सामने हुई गोलीबारी को लेकर मीडिया से बात कर रहे राष्ट्रपति ट्रंप एक सवाल पर अपना आपा खो बैठे। एक पत्रकार ने उनसे पूछा कि उन्होंने इस घटना के लिए अपने पूर्ववर्ती जो बाइडन प्रशासन को दोष क्यों दिया? इस सवाल को सुनते ही ट्रंप भड़क गए और गुस्से में पत्रकार की तरफ देखते हुए बोले, ‘क्या तुम बेवकूफ हो?’

    गौरतलब है कि कल हुई इस घटना के बाद से ही ट्रंप लगातार बाइडन प्रशासन पर इसका दोष दे रहे हैं। क्योंकि आरोपी रहमानुल्लाह बाइडन प्रशासन के दौरान ही अफगानिस्तान से अमेरिका आया था। आरोपी रहमानुल्लाह बाइडन के ऑपरेशन अलाइज वेलकम अभियान के दौरान अमेरिका आया था।

    ट्रंप ने रिपोर्टर पर अपनी भड़ास निकालते हुए कहा, “दोष दे रहा हूं क्योंकि वे (बाइडन) हजारों ऐसे लोगों को अमेरिका लेकर आए थे, जिन्हें यहां होना ही नहीं चाहिए था। तुम ऐसे सवाल पूछ रहे हो क्योंकि तुम बेवकूफ इंसान हो।” राष्ट्रपति ने कहा कि बाइडन प्रशासन ने एक कानून पारित किया है, जिसकी वजह से हम इन लोगों को वापस नहीं भेज सकते। उन्होंने पूरे हालात को गड़बड़ करार देते हुए कहा कि अफगानिस्तान का मामला एक गंदगी था। इन (प्रवासियों को) शुरू से ही यहां नहीं होना चाहिए था।

    इसके बाद राष्ट्रपति ट्रंप ने दोनों नेशनल गार्ड्स की सेहत का अपडेट देते हुए बताया कि इसमें घायल एक जवान सैनिक सारा बेकस्ट्राम की मौत हो चुकी है।

    ट्रंप और उनकी टीम की तरफ से लगातार लगाए जा रहे आरोपों के बीच बाइडन समर्थकों ने भी जवाब देना शुरू कर दिया है। बाइडन प्रशासन के समर्थकों का कहना है कि इस कार्यक्रम के तहत जिन लोगों को लाया गया था, उन्होंने अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना की मदद की थी। इस कार्यक्रम को व्यापक सुरक्षा जांच के बाद ही पूरा किया गया था। अफगानिस्तान में तालिबान के वापस आने के बाद इन लोगों के जीवन के लिए यह कार्यक्रम जरूरी था।

    गौरतलब है कि बाइडन प्रशासन की इस पहल के तहत करीब 76 हजार अफगान नागरिकों को अमेरिका लाया गया था। इनमें से कई अमेरिकी सैनिक और राजनयिकों के साथ दुभाषिए और अनुवादक के रूप में काम करते थे।

  • अफ्रीकी देश गिनी-बिसाऊ में चुनाव के 3 दिन बाद तख्तापलट… सेना के हाथ में सत्ता, राष्ट्रपति गिरफ्तार

    अफ्रीकी देश गिनी-बिसाऊ में चुनाव के 3 दिन बाद तख्तापलट… सेना के हाथ में सत्ता, राष्ट्रपति गिरफ्तार


    बिसाऊ।
    पश्चिम अफ्रीका (West Africa) के छोटे से देश गिनी-बिसाऊ (Guinea-Bissau) में रविवार को हुए राष्ट्रपति व संसदीय चुनाव (Presidential and Parliamentary elections) के महज तीन दिन बाद सेना ने तख्तापलट कर सत्ता अपने हाथ में ले ली। नवनिर्वाचित माने जा रहे राष्ट्रपति उमारो सिस्सोको एम्बालो (President Umaro Sissoko Embalo) को पद से हटा दिया गया और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। सैनिकों ने सरकारी टेलीविजन पर तख्तापलट की औपचारिक घोषणा की और खुद को ‘राष्ट्रीय एवं सार्वजनिक व्यवस्था बहाली के लिए उच्च सैन्य कमान’ घोषित कर दिया।

    बुधवार दोपहर को राजधानी बिसाऊ में राष्ट्रपति भवन के आसपास गोलीबारी की आवाजें सुनाई दी थीं। फ्रांस के प्रमुख समाचार माध्यम ‘ज्यून अफ्रीक’ के अनुसार, राष्ट्रपति एम्बालो ने खुद बताया कि सेना प्रमुख ने तख्तापलट कर उन्हें सत्ता से बेदखल कर गिरफ्तार कर लिया है। फ्रांस 24 से बातचीत में उन्होंने कहा कि मुझे पद से हटा दिया गया है।


    सेना का दावा

    उच्च सैन्य कमान के प्रवक्ता कर्नल दिनिस एन’चामा ने बयान जारी कर कहा कि चुनावी परिणामों में बड़े पैमाने पर धांधली और देश को अस्थिर करने की एक गुप्त साजिश का पता चलने के बाद यह कदम उठाना पड़ा। उन्होंने आरोप लगाया कि इस साजिश में कुछ राजनीतिक नेता, एक कुख्यात ड्रग तस्कर और देशी-विदेशी नागरिक शामिल थे। परिणामस्वरूप राष्ट्रपति को तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया तथा गिनी-बिसाऊ की सभी संवैधानिक संस्थाओं को अगले आदेश तक निलंबित कर दिया गया है।


    चुनावी विवाद

    रविवार को हुए चुनाव में मौजूदा राष्ट्रपति उमारो सिस्सोको एम्बालो और विपक्षी उम्मीदवार फर्नांडो डायस दा कोस्टा दोनों ने मंगलवार को अपनी जीत का दावा किया था। आधिकारिक अस्थायी परिणाम गुरुवार को आने थे, लेकिन अब सेना ने पूरी चुनावी प्रक्रिया ही स्थगित कर दी है।


    राजधानी में मौजूदा हालात

    एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक गुरुवार को बिसाऊ की सड़कें लगभग खाली थीं। सैनिक गश्त कर रहे थे, सभी सीमाएं सील कर दी गईं, राष्ट्रपति हिरासत में हैं और राष्ट्रपति भवन पर सशस्त्र सैनिकों का कब्जा है। अधिकारियों ने दावा किया है कि उनके पास ‘पूर्ण नियंत्रण’ है और अब कोई चुनावी परिणाम घोषित नहीं होगा।


    गिनी-बिसाऊ: तख्तापलटों का पुराना इतिहास

    1974 में पुर्तगाल से आजादी मिलने के बाद से गिनी-बिसाऊ में दर्जनों तख्तापलट और तख्तापलट के प्रयास हो चुके हैं। सिर्फ पिछले महीने (अक्टूबर 2025) में भी एक असफल कोशिश हुई थी। दक्षिण अमेरिका से यूरोप जाने वाले कोकीन तस्करी के प्रमुख रास्ते के कारण इस देश में पिछले डेढ़-दो दशक से राजनीतिक अस्थिरता और गहराई है।

  • Ind vs SA: रांची पहुंची टीम इंडिया को MS धोनी ने घर पर दी डिनर पार्टी, कोहली को होटल तक खुद छोड़ने गए

    Ind vs SA: रांची पहुंची टीम इंडिया को MS धोनी ने घर पर दी डिनर पार्टी, कोहली को होटल तक खुद छोड़ने गए


    नई दिल्ली।
    इंडिया वर्सेस साउथ अफ्रीका (India vs South Africa) 3 मैच की वनडे सीरीज का पहला मुकाबला रांची में खेला जाना है। इस मैच के लिए रोहित शर्मा (Rohit Sharma) और विराट कोहली (Virat Kohli) जैसे दिग्गज रांची पहुंच गए हैं। रांची एमएस धोनी (MS Dhoni.) का होमटाउन है। ऐसे में उन्होंने विराट कोहली और ऋषभ पंत जैसे खिलाड़ियों के लिए अपने घर डिनर पार्टी रखी। फैंस को एक बार फिर विराट कोहली और एमएस धोनी के रूप में जय-वीरू की जोड़ी दिखी, भले ही मैदान के बाहर दिखी। धोनी अपने घर डिनर पार्टी होस्ट करने के बाद विराट कोहली को खुद अपनी कार में होटल ड्रॉप करने पहुंचे। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है और फैंस इस याराने को खूब पसंद कर रहे हैं।

    बता दें, विराट कोहली ने अपने करियर की शुरुआत एमएस धोनी की कप्तानी में ही की थी। विराट कोहली को बतौर कप्तान तैयार करने में माही का अहम योगदान था। धोनी के कप्तानी छोड़ने के बाद विराट ने हर फॉर्मेट में टीम इंडिया की कमान संभाली थी और भारतीय क्रिकेट को अलग स्तर पर पहुंचाया था। एमएस धोनी ने 15 अगस्त 2020 को इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया था, हालांकि वह अभी भी आईपीएल खेलते हैं। वहीं विराट कोहली टेस्ट और टी20 क्रिकेट से रिटायरमेंट ले चुके हैं और बस सिर्फ वनडे क्रिकेट में एक्टिव हैं।

    विराट कोहली बुधवार को ही लंदन से रांची पहुंचे थे और अगले दिन यानी गुरुवार को वह धोनी के घर डिनर पार्टी पर पहुंचे। लंबे समय बाद विराट कोहली और एमएस धोनी को यूं मिलता देख फैंस काफी खुश हैं। बता दें, भारत ने रांची में आखिरी इंटरनेशनल मैच पिछले साल फरवरी 2024 में खेला था। भारत-इंग्लैंड का चौथा टेस्ट रांची में खेला गया था, लेकिन विराट कोहली उस मैच में नहीं खेले, क्योंकि वह अपने दूसरे बच्चे अकाय के जन्म के कारण पूरी सीरीज के लिए उपलब्ध नहीं थे।

  • बिहार: CM नीतीश आज 10 लाख महिलाओं के खाते में भेजेंगे 10-10 हजार रुपये

    बिहार: CM नीतीश आज 10 लाख महिलाओं के खाते में भेजेंगे 10-10 हजार रुपये


    पटना।
    बिहार (Bihar) की 10 लाख महिलाओं (10 lakh Women) के खाते में शुक्रवार को 10-10 हजार रुपये (10-10 thousand rupees) की राशि भेजी जाएगी। मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना (Chief Minister Mahila Rojgar Yojana) के तहत जीविका दीदियों के बैंक खाते में यह राशि डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से भेजी जाएगी। चयनित महिलाओं में 9.50 लाख ग्रामीण क्षेत्र में जबकि 50 हजार शहरी क्षेत्र की महिलाएं शामिल हैं। ग्रामीण विकास विभाग ने इसकी तैयारी पूरी कर ली है।

    बिहार सरकार 14 दिसंबर तक सभी पात्र महिलाओं को रोजगार के लिए 10-10 हजार रुपए की राशि दे देगी। अब तक 1.40 करोड़ महिलाओं के खाते में यह राशि भेजी जा चुकी है। बता दें कि नीतीश सरकार यह योजना विधानसभा चुनाव से ठीक पहले लाई थी। इसके तहत महिलाओं को रोजगार शुरू करने के लिए 10-10 हजार रुपये की मदद की जा रही है। 6 महीने बाद समीक्षा कर इस पैसे रोजगार शुरू करने वाली महिलाओं को 2 लाख रुपये तक की मदद और दी जाएगी।

    इस योजना का लाभ लेने के लिए सरकार द्वारा जीविका समूह से जुड़ने की शर्त रखी है। बताया जा रहा है कि पूर्व से जीविका समूह से जुड़ीं महिलाओं को पैसा भेजा जा चुका है। अब उन लाभार्थियों को राशि भेजी जानी है, जो यह योजना शुरू होने के बाद जीविका दीदी बनी हैं। साथ ही इस योजना के लिए ऑनलाइन मोड में आवेदन करने वालीं लगभग 13 लाख महिलाओं के खाते में भी पैसा आना बाकी है। उनके आवेदन की जांच की जा रही है। जल्द विभाग का कहना है कि जल्द ही उन्हें भी पैसा भेज दिया जाएगा। सरकार ने 14 दिसंबर से पहले सभी लाभार्थियों को 10-10 हजार खाते में भेजने का लक्ष्य रखा है।

    मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के लिए बिहार के ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं से ऑफलाइन आवेदन मांगे गए थे। जबकि शहरी क्षेत्र की महिलाओं के लिए ऑनलाइन आवेदन की सुविधा रखी।

  • नए लेबर कोड में कर्मचारियों को बड़ी राहत… नौकरी से हटाने पर 48 घंटे में करना होगा पूरा भुगतान

    नए लेबर कोड में कर्मचारियों को बड़ी राहत… नौकरी से हटाने पर 48 घंटे में करना होगा पूरा भुगतान


    नई दिल्ली।
    केंद्र सरकार (Central Government) द्वारा लागू नए लेबर कोड (New Labour Code) में कर्मचारियों को बड़ी राहत दी गई है। इसके तहत अब किसी भी कर्मचारी के नौकरी छोड़ने, इस्तीफा देने या बर्खास्त होने की स्थिति में उसका पूरा भुगतान नियोक्ता कंपनी (Employer Company) को सिर्फ दो कार्य दिवसों में करना होगा। पहले इसके लिए कोई निर्धारित समयसीमा तय नहीं थी।

    यह प्रावधान श्रम संहिता-2019 में जोड़ा गया है। अभी तक कई कंपनियों में फुल एंड फाइनल सेटलमेंट में 30 से 45 दिन तक लगते थे। कई मामलों में कंपनियां अगले वेतन साइकल का इंतजार करती थीं। इससे कर्मचारियों को आर्थिक दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। नए नियमों के तहत अब नियोक्ता को दो कामकाजी दिनों में कर्मचारी का पूरा हिसाब करना होगा।

    नए नियम में ये शामिल
    1. शामिल हिस्से : आखिरी महीने का वेतन, बकाया छुट्टी का पैसा और अन्य भत्ते शामिल होंगे, जो ‘वेतन’ की परिभाषा में आते हैं।
    2. इनमें देरी संभव: ग्रेच्युटी, पीएफ के भुगतान की समय सीमा अलग हो सकती है, क्योंकि इनके नियम अलग होते हैं।

    छंटनी होने पर 15 दिन की कौशल राशि अलग मिलेगी
    सरकार ने 21 नवंबर 2025 से लागू हुए नए श्रम संहिता में कर्मचारियों को बड़ी राहत दी है। नए नियमों के अनुसार, नौकरी से हटाए गए कर्मचारियों को अनिवार्य मुआवजे के साथ-साथ 15 दिनों की मजदूरी के बराबर एक अलग ‘पुन: कौशल निधि’ भी मिलेगी।

    यह राशि नौकरी समाप्त होने के 45 दिनों के भीतर सीधे कर्मचारी के बैंक खाते में जमा की जाएगी। यह राशि निश्चित अवधि और स्थायी दोनों तरह के कर्मचारियों को नौकरी से हटाए जाने की स्थिति में दी जाएगी। विशेषज्ञों का कहना है कि यह प्रावधान औद्योगिक संबंध संहिता, 2020 का हिस्सा है और इसका उद्देश्य कर्मचारियों को नई कौशल सीखने में सहायता देना है। इससे नौकरी छूटने के बाद कर्मचारी बदलते हुए रोजगार बाज़ार में फिर से रोजगार पाने की क्षमता विकसित कर सकेंगे।

    क्या है नई व्यवस्था
    नए श्रम नियमों में रिट्रेंचमेंट यानी गैर-अनुशासनात्मक कारणों से नौकरी समाप्त करने की प्रक्रिया को और स्पष्ट किया गया है। रिट्रेंचमेंट का अर्थ है कि कर्मचारी को किसी गलती या अनुशासनहीनता के बिना, कंपनी की आवश्यकता कम होने या पद समाप्त होने जैसी वजहों से नौकरी से हटाया जाए। यह व्यवस्था उन स्थितियों पर लागू नहीं होती जिनमें कर्मचारी स्वयं सेवानिवृत्ति लेता है।


    कर्मचारियों को फायदा

    1. नौकरी छोड़ते समय पैसों की कमी नहीं होगी।
    2. नई नौकरी शुरू करने से पहले आर्थिक दबाव कम होगा।
    3. कंपनियों की मनमानी और देरी पर रोक लगेगी।
    4. फुल एंड फाइनल प्रक्रिया ज्यादा पारदर्शी और तेज होगी।

  • टैरिफ की आय से राष्ट्रपति ट्रंप खुश… बोले- US से कुछ साल में पूरी तरह खत्म होगा इनकम टैक्स

    टैरिफ की आय से राष्ट्रपति ट्रंप खुश… बोले- US से कुछ साल में पूरी तरह खत्म होगा इनकम टैक्स


    वाशिंगटन।
    अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (American President Donald Trump) ने कहा है कि आने वाले कुछ वर्षों में वे इनकम टैक्स (Income tax) को लगभग पूरी तरह खत्म कर सकते हैं। इसका कारण यह बताया कि टैरिफ से सरकार को इतनी बड़ी आमदनी होगी कि आयकर की जरूरत ही कम हो जाएगी। हालांकि उन्होंने अपने इस प्लान की विस्तार में जानकारी नहीं दी।


    टैरिफ नीति क्या है?

    ट्रंप ने इस साल फिर से राष्ट्रपति पद संभालने के बाद कई देशों से आने वाले सामानों पर 10% से 50% तक टैरिफ लगाए। उनका कहना है कि इससे सरकार की आमदनी बढ़ेगी और लोग अमेरिकी सामान ज्यादा खरीदेंगे।


    इनकम टैक्स कम होने वाले लोगों पर फोकस

    ट्रंप इस बात पर जोर देते हैं कि ये बदलाव खासतौर पर उन लोगों के लिए होंगे जो 2 लाख डॉलर सालाना तक कमाते हैं।


    $2,000 टैरिफ डिविडेंड का वादा

    ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट में, राष्ट्रपति ट्रंप ने लिखा, “जो लोग टैरिफ के खिलाफ हैं, वे मूर्ख हैं! अब हम दुनिया के सबसे अमीर, सबसे सम्मानित देश हैं, जहां लगभग कोई मुद्रास्फीति नहीं है, और शेयर बाजार की रिकॉर्ड कीमत है। 401k अब तक के उच्चतम हैं।

    उन्होंने अमेरिकियों को लाभांश देने का वादा किया और कहा, “हम खरबों डॉलर ले रहे हैं और जल्द ही अपने 37 ट्रिलियन डॉलर के भारी ऋण का भुगतान करना शुरू कर देंगे। संयुक्त राज्य अमेरिका में रिकॉर्ड निवेश, हर जगह संयंत्र और कारखाने बढ़ रहे हैं। एक व्यक्ति को कम से कम $2000 का डिविडेंड (उच्च आय वाले लोगों सहित नहीं!) सभी को भुगतान किया जाएगा।

    इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस राजस्व से देश का बड़ा कर्ज $37 ट्रिलियन चुकाया जाएगा और निवेश व उत्पादन में तेजी आएगी।


    सुप्रीम कोर्ट की टैरिफ पर प्रतिक्रिया

    सुप्रीम कोर्ट ने टैरिफ को लेकर संदेह जताया है और कहा है कि कई टैरिफ को हटाया भी जा सकता है। अगर ऐसा हुआ तो अमेरिका को टैरिफ के रुपयों के तौर पर वापस भुगतान करना पड़ सकता है, जो 100 अरब डॉलर से ज्यादा हो सकता है।