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  • तेलंगाना में डोनल्ड ट्रंप के नाम पर सड़क का नामकरण वैश्विक ध्यान आकर्षित करने की रणनीति

    तेलंगाना में डोनल्ड ट्रंप के नाम पर सड़क का नामकरण वैश्विक ध्यान आकर्षित करने की रणनीति


    नई दिल्‍ली।तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने हाल ही में हैदराबाद में एक प्रमुख सड़क का नाम अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नाम पर रखने का प्रस्ताव किया है। इस फैसले के पीछे राज्य सरकार की मंशा है कि वह आगामी तेलंगाना राइजिंग ग्लोबल समिटसे पहले अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान आकर्षित कर सके। यह समिट तेलंगाना के लिए एक महत्वपूर्ण वैश्विक मंच साबित हो सकता है जहाँ राज्य की अर्थव्यवस्था और विकास की संभावनाओं को दुनिया के सामने रखा जाएगा।

    गौरतलब है कि तेलंगाना सरकार का यह कदम एक वैश्विक पहचान हासिल करने की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है। हैदराबाद शहर में स्थित अमेरिकी दूतावास के पास से गुजरने वाली एक प्रमुख सड़क को डोनल्ड ट्रंप एवेन्यूके नाम से जाना जाएगा। इस निर्णय को लेकर अधिकारियों का कहना है कि यह कदम किसी सिटिंग अमेरिकी राष्ट्रपति के नाम पर विदेश में सड़क का नाम रखने का पहला उदाहरण हो सकता है जो इस फैसले को और भी ऐतिहासिक बना देता है।

    यह नामकरण न केवल डोनाल्ड ट्रंप की वैश्विक पहचान को सम्मानित करने का प्रयास है बल्कि तेलंगाना सरकार का उद्देश्य राज्य की अंतरराष्ट्रीय कनेक्टिविटी और व्यापारिक महत्व को भी बढ़ाना है। तेलंगाना का यह कदम उस समय आया है जब राज्य अपने वैश्विक व्यापार और निवेश संबंधों को मजबूत करने के लिए सक्रिय प्रयास कर रहा है। ट्रंप के नाम पर सड़क का नामकरण एक प्रतीकात्मक कदम हो सकता है जो अमेरिकी और भारतीय दोनों देशों के बीच मजबूत संबंधों को दर्शाता है।

    ग्लोबल नामों का सम्मान

    तेलंगाना सरकार के इस प्रस्ताव का एक और दिलचस्प पहलू यह है कि यह केवल राजनीतिक हस्तियों तक सीमित नहीं है। सरकार उन प्रमुख वैश्विक बिजनेस और टेक्नोलॉजी लीडर्स को भी सम्मान देने का इरादा रखती है जिन्होंने हैदराबाद को एक प्रमुख टेक हब बनाने में योगदान दिया। इसके तहत कुछ अन्य महत्वपूर्ण सड़कें भी प्रस्तावित की गई हैं जिनका नामकरण प्रमुख वैश्विक कंपनियों और उद्योगपतियों के सम्मान में किया जाएगा।

    इस संदर्भ में एक और महत्वपूर्ण सड़क का नाम गूगल स्ट्रीटरखने की योजना बनाई जा रही है क्योंकि हैदराबाद में गूगल की एक बड़ी टेक्नोलॉजी शाखा स्थित है। इसी तरह माइक्रोसॉफ्ट रोडऔर विप्रो जंक्शनजैसे नामों पर भी विचार चल रहा है। इन नामों का उद्देश्य उन प्रमुख वैश्विक कंपनियों को सम्मान देना है जिन्होंने शहर को एक वैश्विक तकनीकी केंद्र बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

    तेलंगाना का विकास और ग्लोबल पहचान

    तेलंगाना सरकार का मानना है कि इस प्रकार के नामकरण राज्य के आर्थिक और तकनीकी विकास की दिशा में एक और कदम होगा। इस योजना के माध्यम से तेलंगाना सरकार यह संदेश देना चाहती है कि वह न केवल अपने राज्य के भीतर बल्कि वैश्विक स्तर पर भी एक महत्त्वपूर्ण और प्रभावशाली उपस्थिति बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।

    इसके अतिरिक्त तेलंगाना सरकार ने रवीरियाला में नेहरू आउटर रिंग रोड को प्रस्तावित फ्यूचर सिटी से जोड़ने वाली 100 मीटर चौड़ी ग्रीनफील्ड रेडियल रोड का नाम रतन टाटा रोडरखने का भी निर्णय लिया है। रतन टाटा जो टाटा समूह के प्रमुख रहे हैं को इस सम्मानित नामकरण से श्रद्धांजलि दी जाएगी। वहीं रवीरियाला इंटरचेंजका नाम पहले ही टाटा इंटरचेंजरखा जा चुका है जो यह दर्शाता है कि राज्य सरकार उद्योगपतियों और बिजनेस लीडर्स को भी सम्मान देने का भरसक प्रयास कर रही है।

    तेलंगाना राज्य का यह कदम न केवल अंतरराष्ट्रीय ध्यान आकर्षित करने की एक रणनीति है बल्कि यह राज्य की आर्थिक और तकनीकी संभावनाओं को वैश्विक मंच पर प्रमोट करने का एक नया तरीका भी है। डोनल्ड ट्रंप गूगल माइक्रोसॉफ्ट और विप्रो जैसे वैश्विक नामों को सड़कें समर्पित करना तेलंगाना की महत्वाकांक्षाओं को प्रदर्शित करता है और राज्य को एक वैश्विक कारोबारी केंद्र के रूप में प्रस्तुत करता है। इस कदम के माध्यम से तेलंगाना यह दिखाना चाहता है कि वह सिर्फ एक उभरते हुए राज्य से कहीं अधिक है बल्कि एक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धी और समृद्ध राज्य बनने की ओर अग्रसर है।

  • इंडिगो का संकट जारीदिल्ली IGI एयरपोर्ट पर 134 को फिर परेशानीउड़ानें रद्द यात्रियों

    इंडिगो का संकट जारीदिल्ली IGI एयरपोर्ट पर 134 को फिर परेशानीउड़ानें रद्द यात्रियों


    नई दिल्‍ली ।
    दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे IGI Airport पर सोमवार को भी यात्रियों को गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ा क्योंकि इंडिगो एयरलाइंस का संकट थमता हुआ नजर नहीं आ रहा है। सोमवार को इंडिगो ने कुल 134 उड़ानें रद्द कर दीं जिनमें से 75 प्रस्थान करने वाली और 59 आगमन वाली उड़ानें शामिल हैं। इन रद्द उड़ानों की वजह से यात्रियों के लिए यात्रा की योजना में अनिश्चितता बढ़ गई है और हवाई अड्डे पर स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।

    इंडिगो एयरलाइंस का संकट

    इंडिगो एयरलाइंस के लिए ये कठिन समय चल रहा है क्योंकि पिछले कुछ दिनों से फ्लाइट्स में लगातार रद्दीकरण हो रहे हैं। यात्रियों को इससे भारी असुविधा हो रही है क्योंकि उन्हें रद्द हुई उड़ानों के कारण घंटों इंतजार करना पड़ रहा है और नए शेड्यूल के लिए परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। एयरलाइन ने इन रद्द उड़ानों की वजह का खुलासा नहीं किया है लेकिन यात्री इसे टेक्निकल या अन्य ऑपरेशनल समस्याओं से जोड़ कर देख रहे हैं।

    इस बीच दिल्ली एयरपोर्ट ने यात्रियों के लिए एक एडवाइजरी जारी की है जिसमें बताया गया है कि इंडिगो की उड़ानों में देरी जारी रह सकती है। एयरपोर्ट प्रशासन ने यात्रियों को सलाह दी है कि वे हवाई अड्डे पर जाने से पहले अपनी उड़ान का लेटेस्ट स्टेटस एयरलाइन से चेक कर लें। यह सलाह विशेष रूप से उन यात्रियों के लिए है जिनकी फ्लाइट्स देरी से चल रही हैं या पहले ही रद्द हो चुकी हैं।

    यात्रियों के लिए सलाह और कदम

    दिल्ली एयरपोर्ट की एडवाइजरी में यात्रियों से अपील की गई है कि वे फ्लाइट की स्थिति के बारे में पहले से जानकारी प्राप्त करें ताकि वे अनावश्यक समय हवाई अड्डे पर न बर्बाद करें। एयरपोर्ट प्रशासन ने यह भी सुझाव दिया है कि जिन यात्रियों की उड़ानें रद्द हो चुकी हैं वे एयरलाइन के काउंटर पर जाकर अपने लिए वैकल्पिक उड़ान की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

    इसके अलावा एयरलाइन ने यात्रियों को अपनी उड़ान के रद्द होने की स्थिति में पूरी जानकारी और सहायता देने का वादा किया है। हालांकि रद्द हुई उड़ानों के कारण प्रभावित यात्रियों के लिए एयरलाइन की तरफ से कोई स्पष्ट समाधान सामने नहीं आया है जिससे यात्रियों में निराशा का माहौल है।

    इंडिगो के लिए एक चुनौतीपूर्ण समय

    इंडिगो एयरलाइंस के लिए यह समय काफी चुनौतीपूर्ण साबित हो रहा है। पहले ही काफी बढ़ी हुई प्रतिस्पर्धा और बढ़ती मांग के बीच उड़ान रद्दीकरण और देरी की घटनाएं एयरलाइन की प्रतिष्ठा को प्रभावित कर सकती हैं। हालांकि इंडिगो एयरलाइंस इस स्थिति से निपटने के लिए कदम उठा रही है और यात्रियों को सुविधा प्रदान करने के लिए अपने संसाधनों को समायोजित करने की कोशिश कर रही है।

    इंडिगो एयरलाइंस के प्रवक्ता ने इस स्थिति पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि एयरलाइन पूरी तरह से स्थिति को सुधारने के लिए प्रयासरत है और यात्रियों को बेहतर सेवाएं देने के लिए निरंतर काम कर रही है। उन्होंने यात्रियों से सहयोग की अपील की और कहा कि एयरलाइन जितनी जल्दी हो सके उड़ानों के संचालन में सुधार लाने का प्रयास करेगी।

    इंडिगो का संकट दिल्ली एयरपोर्ट पर यात्रियों के लिए लगातार परेशानी का कारण बना हुआ है। यात्रियों को इस कठिन समय में हवाई अड्डे पर असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है और एयरलाइन की उड़ान रद्दीकरण और देरी ने यात्रियों के लिए यात्रा को मुश्किल बना दिया है। हालांकि दिल्ली एयरपोर्ट और एयरलाइन दोनों की तरफ से यात्रियों को सही मार्गदर्शन देने की कोशिश की जा रही है लेकिन फिलहाल समस्या का समाधान होने में समय लग सकता है। इस संकट से निपटने के लिए एयरलाइन को अपनी ऑपरेशनल प्रणाली में सुधार लाने की आवश्यकता महसूस हो रही है ताकि भविष्य में ऐसी स्थितियों से बचा जा सके।

  • WTC Points Table की सरताज बनी हुई है ऑस्ट्रेलियाई टीम, इंग्लैंड को लगा तगड़ा फटका

    WTC Points Table की सरताज बनी हुई है ऑस्ट्रेलियाई टीम, इंग्लैंड को लगा तगड़ा फटका


    नई दिल्ली । WTC Points Table: आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2025-27 की पॉइंट्स टेबल में रविवार 7 दिसंबर को थोड़ा सा फेरबदल देखने को मिला। पिंक बॉल टेस्ट मैच में इंग्लैंड को ऑस्ट्रेलिया के हाथों शर्मनाक हार मिली। इस हार का खामियाजा इंग्लैंड को भुगतना पड़ा है, जिसको डब्ल्यूटीसी की पॉइंट्स टेबल में एक पायदान नीचे खिसकना पड़ा है। वहीं, ऑस्ट्रेलिया की टीम नंबर वन बनी हुई है, जिसका जीत प्रतिशत 100 है, क्योंकि टीम ने अभी तक अपने सभी 5 मैचों में जीत दर्ज की है। कोई भी टीम ऑस्ट्रेलिया के पास नहीं है।
    ऑस्ट्रेलिया 100 फीसदी अंकों के साथ नंबर वन है, जबकि साउथ अफ्रीका दूसरे नंबर पर है, जिसका जीत प्रतिशत 75 है। तीसरे नंबर पर श्रीलंका है, जिसका जीत प्रतिशत 66.67 है। पाकिस्तान की टीम टॉप 4 में है, लेकिन सिर्फ दो ही मैच अब तक खेले हैं। पाकिस्तान का जीत प्रतिशत 50 है। वहीं, टीम इंडिया डब्ल्यूटीसी की पॉइंट्स टेबल में पांचवें स्थान पर है। टीम इंडिया काफी समय से टॉप 5 में है, लेकिन यहां ध्यान देने वाली बात ये है कि सिर्फ टॉप की दो टीमों को ही वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में खेलने का मौका मिलता है।
    अभी तक इंग्लैंड की टीम छठे नंबर पर थी, जिसे अब एक पायदान नीचे खिसकना पड़ा है। न्यूजीलैंड की टीम को बैठे बिठाए फायदा मिल गया है। न्यूजीलैंड की टीम सातवें से छठे स्थान पर पहुंच गई है, जिसका जीत प्रतिशत 33.33 है, जबकि इंग्लैंड का जीत प्रतिशत घटकर 30.95 हो गया है। इंग्लैंड की टीम सातवें स्थान पर है। बांग्लादेश 16.67 जीत प्रतिशत के साथ आठवें नंबर पर विराजमान है और सबसे आखिरी पायदान पर वेस्टइंडीज की टीम है, जिसका जीत प्रतिशत इस डब्ल्यूटीसी में 5.56 फीसदी है।
    पोजिशन टीम मैच खेले जीते हारे ड्रॉ अंक जीत प्रतिशत
    1 ऑस्ट्रेलिया 5 5 0 0 60 100
    2 साउथ अफ्रीका 4 3 1 0 36 75
    3 श्रीलंका 2 1 0 1 16 66.67
    4 पाकिस्तान 2 1 1 0 12 50
    5 भारत 9 4 4 1 52 48.15
    6 न्यूजीलैंड 1 0 0 1 04 33.33
    7 इंग्लैंड 7 2 4 1 26 30.95
    8 बांग्लादेश 2 0 1 1 04 16.67
    9 वेस्टइंडीज 6 0 5 1 04 5.56
    डब्ल्यूटीसी का ये चौथा साइकिल चल रहा है। अभी तक तीन बार वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल हुआ है। 2021 में खिताब न्यूजीलैंड ने जीता था, जिसमें भारत को हार मिली थी। 2023 में ऑस्ट्रेलिया की टीम चैंपियन बनी। उस बार भी भारत ही फाइनल में हारा था। 2025 में ऑस्ट्रेलिया को खिताबी मैच में साउथ अफ्रीका से हार का सामना करना पड़ा। अब 2027 में फाइनल मुकाबला खेला जाएगा।

  • पवन सिंह ने मुंबई क्राइम ब्रांच में दर्ज कराई शिकायत, लॉरेंस बिश्नोई गैंग की धमकी के बाद लिया बड़ा एक्शन

    पवन सिंह ने मुंबई क्राइम ब्रांच में दर्ज कराई शिकायत, लॉरेंस बिश्नोई गैंग की धमकी के बाद लिया बड़ा एक्शन


    नई दिल्ली /भोजपुरी स्टार पवन सिंह को गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गैंग की ओर से धमकी मिलने के बाद मामला गंभीर हो गया है। सलमान खान के साथ बिग बॉस 19 के फिनाले में स्टेज शेयर करना उनके लिए मुसीबत का कारण बन गया है। धमकी मिलने और पैसों की डिमांड बढ़ने पर पवन सिंह ने मुंबई पुलिस तथा क्राइम ब्रांच की एंटी एक्सटॉर्शन सेल में दो अलग-अलग शिकायतें दर्ज कराई हैं।

    सलमान खान संग स्टेज शेयर करना पड़ा भारी
    हाल ही में पवन सिंह बिग बॉस 19 के फिनाले में बतौर गेस्ट पहुंचे थेजहाँ उन्होंने सलमान खान के साथ स्टेज शेयर किया। सूत्रों के मुताबिकफिनाले से ठीक पहले पवन सिंह को एक फोन कॉल आया जिसमें कॉल करने वाले ने खुद को लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़ा बताया। कॉलर ने साफ चेतावनी दी कि पवन सिंह सलमान खान के साथ मंच साझा न करेंवरना उन्हें इसका गंभीर परिणाम भुगतना पड़ेगा। इतना ही नहींधमकी के साथ भारी रकम की डिमांड भी की गई। धमकी के बाद भी पवन सिंह पीछे नहीं हटे। वे फिनाले में शामिल हुएसलमान खान के साथ डांस भी किया और शो का हिस्सा बने। सोशल मीडिया पर उनके इस अपीयरेंस को काफी पसंद किया गयापर उसी के बाद से धमकियों की संख्या बढ़ गई।

    दो शिकायतें दर्जएंटी एक्सटॉर्शन सेल कर रही जांच
    धमकी और पैसों की उगाही को गंभीर मानते हुए पवन सिंह और उनकी टीम ने तुरंत मुंबई क्राइम ब्रांच की एंटी एक्सटॉर्शन सेल से संपर्क किया। बताया गया है कि रविवार रात पवन सिंह को अलग-अलग नंबरों से कई मैसेज और ऑडियो रिकॉर्डिंग भेजी गईं। इन मैसेज में गैंग के नाम पर चेतावनी दी गई कि वे सलमान खान के साथ काम न करें और अपने मौजूदा प्रोजेक्ट रोक दें। पवन सिंह की टीम का कहना है कि बिहार से लेकर मुंबई तक कई नंबरों पर उन्हें धमकी भरे मैसेज भेजे गए। इसी के आधार पर दो अलग शिकायतें दर्ज की गई हैं-एक धमकी संबंधित और दूसरी पैसों की डिमांड को लेकर। पुलिस ने सभी नंबरों की कॉल डिटेल्स और सोर्स की जांच शुरू कर दी है। यह माना जा रहा है कि ये धमकियां किसी संगठित गिरोह द्वारा भेजी गई हैंजिसकी जांच प्राथमिकता पर की जा रही है।

    कपिल शर्मा के बाद पवन सिंह को मिली धमकी

    सलमान खान के साथ काम करने पर धमकी मिलना नया मामला नहीं है। इससे पहले कॉमेडियन कपिल शर्मा को भी इसी गैंग की तरफ से धमकी दी गई थीजब सलमान उनके शो द कपिल शर्मा शो में गेस्ट बनकर पहुंचे थे। अब वही पैटर्न पवन सिंह के मामले में देखने को मिल रहा हैजिसने पुलिस की सतर्कता और बढ़ा दी है।

    धमकी के बावजूद पवन सिंह का बड़ा फैसला

    धमकी कॉल में कहा गया था कि अगर पवन सिंह बिग बॉस फिनाले में गए तो उन्हें बॉलीवुड में आगे काम नहीं मिलेगा। बावजूद इसके उन्होंने शो में जाना स्वीकार किया और सलमान खान के साथ स्टेज परफॉर्मेंस दी। अंदर की खबरों के मुताबिककॉलर ने उन्हें गंभीर परिणामों की चेतावनी भी दी थी। डरने के बजाय पवन सिंह ने पुलिस को पूरे मामले की जानकारी दी और कानूनी कार्रवाई का रास्ता चुना। मुंबई पुलिस ने सुरक्षा को बढ़ा दिया है और शुरुआती जांच में कुछ अहम लीड मिलने की बात भी सामने आई है। कॉल करने वालों की लोकेशननेटवर्क और कनेक्शन को ट्रेस किया जा रहा है।

    भोजपुरी इंडस्ट्री में पवन सिंह की लोकप्रियता चरम पर 

    पवन सिंह भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के सबसे सुपरहिट चेहरों में से एक हैं। उनके गाने और फिल्‍में मिलियन व्यूज़ तक पहुंचती हैं। बिग बॉस के फिनाले में उनके आने से शो की टीआरपी बढ़ी थी और सोशल मीडिया पर उनकी परफॉर्मेंस खूब वायरल हुई। सलमान खान के साथ डांसमज़ाक और स्टेज शेयरिंग ने दर्शकों को काफी प्रभावित किया। पिछले कुछ महीनों में पवन सिंह कई हिंदी रियलिटी शो में भी नज़र आए हैं और उनकी लोकप्रियता तेजी से बढ़ रही है।

    पुलिस मामले को बेहद संवेदनशील तरीके से देख रही है

    क्योंकि मामला सलमान खान और लॉरेंस बिश्नोई गिरोह से जुड़ा हैइसलिए मुंबई क्राइम ब्रांच इसे हाई-प्रायोरिटी केस के रूप में देख रही है। जांच टीम धमकी देने वाले नंबरों को ट्रैक कर रही हैसाथ ही पवन सिंह की सुरक्षा बढ़ाई गई है। पुलिस का कहना है कि मामला प्रारंभिक जांच में गैंगस्टर गतिविधियों से जुड़ा लग रहा है। पवन सिंह की टीम ने फोन कॉलऑडियो रिकॉर्डिंग और व्हाट्सऐप मैसेज सभी पुलिस को सौंप दिए हैं।

  • 31 दिसंबर से पहले जरूर कर लें यह काम वरना होगा बड़ा नुकसान

    31 दिसंबर से पहले जरूर कर लें यह काम वरना होगा बड़ा नुकसान

    आयकर दाताओं के लिए दिसंबर का महीना कई जरूरी वित्तीय काम निपटाने का है। इस महीने विलंबित आयकर रिटर्न दाखिल करने, आधार को पैन से लिंक करने की अंतिम तिथियां हैं। यदि ये काम समय पर नहीं किए गए, तो विलंब शुल्क, ब्याज और मोटा जुर्माना पेनल्टी लग सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि जिन लोगों ने अब तक ये काम नहीं निपटाएं हैं, यह उनके लिए आखिरी मौका है।
    1. आयकर रिटर्न का आखिरी मौका
    अगर किसी वजह से कोई करदाता तय समय में आयकर रिटर्न दाखिल नहीं कर पाया है तो उसके पास एक और मौका है। आयकर की धारा-139(4) के तहत विलंबित और संशोधित रिटर्न दाखिल कर सकते हैं।
    1. विलंबित रिटर्न
    यह विकल्प उनके लिए हैं, जो करदाता 15 सितंबर की तय समयसीमा में मूल आयकर रिटर्न दाखिल नहीं कर पाए थे। अब वे 31 दिसंबर 2025 तक इसे भर सकते हैं। इसके साथ अधिकतम ₹5,000 रुपये विलंब शुल्क लगेगा। हालांकि, पांच लाख रुपये से कम आय वालों के लिए शुल्क 1,000 रुपये और बकाया कर पर ब्याज लगेगा।

    2. संशोधित रिटर्न
    जिन करदातों ने तय समय पर रिटर्न दाखिल कर दी थी, लेकिन अब वो संशोधन या गलती सुधारना चाहते हैं, वे भी 31 दिसंबर तक अपडेटेड रिटर्न (आईटीआर-यू) दाखिल कर सकते हैं। अगर कोई कर देनदारी बनती है तो 25 प्रतिशत से 50 प्रतिशत तक अतिरिक्त दंड लग सकता है।

    2. टैक्स ऑडिट मामलों में 10 तक दाखिल करें रिटर्न
    टैक्स ऑडिट वालों के लिए इस साल सरकार ने राहत दी है। आयकर विभाग ने आकलन वर्ष 2025-26 के लिए आईटीआर दाखिल करने की समय सीमा 31 अक्टूबर से बढ़ाकर 10 दिसंबर 2025 कर दी है। यह राहत उन सभी करदाताओं के लिए राहत है, जिनकी रिटर्न में ऑडिट और वित्तीय विवरण शामिल हैं। उन्हें इस विस्तारित तिथि तक फाइलिंग पूरी करनी होगी।

    3. आधार-पैन लिंकिंग का अंतिम मौका
    जिन व्यक्तियों का आधार 1 अक्टूबर 2024 या उससे पहले बना था, उनके लिए इसे पैन से लिंक करना अनिवार्य है। यह प्रक्रिया 31 दिसंबर 2025 तक पूरी करनी होगी। लिंक न करने पर पैन निष्क्रिय हो सकता है। इससे बैंकिंग और निवेश से जुड़े लेनदेन प्रभावित हो सकते हैं और आयकर रिटर्न दाखिल करने में दिक्कत हो सकती है। इस जोखिम से बचने के लिए तय तिथि से पहले आधार-पैन को लिंक कर लें।

    ऐसे लिंक करें
    1. आयकर विभाग की ई-फाइलिंग वेबसाइट पर जाएं और ‘लिंक आधार’ विकल्प पर क्लिक करें।

    2. अपना आधार और पैन कार्ड नंबर दर्ज करें।
    3. रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर दर्ज करें और ‘I agree to validate my Aadhaar details with UIDAI’ पर क्लिक करें।

    4. प्रक्रिया पूरी होने पर आपको पैन-आधार के सफलतापूर्वक लिंक होने का संदेश आएगा।

    यह भी तरीका
    एसएमएस के जरिए भी पैन को आधार से लिंक किया जा सकता है। इसके लिए, रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से UIDPAN 12 Digit Aadhaar 10 Digit PAN लिखकर 567678 या 56161 पर मैसेज करें।

    15 दिसंबर तक इन्हें निपटाएं
    1. नवंबर महीने में खरीदार से फॉर्म 27सी में मिले डिक्लेरेशन अपलोड करने की तारीख 15 दिसंबर है।

    2. आकलन वर्ष 2026-27 के लिए एडवांस टैक्स की तीसरी किस्त जमा करने की अंतिम तिथि भी 15 दिसंबर है।

    3. अक्टूबर 2025 में काटे गए कर के लिए टीडीएस सर्टिफिकेट जारी करने की अंतिम तारीख भी 15 दिसंबर है।

  • जयशंकर ने PAK सेना पर साधा निशाना, मुनीर को लेकर कहा – कई समस्याओं की जड़ वहीं है, भड़का पाक

    जयशंकर ने PAK सेना पर साधा निशाना, मुनीर को लेकर कहा – कई समस्याओं की जड़ वहीं है, भड़का पाक


    नई दिल्‍ली । विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मीडिया समिट में एक बार फिर पाकिस्तान की पोल खोल दी। उन्होंने कहा कि भारत की अधिकांश समस्याओं की जड़ पाकिस्तान की सेना है और उसका आतंकी समूहों को समर्थन देना भी इसका हिस्सा है। पाकिस्तान को आईना दिखाते हुए जयशंकर ने कहा, ‘जैसे अच्छे आतंकवादी और बुरे आतंकवादी होते हैं, वैसे ही कुछ अच्छे सैन्य नेता भी होते हैं और कुछ शायद उतने अच्छे नहीं।’ यह टिप्पणी पाकिस्तानी सेना प्रमुख फील्ड मार्शल आसिम मुनीर की ओर इशारा मानी जा रही है।

    एस जयशंकर की ओर से सच्चाई उजागर करने पर पाकिस्तान को मिर्ची लगी है। पाकिस्तान ने कहा कि उसके सभी संस्थान राष्ट्रीय सुरक्षा का मजबूत स्तंभ हैं। जयशंकर की टिप्पणियों पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ताहिर अंद्राबी ने कहा, ‘पाकिस्तान भारतीय विदेश मंत्री की भड़काऊ, बेबुनियाद और गैर-जिम्मेदाराना टिप्पणियों को पूरी तरह खारिज और निंदा करता है।’ अंद्राबी ने कहा कि पाकिस्तान एक जिम्मेदार देश है और उसके सभी संस्थान, जिनमें सशस्त्र बल भी शामिल हैं, राष्ट्रीय सुरक्षा का मजबूत आधार हैं। प्रवक्ता ने कहा कि मई महीने में हुई झड़पों ने पाकिस्तानी सेना के उस संकल्प को दिखाया कि वह किसी भी आक्रमण का जवाब दे सकती है।

    पाकिस्तान को जान-माल का भारी नुकसान
    गौरतलब है कि 7 मई को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 नागरिक मारे गए थे, जिसके जवाब में भारत ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया। इसके जरिए पाकिस्तान और पाक-अधिकृत कश्मीर में आतंकी ठिकानों पर हमले किए गए थे। इन हमलों के बाद चार दिन तक तीव्र सैन्य टकराव चला, जो 10 मई को मिलिट्री ऐक्शन रोकने की समझौते के साथ खत्म हुआ। भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह के अनुसार, भारतीय हमलों में पाकिस्तान के 12 से अधिक लड़ाकू विमान नष्ट या क्षतिग्रस्त हो गए थे। इनमें अमेरिकी मूल के एफ-16 जेट भी शामिल थे। इस तरह पाकिस्तान को जान-माल का भारी नुकसान हुआ था।

  • गौरव खन्ना के बिग बॉस जीतने के 5 कारण, इन वजहों से मिली शो की चमचमाती ट्रॉफी

    गौरव खन्ना के बिग बॉस जीतने के 5 कारण, इन वजहों से मिली शो की चमचमाती ट्रॉफी


    नई दिल्ली। सेलिब्रिटी मास्टरशेफ जीतकर बिग बॉस जैसे रियलिटी शो में पहुंचे गौरव खन्ना की जर्नी आसान नहीं थी. घर में एंट्री लेते ही शो के होस्ट सलमान खान ने उनका मजाक भी उड़ाया. लेकिन वो शो के विनर बन गए. चलिए जानते हैं उन 5 वजहों के बारे में, जिनके चलते गौरव खन्ना इस शो के विनर बनें और ये खिताब अपने नाम किया.
    1. पॉजिटिव ग्रुप के लीडर बने
    बिग बॉस के पहले हफ्ते में ही गौरव खन्ना पॉजिटिव ग्रुप के लीडर बने. उनकी टीम में प्रणित मोरे, अभिषेक बजाज, अशनूर कौर, आवेज दरबार, नगमा और मृदुल तिवारी थे. कैप्टेंसी टास्क के दौरान गौरव ने हमेशा ये चाहा कि उनकी टीम से कोई ही कैप्टन बने. वो अपनी टीम के कंटेस्टेंट्स को हमेशा गाइड करते रहे.
    2. बिग बॉस 19 के असली मास्टरमाइंड बने
    पहले शो का मास्टरमाइंड जीशान कादरी को माना जाता था. लेकिन वो सिर्फ नीलम बचाओ अभियान में जुटे रहे, जिस वजह से उनका न सिर्फ गेम खत्म हुआ बल्कि खुद भी शो से बाहर जाना पड़ा. जबकि गौरव खन्ना समझते थे कि घर के अंदर नंबर्स मायने रखते हैं और इसलिए उन्होंने कंटेस्टेंट्स के साथ अपने इक्वेशन को बैलेंस करने की कोशिश की. शांत और सब्र रखने की वजह से उन्हें घर के अंदर बड़े टास्क जीतने के साथ-साथ चुपचाप फाइनल में भी जगह बना ली.
    3. लड़ाई-झगड़ों से खुद को रखा दूर
    गौरव खन्ना की जीत ने इस धारणा को भी तोड़ दिया कि जो बिग बॉस के घर में लड़ाई झगड़े करता है, वो ही विजेता बनता है. गौरव खन्ना ने दूसरे अन्य कंटेस्टेंट्स की तरह जानबूझकर लड़ाई-झगड़ों और अनावश्यक चिल्लाहट से खुद को दूर रखा. हाई-वोल्टेज ड्रामों के बीच उन्होंने अपना आपा नहीं खोया. जब दूसरे कंटेस्टेंट उन्हें उकसाते थे, तब भी वह धीमा और सोच-समझकर रिएक्शन देते थे, जिससे उन्हें ‘मैच्योर’ खिलाड़ी माना गया
    .
    4. दूसरे ग्रुप के कंटेस्टेंट से अच्छा व्यवहार
    बिग बॉस 19 में दो ग्रुप बने हुए थे. बावजूद इसके गौरव खन्ना का 16 कंटेस्टेंट में एक के साथ भी ऐसा फेस ऑफ नहीं हुआ कि उनके बीच कोई नफरत का बीज उग सके. उन्होंने घर के अंदर सभी के प्रति सम्मान बनाए रखा, चाहे वह उनके दोस्त हों या कॉम्पिटिटर. उनकी भाषा और व्यवहार में हमेशा एक गरिमा दिखाई दी. टास्क के दौरान भी ये सब दिखाई दिया. यह व्यवहार बिग बॉस के दर्शकों को बहुत पसंद आया, क्योंकि वे अक्सर ड्रामा के बीच एक पॉजिटिव रोल मॉडल की ढूंढते हैं.
    5. सलमान ने दिया सबसे बड़ा हिंट
    वहीं सलमान खान जो पहले कुछ हफ्तों में गौरव खन्ना का मजाक उड़ाते थे, वो ही सलमान खान शो के अंतिम हफ्तों में गौरव खन्ना के फैन बन गए. सलमान ने गौरव के बारे में कहा, ‘उनका गेम अभी तक एक जैसा ही रहा है और उन्होंने किसी के साथ जबरदस्ती झगड़ा नहीं किया. अगर यह उनकी पर्सनैलिटी है, तो मैं इसकी दाद देना चाहूंगा, और अगर यह गेम है, तो हैट्स ऑफ ब्रो.’
    सलमान ने यह भी माना कि बिग बॉस जैसे शो के लिए गौरव की यह शांत पर्सनैलिटी ‘फायदेमंद नहीं’ हो सकती है क्योंकि यहां ड्रामा ज्यादा बिकता है). एक्टर ने कहा कि गौरव लोगों को ऑब्जर्व करते हैं और डायरेक्टली उन्हें बोलते हैं. यानी, वह पीठ पीछे बातें करने के बजाय सामने से अपनी बात रखते हैं, जो उनके खेल को ईमानदार बनाता है. सलमान की इन बातों से ही गौरव खन्ना के फैंस मान बैठे थे कि वो ही शो के विनर बनेंगे और ऐसा ही हुआ.

  • धर्मेंद्र की 90वीं सालगिरह: दारा सिंह से कुश्ती सीखी, गिरते पेड़ को रोककर बचाई थी जान

    धर्मेंद्र की 90वीं सालगिरह: दारा सिंह से कुश्ती सीखी, गिरते पेड़ को रोककर बचाई थी जान


    नई दिल्ली /भारतीय सिनेमा के इतिहास में धर्मेंद्र वह नाम हैं जिनकी मुस्कान सादगी इंसानियत और दिलकश अदाएं आज भी लोगों के दिलों में ज़िंदा हैं। पर्दे पर वे जितने दमदार दिखते थे असल जिंदगी में उससे भी कई गुना ज्यादा संवेदनशील रिश्तों को निभाने वाले और ज़मीन से जुड़े इंसान थे। उनके 90वें जन्मदिन पर पद्मश्री भजन सम्राट अनूप जलोटा पद्मश्री बांसुरी वादक पंडित रोनू मजूमदार और एड गुरु-फिल्ममेकर प्रभाकर शुक्ल ने उनसे जुड़ी कई प्रेरणादायी और भावुक यादें साझा कीं।

    पंजाबी संस्कार सादगी और परिवार से गहरा लगाव

    अनूप जलोटा बताते हैं कि धर्मेंद्र के अंदर बचपन से ही उनके पिता के संस्कार बस गए थे। वे फगवाड़ा के रहने वाले थे जहां सादगी प्रेम और इंसानियत सबसे बड़ी पहचान मानी जाती है। मुंबई में शुरुआती दिनों के संघर्ष के बीच भी धर्मेंद्र अपने परिवार और दोस्तों से जुड़ाव नहीं भूलते थे। वे फैमिली मैन थे-पहली पत्नी और बच्चों से लेकर हेमा मालिनी तक सभी का सम्मान करते रहे। धर्मेंद्र बचपन से ही एक्टिंग के दीवाने थे। पहली बार दिलीप कुमार को देखने के बाद उन्होंने अभिनेता बनने का संकल्प ही मानो ले लिया था। अनूप जलोटा उन्हें याद करते हुए कहते हैं कि पहली मुलाकात में लगा जैसे कमरे की रोशनी बढ़ गई हो-लंबे गोरे सुंदर और व्यक्तित्व में अद्भुत चमक।

    बॉडी बिल्डिंग कल्चर के पहले दूत

    आज बॉलीवुड में फिटनेस ट्रेंड का बोलबाला है लेकिन इसकी शुरुआत धर्मेंद्र ने की थी। उनके समय में देवानंद या दिलीप कुमार जैसे सितारों पर फिटनेस का इतना जोर नहीं था। लेकिन धर्मेंद्र मानते थे कि एक्टर के लिए मजबूत शरीर जरूरी है। यही वजह है कि उनकी बाजुओं और कंधों की ताकत के किस्से आज भी मशहूर हैं।

    पंजाब से आने वालों के लिए धरम पाजी का घर एक सहारा

    धर्मेंद्र बेहद मददगार थे लेकिन कभी इसका ढिंढोरा नहीं पीटते। पंजाब से आने वाले लोग उनके घर के नीचे बने कमरों में रहते खाते रुकते। धरम पाजी बिना पहचान पूछे हर किसी की मदद कर देते थे।

    गजलों पर रो पड़ने वाले भावुक कलाकार
    अनूप जलोटा एक किस्सा सुनाते हैं कि दिल्ली जाते हुए ट्रेन में वे धर्मेंद्र को गजलें सुना रहे थे और धरम पाजी बार-बार भावुक होकर रो पड़ते थे। उनके अनुसार धर्मेंद्र जितने मजबूत बाहर से थे उतने ही नरमदिल अंदर से। गरम धरम और ढाबे का देहाती स्वाद
    पंडित रोनू मजूमदार बताते हैं कि गरम धरम ढाबे का आइडिया खुद धर्मेंद्र ने दिया था। उन्हें देसी खाने से बहुत लगाव था। दाल साग लस्सी-ये सब उनके पसंदीदा व्यंजन थे। उनकी उपस्थिति और उनके खेतों के अनाज से बने भोजन ने मुर्थल के इस ढाबे को बेहद लोकप्रिय बना दिया।

    बांसुरी की धुन सुनकर रो पड़े थे धर्मेंद्र

    फिल्म बेताब में सनी देओल को लॉन्च करते समय रोनू मजूमदार बांसुरी बजा रहे थे। उनकी धुन ऐसी थी कि सनी नहीं बल्कि धर्मेंद्र ही रो पड़े। भावुक होकर उन्होंने उन्हें 500 रुपए का नोट दिया जो रोनू आज भी सहेजकर रखते हैं। दारा सिंह को गोद में उठा लेने वाली ताकत
    धर्मेंद्र और दारा सिंह की दोस्ती जगजाहिर थी। एक बार कुश्ती देखते समय दारा सिंह ने जब विरोधी पहलवान को हराया तो खुशी में धर्मेंद्र ने उन्हें उठा लिया। लगभग 130-135 किलो के दारा सिंह को उठाना किसी आम इंसान के बस की बात नहीं थी। धर्मेंद्र अक्सर दारा सिंह के साथ कुश्ती के दांव-पेंच भी सीखते थे जो उनकी फिल्मों के लड़ाई वाले दृश्यों में साफ नजर आता है।

    गिरते पेड़ को रोककर कई लोगों की जान बचाई

    फिल्म लोहा की शूटिंग का किस्सा धार्मिक बहादुरी साबित करता है। तेज हवा के सीन के लिए पेड़ को काटा गया लेकिन कट ज़रूरत से ज्यादा गहरा हो गया और पेड़ सीधे सेट की ओर गिरने लगा। धर्मेंद्र दौड़े और अपने कंधे से पेड़ को रोककर क्रू मेंबर्स की जान बचा ली।

    600 पैक वाले धरम जी-खुद करते थे खतरनाक सीन
    फिल्म बंटवारा में एक बेकाबू ऊंट को धर्मेंद्र ने दोनों हाथों से रोक दिया था। वे स्टंटमैन का सहारा नहीं लेते थे। कहते हैं-उनके पास 6-पैक नहीं बल्कि 600-पैक की ताकत थी।

    ट्रक ड्राइवर से कपड़े मांगकर की शूटिंग

    फिल्म दो चोर के दौरान महेश भट्ट कॉस्ट्यूम भूल गए थे। डर के मारे उन्होंने धर्मेंद्र को बताया तो उन्होंने तुरंत एक असली ट्रक ड्राइवर से लुंगी कुर्ता और पगड़ी मांगकर वही पहनकर शूटिंग कर ली। यह उनकी प्रोफेशनलिज़्म की मिसाल है।

    83 साल की उम्र में भी कैमरे को दोस्त मानने वाला कलाकार
    प्रभाकर शुक्ल बताते हैं कि 83 वर्ष की उम्र में भी धर्मेंद्र सेट पर समय से पहले पहुंच जाते थे। कहते- कैमरा मेरा दोस्त है। वे डायलॉग खुद उर्दू में लिखते सभी के साथ फोटो खिंचवाते और अपनी शायरी सुनाते। उनकी सरलता और विनम्रता वही थी-जो एक सच्चे कलाकार की पहचान है।

  • पिछले साल सभी फॉर्मेट से सन्यास का ऐलान किया था, अब बोले-फैंस के सामने खेलकर ही करूंगा विदाई

    पिछले साल सभी फॉर्मेट से सन्यास का ऐलान किया था, अब बोले-फैंस के सामने खेलकर ही करूंगा विदाई

    नई दिल्ली  बांग्लादेश के स्टार ऑलराउंडर शाकिब अल हसन ने अपने रिटायरमेंट पर बड़ा बयान देते हुए साफ कहा है कि उन्होंने अभी तक तीनों फॉर्मेट-टेस्ट वनडे और टी20 इंटरनेशनल-से आधिकारिक तौर पर संन्यास नहीं लिया है। मोईन अली के पॉडकास्ट ‘बियर्ड बिफोर विकेट में उन्होंने पहली बार इस विषय पर खुलकर बात की और बताया कि उनका प्लान है कि वे बांग्लादेश लौटकर एक पूरी घरेलू सीरीज खेलें और उसके बाद तीनों फॉर्मेट को एकसाथ अलविदा कह दें। शाकिब ने कहा मैं अभी रिटायर नहीं हुआ हूं। मेरा सपना है कि एक पूरी घरेलू सीरीज खेलकर फैंस को धन्यवाद दूं। सीरीज टेस्ट से शुरू हो या टी20 से-इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। मैं बस मैदान पर आखिरी बार अपने देश के लोगों के सामने उतरना चाहता हूं।

    मई 2024 से देश से बाहर राजनीतिक परिस्थितियों के कारण लौटना हुआ मुश्किल

    शाकिब मई 2024 से बांग्लादेश नहीं लौटे हैं। 5 अगस्त 2024 को शेख हसीना की सरकार गिरने के बाद उनकी सुरक्षा पर सवाल खड़े हो गए थे। वे आवामी लीग से सांसद थे और उसी दौरान एक कथित हत्या के मामले में उनका नाम सामने आया जबकि वे उस समय देश में मौजूद भी नहीं थे। इसके बावजूद शाकिब ने पाकिस्तान और भारत दौरे पर टेस्ट सीरीज खेली। भारत के खिलाफ कानपुर टेस्ट सितंबर 2024 उनकी आखिरी इंटरनेशनल मैच है। वापसी के सवाल पर उन्होंने कहा मैं जरूर लौटूंगा। इसी उम्मीद में अलग-अलग T20 लीग खेल रहा हूं। घरेलू सीरीज में मेरे लिए प्रदर्शन नहीं बल्कि उन फैंस को विदाई देना अहम है जिन्होंने मेरा साथ सालों तक दिया।

    2024 में किया था रिटायरमेंट का ऐलान लेकिन अब बदल गया फैसला

    2024 में भारत दौरे के दौरान शाकिब ने टेस्ट और टी20 फॉर्मेट से रिटायरमेंट की घोषणा की थी। उन्होंने यह भी कहा था कि T20 वर्ल्ड कप में खेला गया मैच उनका आखिरी अंतरराष्ट्रीय टी20 माना जाए। वनडे से संन्यास को लेकर उनकी योजना थी कि चैंपियंस ट्रॉफी 2025 उनकी अंतिम वनडे सीरीज होगी। लेकिन शाकिब को गेंदबाजी एक्शन में गड़बड़ी पाए जाने के कारण टीम में शामिल नहीं किया गया। इसके चलते 2023 वनडे वर्ल्ड कप में श्रीलंका के खिलाफ दिल्ली में खेला गया मैच ही उनके करियर का अंतिम वनडे माना गया।

    जानबूझकर अवैध एक्शन किया मैं बहुत थक गया था 

    शाकिब ने अपने गेंदबाजी एक्शन विवाद पर भी चर्चा की। 2024 में इंग्लैंड में सरे काउंटी से खेलते समय उनका एक्शन रिपोर्ट हुआ और ECB ने उन्हें गेंदबाजी से रोक दिया। उन्होंने कहा मैं मानता हूं कि मैंने जानबूझकर थोड़ा गलत एक्शन किया था। मैं पाकिस्तान में दो टेस्ट खेलकर सीधे टॉन्टन टेस्ट में पहुंचा था और बेहद थका हुआ था। उस चार दिवसीय मैच में मैंने 70 से ज्यादा ओवर फेंके। पूरे करियर में मैंने किसी टेस्ट में इतने ओवर नहीं डाले। मुझे लगा था कि अंपायर चेतावनी देंगे लेकिन वे नियम के अनुसार सही थे। इसके बाद शाकिब ने वीडियो देखकर अपनी गलती समझी और कुछ हफ्तों की प्रैक्टिस के बाद एक्शन ठीक कर लिया। उन्होंने सरे क्लब को पूरी मदद के लिए धन्यवाद दिया।

    फैंस को घरेलू मैदान पर देना चाहते हैं विदाई

    शाकिब ने कहा कि बांग्लादेश क्रिकेट में उनका सफर लंबा रहा है और वे अपने समर्थकों को सही तरीके से अलविदा कहना चाहते हैं। उन्होंने कहा एक खिलाड़ी को अपने वादों पर कायम रहना चाहिए। मैं अच्छा खेलूं या नहीं उससे फर्क नहीं पड़ता। मेरा लक्ष्य सिर्फ इतना है कि अपने लोगों के सामने आखिरी बार खेलकर कुछ वापस दे सकूं। उनके इस बयान के बाद अब बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड और फैंस को इस बात का इंतजार है कि शाकिब कब देश लौटते हैं और कौन-सी सीरीज उनके अंतरराष्ट्रीय करियर का अंतिम अध्याय बनती है।

  • WI vs NZ: दूसरे टेस्ट से पहले न्यूजीलैंड को बड़ा झटका, 3 दिग्गज खिलाड़ी हुए टीम से बाहर

    WI vs NZ: दूसरे टेस्ट से पहले न्यूजीलैंड को बड़ा झटका, 3 दिग्गज खिलाड़ी हुए टीम से बाहर


    नई दिल्ली।
    वेस्टइंडीज (West Indies) के खिलाफ जारी तीन मैचों की टेस्ट सीरीज के दूसरे मुकाबले से पहले मेजबान न्यूजीलैंड (New Zealand) को 3 बड़े झटके लगे हैं। 3 खिलाड़ी वेस्टइंडीज के खिलाफ जारी टेस्ट सीरीज से बाहर हो गए हैं। ऐसे में दो नए तेज गेंदबाजों को टीम में शामिल किया गया है। तेज गेंदबाज मैट हेनरी (Fast bowler Matt Henry) (काफ इंजरी) और नैथन स्मिथ (Nathan Smith.) (साइड स्ट्रेन) क्राइस्टचर्च में सीरीज के पहले टेस्ट के दौरान चोटिल हो गए थे। सीरीज का पहला मुकाबला ड्रॉ रहा था और अब ये दोनों धाकड़ खिलाड़ी सीरीज के आखिरी दो मैचों में नहीं खेल पाएंगे, जबकि ऑलराउंडर मिचेल सैंटनर अभी तक ग्रोइन इंजरी से उबर नहीं पाए हैं।

    न्यूजीलैंड वर्सेस वेस्टइंडीज पहले टेस्ट के पहले दिन फर्स्ट चॉइस विकेटकीपर बल्लेबाज टॉम ब्लंडेल को हैमस्ट्रिंग की समस्या हुई थी। इस वजह से वह दूसरे टेस्ट से बाहर हो गए हैं। ऐसे में कीवी टीम को अगले मैच से पहले खिलाड़ियों की कमी का सामना करना पड़ रहा है। यह मैच बुधवार 10 दिसंबर से वेलिंगटन के बेसिन रिजर्व में खेला जाना है। विकेटकीपर बल्लेबाज मिच हे के ब्लंडेल की जगह लेने और टेस्ट डेब्यू करने की संभावना है, जबकि कीवी टीम ग्लेन फिलिप्स को भी टीम में शामिल करने के बारे में सोच सकती है।

    मैट हेनरी और नैथनस्मिथ की गैरमौजूदगी में न्यूजीलैंड की बॉलिंग लाइनअप में भी बदलाव देखने को मिलेंगे। बैकअप पेसप ब्लेयर टिकनर का वेलिंगटन में खेलना लगभग तय है, जबकि माइकल रे और क्रिस्टियन क्लार्क टीम में शामिल किए गए हैं, जो अनकैप्ड हैं। माइकल रे लंबे कम हैं और उन्होंने घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन किया है। क्लार्क भी कमाल के दिखे हैं। इनमें से किसी एक गेंदबाज को खेलने का मौका मिल सकता है। काइल जैमीसन को अभी भी आराम दिया जा रहा है। वे इस सीरीज के लिए उपलब्ध नहीं होंगे।


    न्यूजीलैंड टीम इस प्रकार है

    टॉम लैथम (कप्तान), माइकल ब्रेसवेल, क्रिस्टियन क्लार्क, डेवोन कॉनवे, जैकब डफी, जैक फॉक्स, मिच हे, डेरिल मिचेल, माइकल रे, रचिन रवींद्र, ब्लेयर टिकनर, केन विलियमसन और विल यंग

    वेस्टइंडीज टीम:
    रोस्टन चेज (कप्तान), जोमेल वारिकन (उप-कप्तान), एलिक अथानैज, जॉन कैंपबेल, टैगेनारिन चंद्रपॉल, जस्टिन ग्रीव्स, केवम हॉज, शाई होप, टेविन इमलाच, ब्रैंडन किंग, जोहान लेयने, एंडरसन फिलिप, केमार रोच, जेडन सील्स और ओजे शील्ड्स