क्या है पूरा मामला
पुलिस ने शुरू की जाँच

सबसे खास बात यह है कि यह विशाल सैंडविच मात्र 7 मिनट 26 सेकंड में तैयार किया गया। लिम्का बुक की टीम की निगरानी में पूरी प्रक्रिया हुई और प्रारंभिक रिकॉर्ड दर्ज कर लिया गया है। अंतिम अप्रूवल के लिए लगभग 2 से 2.5 महीने का इंतजार करना होगा।
इस रिकॉर्ड अटेम्प्ट में छात्रों ने टीमवर्क और क्रिएटिविटी का शानदार प्रदर्शन किया। सैंडविच बनाने की सामग्री में ब्रेड, वेजिटेबल्स, सॉस और चीज शामिल थे। छात्रों ने पहले से ब्रेड स्लाइस तैयार की और फिर मिलकर लेयरिंग की। IHM डायरेक्टर ने कहा कि यह छात्रों की क्रिएटिविटी और अनुशासन का प्रमाण है और इससे भोपाल का नाम दुनिया में चमकेगा।
आयोजन का मकसद सिर्फ रिकॉर्ड बनाना नहीं बल्कि छात्रों में टीमवर्क, टाइम मैनेजमेंट और क्रिएटिविटी बढ़ाना भी था। भोपाल पहले से ही झीलों और हेरिटेज के लिए प्रसिद्ध है और इस प्रयास से शहर की शैक्षिक और क्रिएटिव क्षमता भी उजागर हुई।

MMC ज़ोन में समर्पण की लहर
यह आत्मसमर्पण MMC ज़ोन में चल रहे व्यापक आत्मसमर्पण अभियान की एक महत्वपूर्ण कड़ी है। हाल के सप्ताहों में माओवादी कैडरों द्वारा मुख्यधारा में लौटने के मामलों में तेजी आई है जो सुरक्षा एजेंसियों के बढ़ते दबाव और सामुदायिक सहयोग का परिणाम है: 28 नवंबर का बड़ा सरेंडर: इससे पहले माओवादियों की एमएमएसी ज़ोन के प्रवक्ता और जेआरबी डिवीजन के इंचार्ज विकास नागपुरे उर्फ रमेश सय्याना भास्कर समेत दस अन्य माओवादियों ने भी गोंदिया पुलिस के सामने समर्पण किया था। 7 दिसंबर की कार्रवाई: 7 दिसंबर को भी 11 माओवादियों ने बालाघाट पुलिस मध्य प्रदेश के सामने हथियार डाले थे।
8 दिसंबर की ऐतिहासिक सफलता: सबसे बड़ी कामयाबी 8 दिसंबर को छत्तीसगढ़ की सुरक्षा एजेंसियों को मिली जब माओवादियों के शीर्ष लीडर एक करोड़ पांच लाख रुपये के इनामी रामधेर और उनके 11 साथियों ने अविभाजित राजनांदगांव जिले में समर्पण किया। इन लगातार सफलताओं के बाद ऐसा प्रतीत होता है कि MMC ज़ोन में माओवादी हिंसकों के मुख्यधारा में लौटने का यह आखिरी दौर शुरू हो चुका है। पुलिस सूत्रों के अनुसार अब इस पूरे ज़ोन में केवल एक माओवादी रंजीत ही शेष बचा है और सुरक्षा एजेंसियां जल्द ही उसके भी समर्पण किए जाने का दावा कर रही हैं।यह घटना न केवल माओवादी संगठन की कमर तोड़ने का काम करती है बल्कि यह भी स्थापित करती है कि सरकार की पुनर्वास नीतियां माओवादियों को हिंसा का रास्ता छोड़ने के लिए प्रेरित कर रही हैं जिससे इन क्षेत्रों में विकास और शांति की उम्मीदें मजबूत हुई हैं।

इसी बीच दिल्ली के रामलीला मैदान में कांग्रेस ने ‘वोट चोरी’ के खिलाफ बड़ी रैली आयोजित की। रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा कि राहुल गांधी ने कई बार वोट चोरी के सबूत चुनाव आयोग को दिए, लेकिन आयोग ने इस मुद्दे पर कोई जवाब नहीं दिया। पायलट ने कहा कि देश के कई हिस्सों में बीएलओ खुदकुशी कर रहे हैं, महंगाई और अन्य समस्याओं से जनता परेशान है, और कांग्रेस हर बूथ पर इस मुद्दे के खिलाफ लड़ाई लड़ने को तैयार है।
ओडिशा कांग्रेस के इंचार्ज अजय कुमार लल्लू ने कहा कि बीजेपी सरकार लोकतंत्र को बंधक बना रही है और देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था को कमजोर कर रही है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से हर वोटर और पोलिंग बूथ की जानकारी जनता और मीडिया के सामने रखी, ताकि पारदर्शिता बनी रहे।
रैली में कांग्रेस के अन्य नेता जैसे भूपेंद्र हुड्डा और गौरव गोगोई ने भी बीजेपी पर निशाना साधा। गौरव गोगोई ने कहा कि सत्ता में बैठे लोग वोट चोरी की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन कांग्रेस के कार्यकर्ता हर बूथ पर खड़े रहेंगे और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करेंगे। रैली में जनता को सेवा का अवसर देने और लोकतंत्र की रक्षा करने का संदेश दिया गया।

ठगी का तरीका और विदेशी कनेक्शन
फर्जी कंपनियों का जाल

सरफराज की यह परफॉर्मेंस आईपीएल मिनी ऑक्शन में उनकी संभावनाओं को और मजबूत करती है। पिछली बार आईपीएल ऑक्शन में अनसोल्ड रहने के बावजूद उन्होंने डोमेस्टिक क्रिकेट में लगातार रन बनाए और अब फ्रेंचाइजीज को एक मजबूत संदेश दे दिया है। उनकी बेस प्राइस 75 लाख रुपये है और हाल की ताबड़तोड़ पारियों के चलते उम्मीद जताई जा रही है कि उन्हें कई खरीदार मिल सकते हैं।
इससे पहले, 2 दिसंबर 2025 को असम के खिलाफ भी सरफराज ने 47 गेंदों में नाबाद 100 रन की पारी खेली थी, जिसमें 8 चौके और 7 छक्के शामिल थे। यह लगातार प्रदर्शन उनके आईपीएल में एक भरोसेमंद फिनिशर और मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज के रूप में छवि को और मजबूत करता है।
सरफराज के आईपीएल करियर की बात करें तो उन्होंने अब तक 50 मैच खेले हैं और 130 की स्ट्राइक रेट से 585 रन बनाए हैं। उनका अनुभव और हाल की शानदार फार्म फ्रेंचाइजीज के लिए उन्हें एक आकर्षक विकल्प बनाती है। आगामी मिनी ऑक्शन में यह देखना रोचक होगा कि कौन सी टीम इस धमाकेदार खिलाड़ी को अपनी टीम में शामिल करती है।

513 नए 4G मोबाइल टावरों को मंजूरी
केंद्र सरकार ने डिजिटल भारत निधि (Digital Bharat Nidhi) के तहत अबूझमाड़ क्षेत्र में बीएसएनएल के माध्यम से 513 नए 4G मोबाइल टावर लगाने की स्वीकृति दी है। इस फैसले से न केवल संचार व्यवस्था मजबूत होगी, बल्कि यह माओवादी प्रभावित इलाकों में विकास की नई इबारत भी लिखेगा। राज्य और केंद्र सरकार के अधिकारियों के अनुसार, यह फैसला सुरक्षा और विकास—दोनों के लिहाज से बेहद अहम माना जा रहा है।
सुरक्षा बलों को मिलेगी तकनीकी बढ़त
अबूझमाड़ और आसपास के इलाकों में पहले से स्थापित 728 मोबाइल टावर बीते कुछ वर्षों में सुरक्षा एजेंसियों के लिए बड़ी ताकत साबित हुए हैं। मोबाइल नेटवर्क के विस्तार से सुरक्षा बलों को रियल टाइम कम्युनिकेशन, लोकेशन ट्रैकिंग और इंटेलिजेंस इनपुट साझा करने में मदद मिली है।अधिकारियों का कहना है कि अगस्त 2025 में रायपुर में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में हुई उच्चस्तरीय बैठक के बाद पड़ोसी राज्यों के साथ रियल टाइम सूचना साझा करने की प्रणाली लागू की गई थी। इसके बाद से माओवादियों की गतिविधियों पर नजर रखना और भी आसान हो गया है।
माओवादियों पर कसा शिकंजा
सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक, माओवादी आमतौर पर मोबाइल फोन के इस्तेमाल से बचते हैं, क्योंकि उन्हें डर रहता है कि डिजिटल फुटप्रिंट के जरिए उनकी लोकेशन ट्रैक की जा सकती है। इसके बावजूद, नेटवर्क विस्तार के बाद किसी भी असामान्य सिग्नल पैटर्न या संदिग्ध गतिविधि को समय रहते पकड़ा जा रहा है।इससे माओवादी संगठनों की मूवमेंट की जानकारी पहले ही मिल जाती है और सुरक्षा बल उन्हें अपने रडार पर बनाए रखने में सफल हो रहे हैं।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का बयान
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने 513 मोबाइल टावरों को मिली मंजूरी का स्वागत करते हुए इसे राज्य के लिए एक ऐतिहासिक निर्णय बताया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार माओवादी प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा के साथ-साथ विकास को भी समान प्राथमिकता दे रही है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह फैसला छत्तीसगढ़ को डिजिटल रूप से सशक्त, सुरक्षित और समावेशी बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।
दुर्गम इलाकों में भी बजेगी मोबाइल की घंटी
इन नए 4G मोबाइल टावरों की स्थापना से अबूझमाड़ जैसे सुदूर और दुर्गम इलाकों में रहने वाले लोगों को पहली बार भरोसेमंद मोबाइल और इंटरनेट सेवाएं मिल सकेंगी। इससे-ऑनलाइन शिक्षा की पहुंच बढ़ेगी टेलीमेडिसिन और स्वास्थ्य सेवाएं सुलभ होंगी रोजगार और स्किल डेवलपमेंट के नए अवसर मिलेंगे आपातकालीन संचार व्यवस्था मजबूत होगी विशेषज्ञों का मानना है कि यह डिजिटल विस्तार वित्तीय समावेशन को भी गति देगा।
बैंकिंग और सरकारी सेवाओं को मिलेगा बढ़ावा
मजबूत मोबाइल नेटवर्क के चलते ग्रामीण और आदिवासी इलाकों में-बैंकिंग सेवाएं डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) UPI और डिजिटल पेमेंट बीमा और पेंशन योजनाएं आम लोगों तक आसानी से पहुंच सकेंगी। इससे सरकारी योजनाओं का लाभ सीधे लाभार्थियों तक पहुंचाने में मदद मिलेगी।
सुरक्षा और विकास की संयुक्त रणनीति
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में राज्य सरकार माओवादी प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा और विकास को साथ-साथ आगे बढ़ाने की नीति पर काम कर रही है। सरकार गठन के बाद अब तक-
69 नए सुरक्षा कैंप स्थापित किए गए इनके आसपास के 403 गांवों में 9 विभागों की 18 सामुदायिक सेवाएं 11 विभागों की 25 व्यक्तिमूलक योजनाएं पहुंचाई जा रही हैं यह पहली बार है जब इन दुर्गम इलाकों में सरकारी योजनाओं की सीधी पहुंच सुनिश्चित हुई है।
साझा प्रयासों का प्रतिफल
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि मोबाइल टावरों की स्वीकृति माओवादी हिंसा उन्मूलन और क्षेत्रीय विकास के साझा प्रयासों का प्रतिफल है। उन्होंने कहा कि जिन इलाकों में स्थायित्व स्थापित हुआ है, वहां अब डिजिटल कनेक्टिविटी और विकास को तेज गति से आगे बढ़ाया जा रहा है।

जायसवाल की तूफानी पारी के दम पर मुंबई टीम ने 235 रन के विशाल लक्ष्य को 4 विकेट से 15 गेंद पहले ही पूरा कर लिया। उनकी बल्लेबाजी ने टीम को जीत दिलाने के साथ-साथ भारतीय टी20 टीम में जगह के लिए मजबूत दावा भी पेश किया।
पारी की शुरुआत करने उतरे यशस्वी जायसवाल और सरफराज खान ने केवल 37 गेंद में 88 रन की साझेदारी कर मुकाबले का पासा पलट दिया। सरफराज ने 25 गेंद में 64 रन बनाए, जिसमें 9 चौके और 3 छक्के शामिल थे।
जायसवाल के शतक ने भारतीय टी20 टीम के कप्तान शुभमन गिल के लिए चिंता बढ़ा दी है। गिल पिछले 15 टी20 मैचों में एक भी अर्धशतक नहीं लगा पाए हैं। यदि जायसवाल का यह प्रदर्शन जारी रहा, तो गिल को ओपनिंग में अपनी जगह गंवानी पड़ सकती है। वहीं, गिल को ऋषभ सैमसन से भी खतरा है, जो अपने प्रदर्शन के दम पर प्लेइंग इलेवन में जगह बनाने की स्थिति में हैं।